China Army Corruption: सेना में भ्रष्टाचार को लेकर चीन के द्वारा बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में चीन सेना में कार्यरत तीन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जिन अधिकारियों को चीन की सेना से बर्खास्त किया गया है उनमें एक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी है। शी जिनपिंग के द्वारा ही उन्हें सेना में अधिकारी पद के लिए चुना गया था।
तीनों अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप
चीन के द्वारा सेना के जिन तीन अफसर को बर्खास्त किया गया है उन पर आरोप है कि वह लगातार सेना में रहते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे थे। चीन के द्वारा एंटी करप्शन प्रोग्राम के तहत सबूत पाए जाने पर इनको बर्खास्त किया गया है। आपको बता दें कि चीन की सेना से अब तक 10 से भी अधिक अधिकारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। चीन के द्वारा सेना को मजबूत बनाए जाने को लेकर यह अभियान चलाया जा रहा है। चीन को डर है की सेना में रहते हुए भ्रष्टाचार करने के कारण उसकी सेना को बड़े स्तर पर नुकसान झेलना पड़ सकता है।
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चीन के राष्ट्रपति ने चुना था जनरल
हाल ही में चीन की सेना से जिन तीन अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है उनमें एक जनरल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उनको चीन की सेना में जनरल के पद पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने व्यक्तिगत तौर पर चुनकर भेजा था। चीन में शी जिनपिंग की सरकार बनने के बाद लगातार उनको सेना में आगे बढ़ाया गया। 2024 में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद लगातार उन पर जांच एजेंसी नजर बनाए हुए थी। चीन के करीबी अफसर को पहले npc से हटाया गया था लेकिन अब उन्हें सेंट्रल मिलिट्री कमीशन से भी हटा दिया गया है।
2023 से चल रही चीनी सेना में एंटी करप्शन ड्राइव
चीन में सरकार को सेना के अंदर भ्रष्टाचारी होने की खबर लगने के बाद लगातार इसे लेकर कार्रवाई की जा रही है। 2023 के बाद से सेना में भ्रष्टाचार को कम करने के लिए एंटी करप्शन ड्राइव चलाई जा रही है। इसके तहत अब तक 10 से भी अधिक बड़े अधिकारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। चीन का मानना है की सेना में हो रहे भ्रष्टाचार के कारण लगातार चीन की सेना कमजोर होती जा रही है। चीन की सेना को कमजोर होने से बचाने के लिए सख्त कदम उठाना जरूरी है। इसी उद्देश्य के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में की गई एंटी करप्शन ड्राइव की कार्रवाई के तहत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी अफसर को सेना से बर्खास्त किया गया है।

चीन के रक्षा मंत्री पर भी लग चुके भ्रष्टाचार के आरोप
शी जिनपिंग के चीन राष्ट्रपति बनने के बाद लगातार सेना में फैले भ्रष्टाचार को रोकने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। चीन के रक्षा मंत्री के ऊपर भी पिछले साल भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। एंटी करप्शन ड्राइव में चीन के रक्षा मंत्री का नाम आ जाने के बाद उनके खिलाफ जांच शुरू की गई थी। आपको बता दे की इससे पहले भी चीन में दो रक्षा मंत्रियों को भ्रष्टाचार के कारण अपने पद से हटा दिया गया था। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा चलाए जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के कारण सेना में लगातार एंटी करप्शन ड्राइव की कार्रवाई जारी है।
खुद को मजबूत बना रहे शी जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के द्वारा एंटी करप्शन ड्राइव के माध्यम से चीन की सेना को मजबूत बनाने का कार्य किया जा रहा है लेकिन जानकार यह बताते हैं कि शी जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी के साथ वफादारी के कारण तथा इस ग्लोबल सुपर पावर बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। शी जिनपिंग के द्वारा चलाया गया यह अभियान भ्रष्टाचार के खिलाफ तो है ही लेकिन इसके साथ-साथ अपनी सरकार को और मजबूत करने के लिए भी यह कदम उठाए जा रहे हैं।
रक्षा क्षेत्र में चीन के द्वारा लगातार कदम बढ़ाए जा रहे हैं। चीन इसी कड़ी में अपनी सेना को आधुनिक बनाने पर जोर दे रहा है। चीन के द्वारा अपने रक्षा बजट को भी बढ़ाया जा रहा है। अमेरिका के बाद रक्षा बजट पर सबसे ज्यादा खर्च करने के मामले में चीन दूसरे स्थान पर है। चीन रक्षा बजट पर खर्च तो बहुत करता है लेकिन वह रक्षा बजट में खर्च दिखाने के बजाय इसे अलग-अलग सेक्टर में विभाजित करते हुए कार्य करता है।