Russia Ukraine War : लंबे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन के युद्ध में यूक्रेन के द्वारा रूस पर हाल ही में बड़ा हमला किया गया। जिसमें यूक्रेन की सेना को बड़ा नुकसान हुआ। यूक्रेन के द्वारा रूस पर किए गए हमले में नौसेना के डिप्टी चीफ की मौत होने की खबर सामने आ रही है जबकि उनके अलावा सेना के 10 सैनिक भी इस हमले में मारे जा चुके हैं। रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रहे इस युद्ध में दोनों ही देश एक दूसरे पर वार पलटवार करते हुए दिख रहे हैं।
यूक्रेन ने किया कमांड पोस्ट पर हमला
यूक्रेन के द्वारा रूस की कमांड पोस्ट को निशाना बनाया गया। यूक्रेन के द्वारा कमांड पोस्ट पर हमले किए जाने के बाद नौसेना के डिप्टी चीफ की मौत हो गई जबकि 10 सैनिक भी इस हमले में मारे गए। बताया जा रहा है कि यूक्रेन के द्वारा अचानक किए गए हमले के कारण रूस के सैनिकों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। यूक्रेन के द्वारा रूस की सेना को निशाना बनाते हुए किए गए इस हमले के कारण रूस और यूक्रेन के बीच आने वाले समय में तनाव और बढ़ सकता है। ऐसे में यूक्रेन के द्वारा अमेरिका से हथियारों की सप्लाई जल्दी करने की मांग की गई है। अमेरिका के द्वारा लंबे समय से यूक्रेन को की जा रही हथियारों की सप्लाई पिछले कुछ समय से रोक दी गई थी जिसे लेकर यूक्रेन ने अमेरिका के सामने अपनी नाराजगी जताई थी।
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यूक्रेन ने अमेरिका को चेताया
यूक्रेन के द्वारा अमेरिका को रूस के साथ चल रहे युद्ध को लेकर चेतावनी दी गई है। यूक्रेन का कहना है कि अमेरिका के द्वारा यदि यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने में देरी की गई तो उसका सीधा फायदा रूस को मिलेगा। यूक्रेन के द्वारा इसी मुद्दे को लेकर अमेरिका के कार्यवाहक राजदूत को अपनी राजधानी कीव में बुलाकर हथियार सप्लाई को लेकर मुद्दा उठाया गया था। आपको बता दे कि अमेरिका के द्वारा लंबे समय से यूक्रेन को सहयोग किया जा रहा था लेकिन कुछ समय पहले यूक्रेन को जरूरी सामान हथियारों की डिलीवरी रोक दी गई थी। इसके बाद लगातार यूक्रेन हथियारों को लेकर मांग कर रहा है।
अमेरिका बोला भंडार हो रहे कम
यूक्रेन के द्वारा लगातार अमेरिका से की जा रही हथियारों की मांग के बीच अमेरिका का कहना है कि उसके हथियार भंडार लगातार कम हो रहे हैं लेकिन इसके बावजूद यूक्रेन के लिए मजबूत विकल्प अमेरिका के द्वारा तैयार रखे हुए हैं। यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका से पैट्रिक एयर डिफेंस मिसाइल और दूसरी मजबूत तोप जैसे हथियारों की मांग करता रहा है। यूक्रेन का मानना है कि यदि अमेरिका के द्वारा हथियार सप्लाई में देरी की गई तो रूस यूक्रेन के काफी अंदर तक घुस जाएगा। ऐसे में रूस पर काबू पाना काफी मुश्किल हो जाएगा।

युद्ध विराम की कोशिश कर रहे ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लम्बे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने को लेकर गंभीर बताये जा रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा इस मुद्दे को लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन तथा यूक्रेन के राष्ट्रपति जलेंस्की से भी अलग-अलग बातचीत की गई थी। जिसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि जल्द ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध समाप्त हो सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस पर आरोप लगाया था कि रूस इस युद्ध को समाप्त करने के मूड में नहीं है। रूस लगातार यूक्रेन की सीमा में घुसते हुए कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
पुतिन ने की थी ट्रंप की तारीफ
लंबे समय से अमेरिका और रूस एक दूसरे के विरोधी माने जाते रहे हैं। जो बाइडेन के कार्यकाल में रूस के द्वारा यूक्रेन पर हमले किए जाने के बाद अमेरिका लगातार रूस के खिलाफ यूक्रेन का सहयोग कर रहा था लेकिन अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम की कोशिश के बाद पुतिन ने ट्रंप की तारीफ की थी। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति रूस और यूक्रेन के संघर्ष विराम को रोकने के लिए काफी गंभीर हैं। रूस और यूक्रेन के युद्ध का बाहर से विश्लेषण करने की तुलना में वास्तविक विश्लेषण करने पर इसकी कठिनाई का पता चलता है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा रूस यूक्रेन को लेकर उठाए गए मुद्दे का पुतिन ने समर्थन किया था।
2023 से चल रहा रूस यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहा युद्ध कई वर्षों से निरंतर जारी है। दोनों देशों के बीच पैदा हुआ तनाव 2023 में संघर्ष में बदल गया था। रूस की सेना के द्वारा यूक्रेन में घुसपैठ करने के बाद दोनों ही देश ने एक दूसरे पर हमले करना शुरू कर दिया था। लगातार एक दूसरे के खिलाफ आक्रामक रूस और यूक्रेन के मध्य सुरक्षा तथा सीमा संबंधी मुद्दों को लेकर विवाद उलझा हुआ है। आने वाले समय में यह देखना रोचक होगा कि रूस और यूक्रेन का युद्ध किस दिशा में जाता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा रूस के साथ संघर्ष विराम को लेकर बार-बार सुरक्षा की गारंटी का मुद्दा उठाया जाता रहा है जबकि दूसरी तरफ यूक्रेन रूस के द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्र से भी मुक्ति की कोशिश में है।