Russia Population Plan : रूस यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच एक बड़ी योजना पर कार्य कर रहा है। बताया जा रहा है कि रूस के द्वारा कम उम्र की लड़कियों को मां बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कम उम्र की लड़कियों के गर्भवती होने पर रूस की सरकार के द्वारा उनको विशेष आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। जानकारी के मुताबिक पालन पोषण करने और जन्म देने के लिए रूस की सरकार की तरफ से ऐसी लड़कियों को ₹100000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
कम जनसंख्या से परेशान रूस
एक तरफ भारत और चीन लगातार अपनी बढ़ती हुई जनसंख्या को परेशानी का सबब मानते हैं। बढ़ती हुई जनसंख्या विभिन्न संसाधनों पर दबाव के रूप में देखी जाती है लेकिन रूस के लिए स्थिति बिल्कुल अलग है। रूस में लगातार बड़े उम्र की जनसंख्या बढ़ती जा रही है जबकि वास्तव में जनसंख्या लगातार कम हो रही है।
कम होती जनसंख्या की समस्या को दूर करने के लिए रूस के द्वारा इस योजना पर कार्य किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जिस समय इस योजना को शुरू किया गया था उस समय यह केवल 18 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए ही लागू था लेकिन इसके बाद रूस ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए इसमें नाबालिग लड़कियों को भी शामिल कर दिया है। रूस के द्वारा यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि अधिक से अधिक बच्चे पैदा हो सके और कम हो रही जनसंख्या की समस्या को दूर किया जा सके।
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मार्च में शुरू हुई थी योजना
रूस के द्वारा कम उम्र की नाबालिग लड़कियों को भी मां बनने के लिए प्रोत्साहित करने की इस योजना की शुरुआत मार्च 2025 में की गई थी। बताया जा रहा है कि उसके द्वारा इस योजना को 10 अलग-अलग हिस्सों में लागू किया गया है। लागू की गई इस योजना का मकसद ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए लोगों को प्रेरित करना है। रूस में लगातार जनसंख्या कम होने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे मे जनसंख्या के हिसाब से नवे स्थान पर मौजूद रूस के द्वारा यह कदम उठाया गया है।
बड़ी सेना निर्माण का लक्ष्य
बताया जा रहा है कि रूस के द्वारा कम उम्र की लड़कियों को मां बनने के लिए प्रोत्साहित करने की इस योजना का उद्देश्य रूस के द्वारा बड़ी सेना बनाना है। रूस के द्वारा इस योजना को लागू करने के बाद विभिन्न हिस्सों में इसका विरोध भी सामने आया है। लेकिन रूस के राष्ट्रपति का मानना है कि किसी भी देश की सफलता में जनसंख्या वृद्धि होना जरूरी है। बड़ी सेना का निर्माण करने के लिए यह योजना रूस की प्राथमिकताओं में से एक है। लंबे समय से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस युद्ध में रूस को बड़ी मात्रा में सैनिकों का नुकसान हुआ है। ऐसे में भविष्य को देखते हुए रूस के द्वारा यह निर्णय लिया गया है।

युद्ध के कारण लोगों ने किया पलायन
लंबे समय से चल रहे हैं रूस और यूक्रेन के युद्ध के कारण भी रूस की जनसंख्या में कमी आई है। बताया जा रहा है कि युवा वर्ग और पढ़े लिखे लोगों के द्वारा रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध के कारण रूस से पलायन किया गया है। बड़े स्तर पर लोगों के पलायन करने से भी रूस परेशान नजर आ रहा है। दूसरी तरफ यूक्रेन से कई वर्षों से चल रहे युद्ध में रूस ने अपने लगभग ढाई लाख सैनिक गंवाए हैं। यही कारण है कि समर्थन से ज्यादा विरोध होने के बावजूद रूस की सरकार के द्वारा इस योजना को चलाया जा रहा है।
2023 से चल रहा रूस यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहा युद्ध कई वर्षों से निरंतर जारी है। दोनों देशों के बीच पैदा हुआ तनाव 2023 में संघर्ष में बदल गया था। रूस की सेना के द्वारा यूक्रेन में घुसपैठ करने के बाद दोनों ही देशो ने एक दूसरे पर हमले करना शुरू कर दिया था। लगातार एक दूसरे के खिलाफ आक्रामक रूस और यूक्रेन के मध्य सुरक्षा तथा सीमा संबंधी मुद्दों को लेकर विवाद उलझा हुआ है। आने वाले समय में यह देखना रोचक होगा कि रूस और यूक्रेन का युद्ध किस दिशा में जाता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा रूस के साथ संघर्ष विराम को लेकर बार-बार सुरक्षा की गारंटी का मुद्दा उठाया जाता रहा है जबकि दूसरी तरफ यूक्रेन रूस के द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्र से भी मुक्ति की कोशिश में है।
युद्ध विराम की कोशिश कर रहे ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लम्बे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन को खत्म करने को लेकर गंभीर बताये जा रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा इस मुद्दे को लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन तथा यूक्रेन के राष्ट्रपति जालेंस्की से भी अलग-अलग बातचीत की गई थी। जिसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि जल्द ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध समाप्त हो सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस पर आरोप लगाया था कि रूस इस युद्ध को समाप्त करने के मूड में नहीं है। रूस लगातार यूक्रेन की सीमा में घुसते हुए कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।