Subhanshu Shukla Mission : भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला जल्द ही धरती पर वापस लौटने वाले हैं। लगभग 17 दिन अंतरिक्ष में रहने के बाद भारतीय अंतरिक्ष यात्री और उसकी टीम 14 जुलाई को धरती पर वापस लौटेगी। इससे पहले फेयरवेल सेरिमनी में शुभांशु शुक्ला के द्वारा एक बार फिर इस बात को दोहराया गया है जिसे भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री के द्वारा कहा गया था। शुभांशु शुक्ला ने कहा कि भारत अभी भी सारे जहां से अच्छा है। पृथ्वी पर वापस लौटने से पहले 13 जुलाई की शाम को फेयरवेल सेरिमनी का आयोजन किया गया था। इस दौरान भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला के द्वारा यह बात कही गई। इससे पहले सारे जहां से अच्छा का आईकॉनिक डायलॉग राकेश शर्मा के द्वारा 1984 में दिया गया था।
अविश्वसनीय रही यात्रा -शुभांशु
भारत अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला ने अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए कहा कि जब हमने यात्रा की शुरुआत की तो हमने सोचा नहीं था कि यह यात्रा इतनी भव्य रहेगी लेकिन यह यात्रा वास्तव में अविश्वसनीय है। पूरी टीम के सहयोग के बिना यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय नहीं हो सकती थी लेकिन टीम के सहयोग से सब कुछ संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में होना बहुत ही खुशी की बात है। इस दौरान हमने आउटरीच एक्टिविटी, साइंस एक्टिविटी तथा स्पेस स्टेशन पर अन्य जानकारी जुटाने की कोशिश की। सुभांशु शुक्ला ने कहा कि हमें जितना भी समय मिला हमने स्पेस स्टेशन की खिड़की से पृथ्वी को देखने में समय निकाला। वर्तमान भारत निडर, महत्वाकांक्षी आत्मविश्वासी और गौरव से भरा हुआ दिखाई देता है।
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अब 14 जुलाई को धरती पर लौटेंगे शुभांशु
भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला अब तय समय से चार दिन बाद पृथ्वी पर लौटेंगे। शुभांशु शुक्ला के इस मिशन को चार दिन आगे बढ़ा दिया गया है। ऐसे में शुभांशु शुक्ला की अब जमीन पर वापसी 14 जुलाई को होगी। अमेरिकी स्पेस एजेंसी के द्वारा दी गई जानकारी के बाद यह स्पष्ट हो पाया है। आपको बता दे की शुभांशु शुक्ला सहित चार क्रू सदस्य इस मिशन में शामिल हैं। इस मिशन को कई बार स्थगित किया गया था लेकिन फिर अंत में 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से इसे लॉन्च किया गया था।
14 दिन का था मिशन
शुभांशु शुक्ला और उसके साथियों को इस मिशन पर 14 दिनों के लिए भेजा गया था लेकिन अब इसे और आगे बढ़ा दिया गया है। यही कारण है कि अब चारों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी 4 दिन बाद होगी। अंतरिक्ष में जाने के बाद सुभांशु शुक्ला की कई तस्वीरें सामने आई है जिनमें वह अलग-अलग एंगल से अंतरिक्ष में नजर आ रहे हैं। कपोल मॉड्यूल की खिड़कियों से शुभांशु शुक्ला के द्वारा धरती का खूबसूरत नजारा देखा जा रहा है। अंतरिक्ष से मिल रही तस्वीरें यह स्पष्ट कर रही है कि शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में स्वस्थ और खुश हैं।

पायलट की भूमिका में है -शुभांशु शुक्ला
जिस मिशन की सफलतम लॉन्चिंग हुई उस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला के अलावा दूसरे देशों के भी अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की भूमिका एक पायलट के तौर पर है। शुभांशु शुक्ला के अतिरिक्त पोलैंड अमेरिका और हंगरी के भी एक-एक अंतरिक्ष यात्री इस मिशन में शामिल हैं। आपको बता दे की भारत में एस्ट्रोनॉट को गगन यात्री के नाम से जाना जाता है जबकि चीन में इसे ताईकोनोट और रूस में कॉस्मोनोट के नाम से जाना जाता है। लगभग 41 साल बाद किसी भी भारतीय के द्वारा अंतरिक्ष यात्रा पर जाने की खुशी सभी के चेहरे पर दिखाई दे रही है। शुभम से शुक्ला के माता और पिता अपने बेटे की इस यात्रा को लेकर बहुत चिंतित थे लेकिन सफलतम लॉन्चिंग के बाद वह खुश नजर आ रहे थे।
अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने शुभांशु
शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंचने के साथ ही यह उपलब्धि प्राप्त करने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में पहुंचने का गौरव राकेश शर्मा को प्राप्त था। भारतीय अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला भी अंतरिक्ष यात्रा पर गई थी लेकिन वापस लौटते समय उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उनकी मौत हो गई थी। भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला का यह मिशन एक के बाद एक कई बार विभिन्न कारणों से स्थगित किया गया था लेकिन लगातार किए गए प्रयासों से शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने में सफल हो गए हैं। सुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने के बाद संपूर्ण भारतवर्ष उनकी सफलता के लिए दुआ कर रहा है।
भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा मिशन
आज मिशन की सफल लॉन्चिंग होने के बाद भारतीय इस मिशन से काफी ज्यादा मात्रा में उम्मीद लगाए हुए हैं। भारत आने वाले समय में गगनयान मिशन पर कार्य करेगा। ऐसे में शुभांशु शुक्ला के द्वारा अंतरिक्ष में प्राप्त किए गए अनुभव इसमें काम आएंगे। 2027 तक भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजने को लेकर कार्य कर रहा है। अंतरिक्ष में मानव भेजना और उसे वापस सुरक्षित पृथ्वी पर लाना इन सभी में शुभांशु शुक्ला के द्वारा अर्जित किए जाने वाले अनुभव काम आएंगे।