Operation Sindoor Strike : कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारत के द्वारा आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। ऑपरेशन सिन्दूर के तहत पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था जिसमें 100 से भी अधिक आतंकी मारे गए थे। भारतीय सेना के द्वारा किए गए हमले में क्षतिग्रस्त हुए आतंकी ठिकानों को पाकिस्तान सरकार के द्वारा लगातार पुनर्जीवित किया जा रहा है। विभिन्न आतंकी संगठनों के द्वारा संचालित किये जा रहे मदरसों में अब छात्र आने लगे हैं। इससे पूर्व पाकिस्तान सरकार की तरफ से इन आतंकी ठिकानों की मरम्मत के लिए भी बजट जारी किया गया था।
50 करोड रुपए का जारी किया था फंड
पाकिस्तान सरकार की तरफ से भारतीय सेना के द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में छतिग्रस्त हुए आतंकी ठिकानों को ठीक करने के लिए उनकी मरम्मत करने का निर्णय लिया था। पाकिस्तान सरकार की तरफ से उनकी विशेष सहायता करने का भी ऐलान किया था जिसके तहत 50 करोड रुपए का फंड सरकार की तरफ से जारी किया था। पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी फंड देने में कोई कमी नहीं रखी है। भारत के द्वारा किए गए हमले में इन आतंकी ठिकानों को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा था लेकिन पाकिस्तान आर्मी प्रमुख के द्वारा जल्द से जल्द इन आतंकी ठिकानों को पुनर्निमित करने का आदेश दिया गया था। जिसके बाद अब इन आतंकी ठिकानों में संचालित मदरसों में बच्चे दिखाई देने लगे हैं।
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दूसरे फंड डाइवर्ट करने के आदेश
पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों के पुनर्निर्माण के लिए पाकिस्तान सरकार भरपूर कोशिश कर रही है। पहले ही 50 करोड रुपए का फंड जारी कर चुकी पाकिस्तान सरकार की कोशिश है कि किसी भी हालत में इन आतंकी ठिकानों को जल्द से जल्द पहले की स्थिति में लाया जाए। इसके लिए पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख के द्वारा लगातार फंड बढ़ाने की पहल की जा रही है। लगभग 9 आतंकी ठिकानों की मरम्मत के लिए 100 करोड रुपए के फंड का निर्धारण किया गया है। फंड की पूर्ति करने के लिए पाक आर्मी वेलफेयर और आर्मी हाउसिंग स्कीम के फंड को भी इसमें डाइवर्ट करने की खबर मिल रही है।
मारे गए आतंकियों को मिलेगी सहायता
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद 7 मई की रात को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था। जिसके तहत 9 आतंकी ठिकानो को नष्ट किया गया। साथ ही साथ 100 से भी अधिक आतंकी मौत का शिकार हुए। पाकिस्तान सरकार की तरफ से इस एयर स्ट्राइक में मारे गए तथा घायल लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की थी। पाकिस्तान आर्मी प्रमुख और पाकिस्तान सरकार के द्वारा लगभग 15 परिवारों को 10 करोड रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही गई थी। पाकिस्तान लंबे समय से अपने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को संचालित करता रहा है। भारत लगातार इस मुद्दे को वैश्विक मंचों पर भी उठा रहा है। इसी का असर अब देखने को मिल रहा है। अमेरिका के द्वारा कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले संगठन को आतंकी संगठन घोषित कर दिया गया है।

चीन की कंपनी से संपर्क कर रहा पाकिस्तान
पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों की मरम्मत करने के लिए पाकिस्तान सरकार की तरफ से हर स्तर पर कोशिश की जा रही है। यह खबर सामने आ रही है कि पाकिस्तान सरकार के द्वारा इन ठिकानों की पुन मरम्मत करने के लिए चीन की कंपनी से संपर्क किया जा रहा है। यह कंपनी पाकिस्तान के विभिन्न आतंकी ठिकानों को जीवित करने में पाकिस्तान की मदद कर सकती है। पाकिस्तान आर्मी प्रमुख की कोशिश है कि इन ठिकानों को जल्द से जल्द संचालित करते हुए मदरसे चालू किये जाए। भारत के द्वारा किए गए हमले में बहावलपुर तथा दूसरे क्षेत्रों में विभिन्न मस्जिदों को नुकसान पहुंचा था। इन मस्जिदों की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग देने का कार्य किया जाता था।
ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट किए गए थे आतंकी ठिकाने
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले समय तनाव पैदा हो गया था। दरअसल कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के द्वारा पर्यटकों को निशाना बनाने के बाद यह तनाव पैदा हुआ था। आतंकियों के द्वारा पहलगाम में पर्यटकों से धर्म पूछ कर उनकी हत्या कर दी गई। जिसके बाद आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए भारतीय सेना की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को भारतीय सेना के द्वारा नष्ट किया गया था।
साथ ही साथ इस हमले में 100 से भी अधिक आतंकी मौत का शिकार हुए थे। जिसके बाद पाकिस्तान की सेना के द्वारा भारतीय सेना और आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन भारतीय एयर डिफेंस के द्वारा इन हमलों को विफल कर दिया गया था। दोनों देशों के बीच कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। अंत में पाकिस्तान की गुजारिश पर भारत संघर्ष विराम पर सहमत हुआ था। हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम को लेकर लगातार विवाद बना हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम उन्होंने कराया था जबकि भारत उनकी बात को स्पष्ट तौर पर नकार चुका है।