Israel Netherlands conflict नीदरलैंड ने इजरायल के दो मंत्रियों पर गाजा में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया।

इजराइल के दो मंत्रियों पर नीदरलैंड ने लगाया प्रतिबंध; देश में नहीं कर सकेंगे प्रवेश

Israel Netherlands conflict : गाजा में लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है। इसे लेकर विभिन्न देश और संगठनों के द्वारा इजराइल की आलोचना की जा रही है। नीदरलैंड के द्वारा इजराइल को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। नीदरलैंड ने इजरायल के दो मंत्रियों पर कठोर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। नीदरलैंड के द्वारा इजराइल के वित्त मंत्री और सुरक्षा मंत्री पर देश में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है। इन दोनों मंत्रियों पर गाजा में हिंसा को बढ़ाने का आरोप है। नीदरलैंड के द्वारा इजराइल के मंत्रियों पर लगाए गए आरोप से पहले दुनिया के विभिन्न देश भी इन पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। अब तक कुल सात देशों के द्वारा इसराइल के वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री पर देश में प्रवेश को लेकर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।

इसी के साथ नीदरलैंड के विदेश मंत्री के द्वारा यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि जल्द ही इजरायल के राजदूत को भी तलब किया जाएगा। इजरायल के राजदूत से नीदरलैंड के द्वारा यह अपील की जाएगी कि इजरायल की सरकार अपना रवैया बदले जिससे गाजा में शांति स्थापित हो सके। नीदरलैंड इसी के साथ-साथ संघर्ष विराम के लिए हमास पर दबाव बढ़ाने के लिए भी तैयार बताया जा रहा है। इजराइल के दो मंत्रियों पर प्रतिबंध लगा देने के बाद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल के मंत्री के द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि उन्हें चाहे पूरे यूरोप में प्रतिबंधित कर दिया जाए लेकिन वह इजरायल के लिए कार्य करना जारी रखेंगे। नीदरलैंड के फैसले पर इजरायल के मंत्री के द्वारा नाराजगी जताई गई है। उन्होंने कहा कि यूरोप के द्वारा हमेशा पीड़ितों को ही दोषी बताया जाता रहा है। हम लगातार हमास को खत्म करने और इजरायल के सैनिकों को समर्थन करने की अपील दुनिया के दूसरे देशों से करते रहे हैं।

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हिंसा को बढ़ाने के कारण लगाया प्रतिबंध -नीदरलैंड

इसराइल के वित्त मंत्री और सुरक्षा मंत्री पर पर प्रतिबंध लगाने को लेकर नीदरलैंड की तरफ से यह स्पष्ट किया गया कि इन दोनों मंत्रियों के द्वारा गाजा में लगातार हिंसा को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा था। फिलिस्तीनियों के खिलाफ हिंसा को भड़काया जा रहा था। यहूदी बस्तियों के विस्तार के वकालत की जा रही है जबकि गाजा में जातियों का सफाया करने की बात कही है। इसी के साथ नीदरलैंड के विदेश मंत्री के द्वारा यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि जल्द ही इजरायल के राजदूत को भी तलब किया जाएगा। इजरायल के राजदूत से नीदरलैंड के द्वारा यह अपील की जाएगी कि इजरायल की सरकार अपना रवैया बदले जिससे गाजा में शांति स्थापित हो सके। नीदरलैंड इसी के साथ-साथ संघर्ष विराम के लिए हमास पर दबाव बढ़ाने के लिए भी तैयार बताया जा रहा है।

इजराइल के मंत्री बोले- जारी रखेंगे कार्य

नीदरलैंड के द्वारा इजराइल के दो मंत्रियों पर प्रतिबंध लगा देने के बाद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल के मंत्री के द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि उन्हें चाहे पूरे यूरोप में प्रतिबंधित कर दिया जाए लेकिन वह इजरायल के लिए कार्य करना जारी रखेंगे। नीदरलैंड के फैसले पर इजरायल के मंत्री के द्वारा नाराजगी जताई गई है। उन्होंने कहा कि यूरोप के द्वारा हमेशा पीड़ितों को ही दोषी बताया जाता रहा है। हम लगातार हमास को खत्म करने और इजरायल के सैनिकों को समर्थन करने की अपील दुनिया के दूसरे देशों से करते रहे हैं। यूरोप में लगातार आतंकवाद को बर्दाश्त किया जाता है जबकि आतंकवादियों का यूरोप में स्वागत होता है। आतंकवादी यूरोप में खुले में घूम रहे हैं जबकि यहूदियों का बहिष्कार किया जा रहा है।

Israel Netherlands conflict नीदरलैंड ने इजरायल के दो मंत्रियों पर गाजा में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया।
Israel Netherlands conflict   नीदरलैंड ने इजरायल के दो मंत्रियों पर गाजा में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया।
इजराइल पर कड़ी कार्रवाई करेगा नीदरलैंड

गाजा में चल रहे मानवीय संकट को लेकर नीदरलैंड की तरफ से यह स्पष्ट किया जा चुका है कि वह इजरायल के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाला है। इसराइल और नीदरलैंड के बीच इस समय तनाव काफी बढ़ा हुआ है। एक तरफ इजरायल के द्वारा अपने कार्यों को लगातार जारी रखने की बात कही जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ नीदरलैंड इजरायल के खिलाफ कठोर यूरोपीय कदम उठाने जा रहा है। नीदरलैंड के प्रधानमंत्री के द्वारा रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और डिप्टी प्रधानमंत्री के साथ एक इमरजेंसी बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में गाजा में चल रही स्थिति को लेकर चर्चा की गई। नीदरलैंड के द्वारा गाजा में बिना किसी शर्त तुरंत सहायता प्रदान करने की मांग का समर्थन किया गया।

इजराइल के खिलाफ कार्रवाई की तो होगी बड़ी गलती

इजराइल ने नीदरलैंड के द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी गई। इजरायल के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि माफ कीजिए प्रधानमंत्री लेकिन आपका ट्विटर हमारे फोन पर भी बातचीत की सही झलक नहीं दिखाता है।उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि यूरोपीय संघ के द्वारा इजराइल के खिलाफ कोई भी कठोर कदम उठाया जाता है तो यह एक बड़ी गलती साबित होगी क्योंकि इजरायल के द्वारा इस समय गाजा में लोगों की मदद के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। हाल ही में इजरायल ने लंबे समय बाद गाजा में मानवीय मदद पहुंचाई थी। इससे पहले इसराइल के द्वारा गाजा में किसी भी प्रकार की मानवीय मदद पहुंचाने पर पूरी तरह रोक लगाई हुई थी। वह दुनिया के दूसरे देशों को भी मदद नहीं पहुंचने दे रहा था।

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