US India Tariff पर जॉन ने ट्रंप की 50% टैरिफ नीति को भारी भूल बताया, कहा इससे भारत अमेरिका से दूर होकर रूस और चीन के करीब जा रहा है।

अमेरिका से समझौता करने में भारत रहा फेल : बांग्लादेश

India US Tariff  : भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से ट्रेड डील होने की संभावना जताई जा रही थी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा बयान दिया गया था कि चीन के साथ समझौता हो जाने के बाद भारत के साथ अमेरिका का बड़ा समझौता होने वाला है लेकिन लंबे समय के इंतजार के बाद भी भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील संपन्न नहीं हो पाई। इसके बाद अमेरिका के द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ के साथ-साथ भारत पर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की। भारत पर यह जुर्माना रूस के साथ व्यापार करने के कारण लगाया जा रहा है। भारत पर अधिक मात्रा में टैरिफ लगाए जाने पर अब दुनिया के दूसरे देश चुटकी लेते हुए नजर आ रहे हैं। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ समझौता करने में फेल हुआ है। समझौता नहीं होने के कारण भारत को अमेरिका के साथ 25% टैरिफ देना होगा। भारत पर लगाया गया यह टैरिफ बांग्लादेश से भी ज्यादा है।

बांग्लादेश और पाकिस्तान से ज्यादा टैरिफ भारत पर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा हाल ही में टैरिफ को लेकर घोषणा की गई थी जिसमें भारत के ऊपर अमेरिका के द्वारा 25% टैरिफ की घोषणा की गई है। दूसरी तरफ पाकिस्तान के ऊपर अमेरिका के द्वारा 19% टैरिफ की घोषणा की गई है जबकि बांग्लादेश के ऊपर 20% टैरिफ लगाया जाएगा। ऐसे में स्पष्ट है कि भारत के ऊपर अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश की तुलना में काफी ज्यादा टैरिफ लगाया गया है। इससे पहले अप्रैल में हुए समझौते के तहत बांग्लादेश के ऊपर अमेरिका के द्वारा 37% टैरिफ लगाया गया था लेकिन 90 दिनों की समय अवधि के लिए इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद बांग्लादेश पर लगाए गए टैरिफ में कटौती करते हुए सिर्फ 20% टैरिफ का ऐलान किया गया है। अमेरिका के द्वारा अप्रैल से अब तक दिए गए समय अंतराल के दौरान बांग्लादेश को 17% टैरिफ की राहत दी गई।

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अमेरिका से बातचीत करने वाले अधिकारियों को बांग्लादेश ने दिया धन्यवाद

अमेरिका के द्वारा अप्रैल में बांग्लादेश के ऊपर 37% टैरिफ लगाने की घोषणा की गई थी लेकिन वर्तमान में इसे 17% कम कर देने की बात सामने आई है। इसके बाद बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस ने कहा कि अमेरिका से इस मुद्दे को लेकर बातचीत करने वाले अधिकारियों को इस बात का श्रेय जाता है। यह बांग्लादेश की कूटनीतिक जीत है। अमेरिका के द्वारा टैरिफ कम कर देने के बाद बांग्लादेश की कपड़ा इंडस्ट्री काफी मजबूत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कपड़ा इंडस्ट्री के क्षेत्र में बांग्लादेश को श्रीलंका, वियतनाम और पाकिस्तान तथा इंडोनेशिया से चुनौती मिलती थी लेकिन अब टैरिफ बराबर होने के कारण बांग्लादेश को इसका फायदा मिलेगा। समान टैरिफ के कारण बांग्लादेश के कपड़ा इंडस्ट्री पर किसी भी प्रकार का कोई बुरा असर देखने को नहीं मिलेगा।

बांग्लादेश ने सफलतापूर्वक किया बचाव

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के अतिरिक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और प्रमुख वार्ताकार रहमान के द्वारा भी इसे लेकर बयान दिया गया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के द्वारा लगाए जाने वाले ज्यादा टैरिफ से बांग्लादेश के द्वारा सफलतापूर्वक बचाव कर लिया गया है। यह हमारे कपड़ा उद्योग और उस पर निर्भर लाखों लोगों के लिए शानदार खबर है। हम लगातार वैश्विक भूमिका को बनाने में कामयाब रहे हैं। दूसरी तरफ दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता बाजार अमेरिका तक अब हमारी पहुंच आसान हो जाएगी। अपने हितों को ध्यान में रखते हुए बांग्लादेश के अधिकारियों के द्वारा अमेरिका से बातचीत की गई। जिसमें हम सफल भी हुए और यही हमारी प्राथमिकता थी।

बांग्लादेश की कपड़ा इंडस्ट्री को मिलेगा फायदा

अमेरिका के द्वारा बांग्लादेश पर बड़ी मात्रा में टैरिफ की कटौती कर देने के बाद बांग्लादेश में खुशी देखी जा रही है। बड़े स्तर पर इसका प्रभाव बांग्लादेश की कपड़ा इंडस्ट्री पर देखने को मिलेगा। बांग्लादेश के अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कपड़ा इंडस्ट्री को माना जाता है। चीन के बाद बांग्लादेश की कपड़ा इंडस्ट्री दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी रेडीमेड गारमेंट निर्यातक इंडस्ट्री मानी जाती है। बांग्लादेश की जीडीपी का 10% से भी अधिक और कुल निर्यात की आय का 80% से अधिक योगदान कपड़ा इंडस्ट्री का होता है। इस इंडस्ट्री में कार्य करने वाले लोगों की संख्या 40 लाख से भी ज्यादा बताई जाती है जिनमें अधिकतर महिलाएं शामिल होती हैं।

India US Tariff पर ट्रंप ने भारत पर 25% शुल्क और जुर्माने का ऐलान किया। रूस से व्यापार करने पर भारत को टैरिफ में पड़ोसी देशों से ज्यादा नुकसान।
India US Tariff   पर ट्रंप ने भारत पर 25% शुल्क और जुर्माने का ऐलान किया। रूस से व्यापार करने पर भारत को टैरिफ में पड़ोसी देशों से ज्यादा नुकसान।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से यह बयान दे रहे थे कि भारत के साथ उसकी बड़ी डील होने वाली है लेकिन अब ट्रंप की कथनी और करनी में अंतर सामने आया है। खुद को भारत का सबसे अच्छा दोस्त बताने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के ऊपर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इसी के साथ भारत पर डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा जुर्माना लगाने की बात भी कही गई। ट्रंप का कहना है कि भारत के द्वारा रूस से बड़ी मात्रा में व्यापार किया जाता है। इस कारण भारत पर जुर्माना लगाया जाएगा। भारत पर लगाया गया टैरिफ 1 अगस्त से लागू हो जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा लंबे समय से दुनिया के किसी न किसी देश पर टैरिफ की घोषणा की जा रही है। भारत पर अभी तक अमेरिका के द्वारा निर्णय नहीं लिया गया था लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत पर बड़ी मात्रा में टैरिफ के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा।

 

रूस से व्यापार के कारण भारत पर जुर्माना

भारत के द्वारा लंबे समय से रूस के साथ व्यापार किया जा रहा है। भारत रूस से सैन्य उपकरण के साथ-साथ क्रूड ऑयल तथा गैस का व्यापार कर रहा है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि भारत और चीन के द्वारा रूस के साथ बड़ी मात्रा में व्यापार किया जा रहा है। रूस लगातार यूक्रेन में अत्याचार कर रहा है। इसलिए भारत पर टैरिफ के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया जा रहा है। यह पहली बार है जब अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा किसी देश पर जुर्माने का ऐलान किया गया है। दूसरी तरफ अमेरिका के द्वारा उठाए गए इस कदम पर भारत ने कहा कि वह राष्ट्रीय हित को देखते हुए निर्णय लेगा। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है लेकिन अभी तक यह फाइनल नहीं हो पा रही है।

अमेरिका के द्वारा दुनिया के विभिन्न देशों पर लगातार टैरिफ लगाए जाने की घोषणा की जा रही है। यह टैरिफ एक बॉर्डर शुल्क या टैक्स के रूप में लिया जाता है। विदेश से आने वाले सामानों पर अमेरिका में यह टैक्स लगाया जाता है। यह टेक्स लगाए जाने के बाद विदेश का सामान अमेरिका में काफी महंगा हो जाता है। दूसरी तरफ इससे घरेलू मार्केट का भी बचाव होता है। घरेलू प्रोडक्शन को बढ़ावा देना तथा देसी उद्योगों की रक्षा करने के उद्देश्य से अमेरिका यह कदम उठा रहा है। साथ ही साथ टैरिफ की प्रक्रिया से सरकार को आय प्राप्त होती है।

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