Israel Hamas Conflict : इसराइल और हमास के बीच गाजा में लंबे समय से संघर्ष देखने को मिल रहा है। दोनों देशों के बीच कई बार शांति समझौता होने की कोशिश की जा चुकी है इसके बावजूद अभी तक शांति स्थापित नहीं हो सकी है। फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल के साथ एक व्यापक समझौता करने को लेकर सहमति जताई गई है। बताया जा रहा है कि फिलिस्तीन की तरफ से हमास सभी बंधकों की रिहाई के लिए तैयार हो गया है। दूसरी तरफ हमास की तरफ से इसराइल को चेतावनी भी दी गई है कि यदि इजरायल के द्वारा गाजा पर कब्जा करने की कोशिश की गई तो इसराइल को इसके बदले में बड़ी कीमत चुकानी होगी। गाजा किसी पिकनिक का स्थान नहीं है। यदि इजरायल के द्वारा ऐसा कदम उठाया गया तो हमारे लोगों के द्वारा बड़ी मात्रा में विरोध किया जाएगा। इजरायल के सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री में भी एकमत नहीं है। इजराइल के प्रधानमंत्री के द्वारा कुछ समय पहले पूरे गाजा पर कब्जा करने का प्लान बनाया गया था जबकि इजरायल के सेना प्रमुख इससे सहमत नहीं थे। इसराइल के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख के बीच सहमति नहीं होने के कारण सेना और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है।
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गाजा में कब्जा बढ़ाने की कोशिश में इजरायल
इजराइल के द्वारा लगातार गाजा में कब्जा बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट के द्वारा गाजा सिटी में हमास के कब्जे से सिटी पर कब्जा करने के लिए इजरायल की सेना को मंजूरी प्रदान की गई। इजरायल के प्रधानमंत्री के ऑफिस के द्वारा बयान जारी करते हुए इसकी पुष्टि की गई। बताया जा रहा है कि लगभग 10 घंटे तक चली बैठक के बाद कैबिनेट के द्वारा यह निर्णय लिया गया। इससे पहले इजरायल की सेना का गाजा के लगभग तीन चौथाई हिस्से पर कब्जा हो चुका है। ऐसे में इजरायल के द्वारा उन हिस्सों में घुसने की कोशिश की जा रही है जिन में हमास के कब्जे में अभी भी बंधक होने की संभावना है। इजरायल की सेना के द्वारा लगातार बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है। इसराइल के प्रधानमंत्री के द्वारा इससे पहले पूरी गाजा पट्टी पर इजरायल का कब्जा करने की बात कही गई थी। लेकिन फिलहाल उनके द्वारा सिर्फ गाजा सिटी का ही जिक्र किया गया है।
इजरायल ने हमास के सामने रखी शर्त
इजराइल के द्वारा गाजा में चल रही हमास के साथ जंग को खत्म करने को लेकर सहमति जताई है लेकिन उन्होंने इसके साथ हमास के सामने कुछ शर्ते भी रखी है। इजराइल की तरफ से कहा गया कि हमास के द्वारा पूरी तरह से हथियार डालने होंगे। यह संभावना जताई जा रही है कि हमास के कब्जे में अभी भी 20 से अधिक जीवित बंधक हैं जबकि कुल मिलाकर 50 बंधक हमास के कब्जे में होने की संभावना है। इजराइल के द्वारा सभी बंधकों की रिहाई की शर्त भी हमास के सामने रखी गई। गाजा में लगातार बढ़ रही सैन्य ताकतों को खत्म करना होगा जबकि इजराइल का सुरक्षा नियंत्रण लगातार गाजा पर जारी रहेगा। इसी के साथ इजराइल ने यह शर्त रखी कि गाजा में एक ऐसा वैकल्पिक नागरिक प्रशासन का निर्माण करना होगा जो नए तो फिलिस्तीन प्राधिकरण के कब्जे में होगा और न हीं हमास के कब्जे में।

गाजा को आतंक से मुक्त करना हमारा लक्ष्य -इजरायल
इजराइल के प्रधानमंत्री ने इससे पहले दिए गए बयान में कहा था कि जल्द ही इजरायल के द्वारा जंग खत्म होने के बाद का प्लान तैयार किया जाएगा। इजराइल में एक ऐसी प्रशासनिक व्यवस्था की जाएगी जिसमें नागरिक शासन रहेगा और ना ही फिलिस्तीन अथॉरिटी की इसमें भूमिका होगी इसराइल के द्वारा लगातार गाजा पर सुरक्षा घेरा बनाकर रखा जाएगा लेकिन गाजा के प्रशासन में इजरायल की किसी भी तरह की भूमिका नहीं होगी। हमारा उद्देश्य सिर्फ गाजा को आतंक से मुक्ति दिलाना है। गाजा के लोगों के लिए एक जिम्मेदार शासन के तौर पर अब ताकत को मजबूती दी जाएगी और वहां के लोगों को आजादी प्रदान की जाएगी। हम ऐसे लोगों को गाजा की सत्ता सौंपना चाहते हैं जो भविष्य में हमारे लिए खतरा नहीं बने और गाजा के लोगों को अच्छा जीवन उपलब्ध करा सके।
इजराइल के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख आमने-सामने
लंबे समय से गाजा में चल रही इसराइल और हमास के बीच जंग में विभिन्न रोचक तथ्य भी सामने आ रहे हैं। अमेरिका के द्वारा लगातार इस जंग को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। दुनिया के विभिन्न देश लगातार इजरायल के द्वारा की जा रही सैनिक कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। इसी बीच बड़ी खबर सामने आ रही है कि इजरायल के सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री में भी एकमत नहीं है। इजराइल के प्रधानमंत्री के द्वारा कुछ समय पहले पूरे गाजा पर कब्जा करने का प्लान बनाया गया था जबकि इजरायल के सेना प्रमुख इससे सहमत नहीं थे। इसराइल के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख के बीच सहमति नहीं होने के कारण सेना और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है।