Modi UNGA Absence: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल नहीं होंगे, विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा नहीं लेंगे प्रधानमंत्री मोदी; भारतीय विदेश मंत्री जा सकते हैं अमेरिका

Modi UNGA Absence : भारत और अमेरिका के बीच इस समय रिश्ते तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। इसी बीच बड़ी खबर सामने आ रही है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी समय में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के लिए अमेरिका नहीं जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक सितंबर के अंत में होने वाली है। इसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति में विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए जारी की गई वक्ताओं की सूची में भारतीय प्रधानमंत्री का नाम शामिल नहीं किया गया है। इस सूची में शामिल वक्ताओं के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक उच्च स्तरीय सम्मेलन को संबोधित किया जाएगा।

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9 सितंबर से शुरू होगा सत्र

संयुक्त राष्ट्र महासभा का सत्र 9 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा का यह 80 वा सत्र होगा। महासभा के अंतर्गत 23 से 29 सितंबर तक उच्च स्तरीय आम बहस चलेगी। 23 से 29 सितंबर तक चलने वाली बहस में ब्राजील सत्र का पहला वक्त होगा जबकि दूसरे नंबर पर अमेरिका को मौका मिलेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में 23 सितंबर को विश्व के दूसरे देशों को संबोधित किया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दूसरे कार्यकाल में पहली बार महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति में विदेश मंत्री एस जयशंकर के द्वारा हिस्सा लेने की स्थिति में 27 सितंबर को भारत का संबोधन हो सकता है। जुलाई में जारी सूची के अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 26 सितंबर को बहस को संबोधित करना था लेकिन अब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका नहीं जाने की खबर सामने आ रही है।

अमेरिका पर टैरिफ घटाने को तैयार भारत लेकिन अब हो चुकी देर : ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा टैरिफ के मुद्दे पर भारत को लेकर टारगेट किया जा रहा है। एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान देते हुए कहा कि भारत के द्वारा अब स्थिति पहचान के बाद अमेरिका पर टैरिफ कम करने की तैयारी की गई है लेकिन अब काफी देर हो चुकी है। भारत को अमेरिका पर लगाए जाने वाला टैरिफ पहले ही कम कर देना चाहिए था। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों को उन्होंने एक तरफ़ा करार देते हुए कहा कि अमेरिका को भारत के द्वारा बड़े स्तर पर सामान बेचा जाता है लेकिन इसके बावजूद भारत अमेरिका का बहुत कम समान खरीद रहा है।

भारत के टैरिफ से सामान बेचना हो रहा मुश्किल -ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत के द्वारा अमेरिका के सामान पर काफी अधिक मात्रा में टैरिफ लगाया गया है। अधिक टैरिफ के कारण अमेरिका की कंपनियों को भारत में सामान बेचना काफी मुश्किल हो रहा है। भारत के द्वारा अत्यधिक टैरिफ के कारण यह पूरी तरह से एक तरफ़ा संकट है। रूस के साथ व्यापार को लेकर उन्होंने कहा कि ज्यादातर तेल तथा सुरक्षा उपकरणों की खरीद भारत के द्वारा अमेरिका से नहीं की जाती बल्कि वह ऐसे व्यापार रूस से करता है। उन्होंने इस समस्या को काफी पुरानी करार दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा यह बयान ऐसे समय पर दिया गया है जब भारतीय प्रधानमंत्री के द्वारा लगातार अमेरिका का विरोध किया जा रहा है। भारत अमेरिका से रिश्ते तनावपूर्ण होने के बाद लगातार चीन तथा रूस के साथ नजदीकी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।

चीन और रूस के साथ भारत की नजदीकी से अमेरिका को एतराज

अमेरिका के द्वारा भारत के साथ किये जा रहे बर्ताव के बाद भारत ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अमेरिका के सामने झुकने की बजाय अब वह चीन तथा रूस को प्राथमिकता दे रहा है। शंघाई सहयोग संगठन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात की। इसी दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी भारतीय प्रधानमंत्री मोदी मिले। चीन के राष्ट्रपति भारतीय प्रधानमंत्री और रूस के राष्ट्रपति की मुलाकात के कारण अमीरीका में चिंता बढ़ गई है। अमेरिका ने रूस भारत और चीन के एक साथ होने पर एतराज जताया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार का मानना है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुतिन और जिनपिंग के साथ होने की वजह से अमेरिका के साथ खड़ा होना चाहिए। मोदी का पुतिन और जिनपिंग के साथ खड़ा होना शर्मनाक है। पता नहीं ऐसा वह किस सोच के साथ कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही भारत के द्वारा रूस की बजाय अमेरिका का साथ दिया जाएगा।

Modi UNGA Absence: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल नहीं होंगे, विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
Modi UNGA Absence: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल नहीं होंगे, विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
‘ट्रंप के फैसलों से पूरे देश को हो रहा नुकसान’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बोलते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार गलत फैसले लिए जा रहे हैं। उनके द्वारा लिए जा रहे गलत फैसलों के कारण देश को नुकसान भुगतना पड़ रहा है। ट्रंप के द्वारा निजी फायदे के लिए भारत और पाकिस्तान का संघर्ष रोकने का भी दावा किया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति लगातार गलत साबित हुई है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद तनाव बढ़ गया था। भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया था जिसके बाद कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। अंत में दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने व्यापार का दबाव बनाते हुए दोनों देशों को संघर्ष विराम के लिए राजी किया था जबकि भारत यह बात मानने को लिए तैयार नहीं है।

‘अमेरिका के लिए जरूरी है भारत’

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि ट्रंप के द्वारा पाकिस्तान की सेना प्रमुख तथा पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश की जा रही है जबकि भारत से अमेरिका के रिश्ते लंबे समय से अच्छे रहे हैं। भारत से रिश्ते अच्छे होने से अमेरिका को फायदा है। भारतीय टैलेंट; तकनीक तथा आर्थिक मामलों में अमेरिका को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इसी के साथ उन्होंने यह भी चेतावनी कि यदि अमेरिका को चीन के रणनीतिक  खतरों से लड़ाई लड़नी है तो भारत का साथ जरूरी है। भारत से रिश्ते बिगड़ने पर बड़ा नुकसान अमेरिका को उठाना होगा।

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