Palestine Recognition : लंबे समय से गाजा में चल रहे इजराइल और हमास के संघर्ष के बीच अब दुनिया के विभिन्न देशों के द्वारा लगातार फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता देने की घोषणा की जा रही है। फ्रांस, कनाडा तथा दूसरे कई देशों के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान की गई है। इसी बीच इटली में भी फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता देने की मांग जोर-जोर से उठाई जा रही है। फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता नहीं देने के विरोध में इटली में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुए इस दौरान उग्र भीड़ के द्वारा तोड़फोड़ और आगजनी की गई।
इटली की प्रधानमंत्री ने किया मान्यता से इनकार
एक तरफ इटली में फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के लिए लगातार मांग की जा रही है और इस के समर्थन में उग्र प्रदर्शन भी किया जा रहा है। दूसरी तरफ इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया महिलाओं ने के द्वारा फिलीस्तीन को आजाद देश की मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया है। जिसके बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न सड़कों को जाम कर दिया तथा इसका असर राजधानी तक दिखाई दिया। विभिन्न स्टेशन तथा बस स्टेशनों पर तोड़फोड़ की गई। भीड़ के द्वारा किए गए उग्र प्रदर्शन बड़ा नुकसान होने के साथ-साथ 60 से अधिक पुलिसकर्मी घायल होने की खबर सामने आ रही है। फिलिस्तीन समर्थकों के द्वारा बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए गए। लोगो के द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को इटली के प्रधानमंत्री के द्वारा शर्मनाक बताया गया। उन्होंने कहा कि इन प्रदर्शनों के द्वारा इटली के नागरिकों को नुकसान उठाना पड़ेगा। इससे गाजा के लोगों की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों से इसे खत्म करने की भी अपील की।
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इटली की प्रधानमंत्री से विपक्ष नाराज
फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के मुद्दे पर लगातार इटली की प्रधानमंत्री तथा विपक्ष में तकरार चल रही है। एक तरफ इटली के प्रधानमंत्री का मानना है कि जोड राज्य अभी अस्तित्व में नहीं है उसे राज्य की मान्यता देने का कोई औचित्य नहीं है लेकिन जब इटली के प्रधानमंत्री से इजराइल को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर जवाब देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद इटली के प्रधानमंत्री को लेकर विपक्ष हमलावर है। इससे पहले भी इटली के प्रधानमंत्री के द्वारा यह कहा गया था कि वह फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के पक्ष में है लेकिन इसके बनने से पहले मान्यता देना ठीक नहीं है जो वास्तव में मौजूद नहीं है उस राज्य को कागज को मान्यता देने से समस्या हल हो जाने की झूठी खबर फैल जाएगी जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। ऐसा करने से कोई भी परेशानी खत्म नहीं होने वाली है।
‘राज्य का दर्जा मिलना फिलिस्तीन का अधिकार’
विभिन्न देशों के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान किए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश का दर्जा मिलना उसका अधिकार है। यह उसको किसी के द्वारा इनाम नहीं दिया जा रहा है। फिलीस्तीन को यह अधिकार दिए बिना शांति संभव नहीं है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान करते हुए कहा कि यह हमास की हार है। फ्रांस के राष्ट्रपति के द्वारा हमास पर की गई इस टिप्पणी को जबरदस्त समर्थन देखने को मिला।
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने किया चुनाव का वादा
लंबे समय से गाजा में चल रहे संघर्ष के बीच फिलिस्तीन के राष्ट्रपति के द्वारा बड़ा वादा किया गया। उन्होंने हमास से हथियार छोड़ने की अपील की। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने बताया कि गाजा में होने वाले शासन में भविष्य में हमास की किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं होगी। जंग खत्म होने के बाद संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। संघर्ष खत्म हो जाने के बाद 3 महीने के भीतर अंतिम संविधान तैयार किया जाएगा जिससे कि अथॉरिटी से सत्ता राज्य को स्थानांतरित की जा सके। इसी के साथ फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने जिन देशों के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान की गई है उनका धन्यवाद दिया। साथ ही दूसरे देशों से भी ऐसा करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता दिलाने में भी फिलिस्तीन की मदद करें।

इजराइल बोला- देंगे जवाब
विभिन्न देशों के द्वारा फिलीस्तीन को आजाद देश की मान्यता प्रदान करने की घोषणा करने के बाद इस पर इजरायल ने आपत्ति जताई। इजरायल के प्रधानमंत्री का कहना है कि कनाडा, आस्ट्रेलिया तथा ब्रिटेन के द्वारा उठाए जा रहा यह कदम आतंकवाद को इनाम देना जैसा है। उन्होंने बताया कि फिलिस्तीन देश जॉर्डन नदी के पश्चिम में कभी नहीं बनेगा। इसी के साथ उन्होंने फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान करने वाले देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका से लौटने के बाद इस कदम का जवाब दिया जाएगा।
1967 में इजरायल ने किया था कब्जा
फिलिस्तीन लंबे समय से अपने आप को स्वतंत्र देश के रूप में दुनिया के सामने पेश करता रहा है। अब तक दुनिया के 140 से अधिक देश फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश का दर्जा दे चुके हैं लेकिन फ्रांस के द्वारा ऐलान कर देने के बाद अब एक बड़े पश्चिमी देश के द्वारा यह मान्यता प्राप्त हो जाएगी। फिलीस्तीन को अब तक स्वतंत्र देश की मान्यता देने वाले देशों में कई यूरोपीय देश भी शामिल है। आपको बता दे की फिलिस्तीन पर 1967 के मिडिल ईस्ट युद्ध के दौरान इजरायल के द्वारा कब्जा किया गया था। फिलिस्तीन में गाजा पट्टी पूर्वी यरुशलम और वेस्ट बैंक का क्षेत्र शामिल है। गाजा में लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। दोनों के बीच चल रहे इस युद्ध के कारण गाजा में हालत काफी खराब हो चुके हैं और आने वाले समय में यदि यह संघर्ष नहीं रुक तो भुखमरी की स्थिति पैदा हो सकती है।