India Pakistan tension : लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव में तुर्किये के द्वारा पाकिस्तान को खुले तौर पर समर्थन किया जाता है। तुर्किये के राष्ट्रपति के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी इसकी झलक दिखाई दी। तुर्किये के राष्ट्रपति के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में भाग लिया गया। इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे को खत्म करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि अप्रैल में भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय तक तनाव बना रहने के बाद संघर्ष विराम हुआ। कश्मीर में हमारे बहन और भाइयों की सुरक्षा के लिए इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मदद से हल करना आवश्यक है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश में मुकाबला आज; जीतने वाली टीम को मिलेगा फाइनल का टिकट
पाकिस्तान लगा रहा भारत पर झूठे आरोप
भारत को फिनलैंड के राष्ट्रपति ने बताया भविष्य की ताकत; चीन और रूस से तुलना बताई गलत
एशिया कप में हो सकता है भारत-पाकिस्तान फाइनल मुकाबला!
2019 से लगातार कर रहा तुर्किये वकालत
कश्मीर मुद्दे को लेकर यह पहली बार नहीं है जब तुर्किये के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसका जिक्र किया गया हो। 2019 के बाद से लगातार उसके द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का जिक्र किया गया है। सिर्फ 2024 में उसके द्वारा यह जिक्र नहीं किया गया था। ऐसा करते हुए पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन दिखाना चाहता है जबकि भारत के द्वारा यह बार-बार स्पष्ट कर दिया गया है कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और वह इस मामले में किसी भी दूसरे देश की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव संघर्ष में बदल जाने के बाद तुर्किये के राष्ट्रपति के द्वारा खुलेआम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत करते हुए पाकिस्तान को समर्थन दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा था कि कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए वह हर संभव कोशिश करेंगे।
दूसरे देश को कश्मीर पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं : भारत
संयुक्त राष्ट्र महासभा में तुर्किये के राष्ट्रपति के द्वारा कश्मीर मुद्दे को लेकर की गई। चर्चा पर भारत के द्वारा आपत्ति जताई गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और किसी भी दूसरे देश को इस मुद्दे पर चर्चा करने का कोई अधिकार नहीं है। किसी दूसरे देश के आंतरिक मामलों पर चर्चा करने से अच्छा होता सीमा के पार लगातार बढ़ रहे आतंकवाद को रोकने पर चर्चा की जाती। जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद बना हुआ है।
महासभा में गूंजा फिलिस्तीन का मुद्दा
तुर्किये के राष्ट्रपति के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत पाकिस्तान मुद्दे के साथ-साथ इसराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर भी जिक्र किया गया। उन्होंने इजराइल के द्वारा गाजा में किया जा रहे हमलों की निंदा की। उन्होंने फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता देने की मांग करते हुए समर्थन देने की अपील की। गाजा में हो रही लड़ाई में लगातार बच्चे और महिलाओं की जान जा रही है। इसे लेकर तुर्किये के राष्ट्रपति के द्वारा चिंता व्यक्त की गई।
कश्मीर के पहलगांव में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान में युद्ध के हालात पैदा हो गए थे। बाद में दोनों देश से संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम को लेकर बार-बार चर्चा उठती रहती है। एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार यह बयान देते आए हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराया था जबकि भारत उनकी बात को स्वीकार नहीं कर रहा है। एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत पाकिस्तान संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने दोनों देशों के बीच युद्ध रोकने का काम किया जबकि यह कार्य संयुक्त राष्ट्र को करना चाहिए था।

दुनिया में 7 जंग मैंने खत्म कराई ट्रंप
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे तनाव को खत्म करने की जिम्मेदारी संयुक्त राष्ट्र की थी लेकिन विभिन्न क्षेत्रों में 7 जंग मेरे द्वारा खत्म कराई गई। संयुक्त राष्ट्र महासभा में डोनाल्ड ट्रंप के लिए 15 मिनट का संबोधन तय था लेकिन उन्होंने 56 मिनट तक भाषण दिया। इससे पहले उन्होंने भारत-पाकिस्तान तथा ईरान इजरायल संघर्ष समेत दुनिया के अलग-अलग क्षेत्र में 11 युद्ध रोकने में अपनी भूमिका बताई थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान युद्ध को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा की गई कोशिश से दुनिया के अब तक 11 युद्ध समाप्त किया जा चुके हैं जिसमें भारत और पाकिस्तान के साथ-साथ ईरान इजरायल संघर्ष भी शामिल है। यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा इस तरह का बयान दिया गया हो। इससे पहले भी वह बार-बार भारत पाकिस्तान युद्ध को रोकने में अपनी भूमिका को दोहराते रहे हैं। हालांकि भारत के द्वारा डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को स्वीकार नहीं किया जा रहा है लेकिन पाकिस्तान भी डोनाल्ड ट्रंप के बयान का समर्थन करता हुआ नजर आता है।