Pakistan Army Power : पाकिस्तान में लंबे समय से यह देखा जा रहा है कि प्रधानमंत्री तथा दूसरे राजनेता की तुलना में विदेश में पाकिस्तान के सेना प्रमुख को अधिक तवज्जो दी जा रही है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनिर का कद लगातार पाकिस्तान में बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए यह चर्चा चली थी कि आने वाले समय में पाकिस्तान के सेना प्रमुख पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज हो सकते हैं। इसे लेकर जब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हाइब्रिड मॉडल पर सरकार को संचालित किया जाता है जिसमें सरकार और सेना दोनों शामिल है।
डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब एलन मस्क का नाम एप्सटीन फाइल में
6 साल बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिले अमेरिकी राष्ट्रपति
तुर्किये के कश्मीर के जवाब में भारत ने उठाया साइप्रस का मुद्दा
पाकिस्तान के सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री ने की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात
मिलकर लेते हैं फैसला
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से जब असीम मुनीर की ताकत तथा फैंसलों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यदि किसी फैसले को लेकर मतभेद होता है तो मिलकर फैसला लिया जाता है। इससे पहले भी ख्वाजा आसिफ के द्वारा हाइब्रिड मॉडल का जिक्र किया जा चुका है। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान का पोलिटिकल सिस्टम एक आदर्श लोकतंत्र के रूप में नहीं है लेकिन यह काफी जरूरी हो गया है। एक एंकर को दिए सवाल जवाब में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री काफी असहज दिखाई दिए।
पूर्व प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट को लेकर पलटे पाक रक्षा मंत्री
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के द्वारा इससे पहले यह आरोप लगाया गया था कि पूर्व प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया अकाउंट भारत से संचालित हो रहा है लेकिन अब उन्होंने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि रावलपिंडी की जेल से उनके एक अकाउंट को संचालित किया जा रहा है। जब एंकर ने उन्हें अपने बयान पलटने के मामले से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि इमरान खान को खुद बताना चाहिए कि आखिर उनके सोशल मीडिया अकाउंट को कौन चला रहा है? या तो खेल इमरान खान जेल से अकाउंट चल रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि मेरे पास इमरान खान का अकाउंट भारत से चलने को लेकर सबूत है लेकिन मैं इसे सार्वजनिक नहीं कर सकता।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा बड़ा दावा संयुक्त राष्ट्र महासभा में किया गया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों चले संघर्ष में पाकिस्तान की जीत का दावा किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन देते हुए भारत को पाकिस्तान का दुश्मन बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के साथ हुए संघर्ष में पाकिस्तान की जीत हुई थी। दोनों देशों के बीच कई दिनों तक चलने संघर्ष में पाकिस्तान की सेना के द्वारा भारत के साथ विमान भी गिराए। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा इसे लेकर बयान दिया गया हो इससे पहले भी वह बार-बार भारत पाकिस्तान संघर्ष को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
‘भारत ने उठाया राजनीतिक फायदा’
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के द्वारा इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की अपील की गई थी लेकिन भारत के द्वारा इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया था। भारत ने पहलगाम हमले से पैदा हुए संकट का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की। भारत लगातार कट्टरपंथी हिंदुत्व को अपनाता रहा है। यह पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से पहले ही यह चेतावनी दे दी थी कि पाकिस्तान किसी भी दूसरे देश के हमले को सहन नहीं करेगा। उनकी यह चेतावनी सही भी साबित हुई। भारत के द्वारा की गई कार्रवाई पर पाकिस्तान के द्वारा मुंहतोड़ जवाब दिया गया।

भारत ने किया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन : शरीफ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन देते हुए भारत पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भारत के द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। एक तरफा फैसले लेते हुए भारत के द्वारा इस संधि का उल्लंघन किया गया है। भारत के द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित कर देने के बाद भी पाकिस्तान अपने 24 करोड़ नागरिकों के पानी की रक्षा करेगा। सिंधु जल संधि के उल्लंघन को पाकिस्तान के द्वारा युद्ध के समान माना जाएगा।
भारत रद्द कर चुका सिंधु जल समझौता
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला जाने के बाद यह चरम पर पहुंच गया था। दोनों देशों के बीच कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को लेकर कठिन निर्णय लिए हैं। भारत के द्वारा लंबे समय से चले आ रहे सिंधु जल समझौते को रद्द किया जा चुका है। सिंधु जल समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान में कुल 6 नदियों के पानी को बांटा जाता है। साथ ही पानी से जुड़े आंकड़े एक दूसरे को आदान-प्रदान किए जाते थे। भारत के द्वारा सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिए जाने के बाद पाकिस्तान के सामने पानी का संकट खड़ा हो गया है। सिंधु जल समझौते को 1960 में भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान की मौजूदगी में किया गया था। इस समझौते के तहत पाकिस्तान को 80% पानी उपलब्ध होता है जबकि भारत को इन नदियों से 20% पानी प्राप्त होता है। 6 नदियों में से तीन नदियों का पानी पाकिस्तान को जबकि तीन नदियों को पानी भारत को प्राप्त होता था।