Indus Water Treaty के रद्द होने से पाकिस्तान में नदियां सूखी, फसलें बर्बाद होने की कगार पर, किसान कर रहे हैं विरोध, जल संकट गहराया।

पाकिस्तान पर दिखने लगा सिंधु समझौते का असर, सूखने लगी पाकिस्तानी नदियां

Indus Water Treaty: पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार के द्वारा लंबे समय से चला आ रहा भारत और पाकिस्तान के बीच का सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया गया| अब सिंधु जल समझौते का असर पाकिस्तान पर नजर आने लगा है| पाकिस्तान की नदियां सिंधु जल समझौते के अभाव में सूखने लगी हैं| पाकिस्तान में पानी की कमी से फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच चुकी है|

डेड लेवल से नीचे जा सकता है चिनाब का जलस्तर

भारत के द्वारा सिंधु जल समझौता रद्द करने के बाद पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोक देने से पाकिस्तान की नदियों में पानी की कमी नजर आ रही है| पाकिस्तान की  महत्वपूर्ण नदी चिनाब  में पानी का फ्लो  बहुत कम नजर आ रहा है| बताया जा रहा है कि चिनाब नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट आ रही है और आने वाले समय में यह जल स्तर डेड लेवल से भी नीचे जा सकता है| चिनाब नदी के फ्लो  में 90% से ऊपर की कमी बताई जा रही है| चिनाब  नदी का वाटर फ्लो  29 मई  को 98000 के पर बताया जा रहा था जबकि वर्तमान में यह घटकर 7000 के लगभग रह गया है|

Indus Water Treaty के रद्द होने से पाकिस्तान में नदियां सूखी, फसलें बर्बाद होने की कगार पर, किसान कर रहे हैं विरोध, जल संकट गहराया।
Indus Water Treaty के रद्द होने से पाकिस्तान में नदियां सूखी, फसलें बर्बाद होने की कगार पर, किसान कर रहे हैं विरोध, जल संकट गहराया।
पानी की कमी से नष्ट होगी फैसले

पाकिस्तान में लगातार नदियों में आ रही पानी की कमी को पाकिस्तानी किसान अपने लिए खतरा मान रहे हैं| पाकिस्तानी नदियों में पानी कम होने के कारण आसपास के क्षेत्र में फसल पानी की कमी से नष्ट होने के कगार पर पहुंच चुकी है| बताया जा रहा है कि लगभग 50% फसल पानी की कमी से जूझ रही है| पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत के किसान  चेनाब नदी के पानी से सिंचाई करने पर निर्भर हैं| भारत के द्वारा सिंधु जल समझौता रद्द कर देने के बाद पाकिस्तान में पानी की कमी को लेकर जल संकट पैदा हो गया है और इस बात को पाकिस्तान के कृषि मंत्रालय के द्वारा भी स्वीकार किया जा चुका है|

विभिन्न बांधों में भी आई  पानी की कमी

पाकिस्तान के ऊपर सिंधु जल समझौते के असर को व्यापक रूप से देखा जा सकता है| न सिर्फ पाकिस्तान की नदियों में जलस्तर में गिरावट आई है बल्कि पाकिस्तान की विभिन्न नदियों पर बने बांधों में भी पानी की कमी नजर आ रही है| झेलम नदी पर पाकिस्तान में बने मंगला बांध में और सिंधु नदी पर बने तरबेला बांध में भारत की तरफ से जल प्रवाह नहीं होने के कारण पानी की कमी नजर आ रही है|

आपको बता दे  कि पाकिस्तान का मंगला बांध विश्व का सबसे बड़ा सातवां बाँध  है| पाकिस्तान के मंगला  और तरबेला बाँध  लगातार पानी की कमी से जूझ रहे हैं और पाकिस्तान की हालत खराब होते जा रहे हैं| यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि इसी तरह स्थिति बनी रही तो आगामी समय में जल संकट और भी अधिक गहरा सकता है|

किसानो की पाकिस्तान सरकार को चेतावनी

भारत के द्वारा सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिए जाने के बाद पाकिस्तान के किसान चिंतित नजर आ रहे हैं| खरीफ सीजन को लेकर चिंतित किसान पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दे रहे हैं| पाकिस्तानी किसान लगातार पाकिस्तान की सेना  और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और किसान संगठनों का कहना है कि हालातो में सुधार नहीं आया तो वह जल्द ही राजधानी की तरफ कूच कर सकते हैं|

पाकिस्तान को पानी की कमी से होने वाले नुकसान को लेकर पाकिस्तान के किसानो  ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हालात नहीं सुधरे तो पाकिस्तान को फसल नष्ट होने के कारण 4500 अरब रुपए तक का नुकसान पहुंच सकता है।

पानी के लिए गिड़गिड़ा रहा पाकिस्तान

कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद भारत सरकार के द्वारा पाकिस्तान को लेकर कठोर निर्णय लिए गए थे| भारत सरकार ने लंबे समय से चली आ रही सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था जिसका असर पाकिस्तान पर अब खुलकर दिखने लगा है| पानी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान के सामने अब जल संकट पैदा हो गया है और वह पानी के लिए भारत के सामने गिड़गिड़ाता हुआ नजर आ रहा है|

पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के द्वारा भारत के जल संसाधन मंत्रालय को कई बार पानी की मांग करते हुए चिट्ठी लिखी जा चुकी है| सिंधु जल समझौता के रद्द होने के बाद से लगातार पाकिस्तान की नदियों में पानी की कमी आ रही है जिससे पाकिस्तान की फसलों के नष्ट होने की संभावना जताई जा रही है| पाकिस्तान में खरीफ सीजन की फसलों में नुकसान हुआ तो पाकिस्तान की जीडीपी पर इसका बुरा असर पड़ेगा।

लंबे समय से चला आ रहा था सिंधु जल समझौता

भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों देशों से गुजरने वाली नदियों को लेकर लंबे समय से समझौता चल रहा था| सिंधु जल समझौते के तहत दोनों देशों में बहने वाली 6 नदियों के पानी का बंटवारा किया जाता था| तीन नदियों का पानी भारत उपयोग में लेता  था जबकि तीन नदियों के पानी को उपयोग में लेने का अधिकार पाकिस्तान के पास था| लेकिन लगातार पाकिस्तान के द्वारा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने और कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद भारत सरकार के द्वारा लिए गए कठोर निर्णय में सिंधु जल समझौते को रद्द करने का निर्णय भी लिया गया|

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सिंधु जल समझौते को रद्द कर देने के बाद पाकिस्तान के द्वारा इस मुद्दे को विश्व बैंक के समक्ष भी उठाया गया था जिसे विश्व बैंक के द्वारा न कार  दिया गया था। सिंधु जल समझौते को स्थगित कर देने के बाद भारत के द्वारा पाकिस्तान में प्रवाहित होने वाली नदियों के पानी को बांधों में एकत्रित किया जा रहा है तथा नदियों से संबंधित जल आंकड़ों को पाकिस्तान को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है| जिससे पाकिस्तान में जल संकट पैदा हो गया है| पाकिस्तानी नदियां अपने डेड स्तर के करीब पहुंच चुकी हैं।

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