Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में कुछ दिनों पहले हुए भीषण विमान हादसे के बाद विभिन्न एजेंसियां लगातार इस हादसे का कारण जानने की कोशिश कर रही है। विमान हादसे के बाद इमारत की बिल्डिंग पर विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद किया जा चुका है। जिसे लेकर अब जांच का कार्य शुरू है। लेकिन ब्लैक बॉक्स का डाटा रिकवर करने के लिए इसे अमेरिका भेजा जाएगा। भारत में ब्लैक बॉक्स से डाटा रिकवर नहीं किया जा सकता है
ब्लैक बॉक्स हो चुका है डैमेज
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद विमान में आग लग गई थी और वह बुरी तरह से जल गया था। इसमें सवार सभी यात्रियों की भी दर्दनाक मौत हुई थी। हादसे के बाद हॉस्टल की इमारत के ऊपर मिला ब्लैक बॉक्स भी काफी डैमेज हो चुका है। ब्लैक बॉक्स से डाटा रिकवर करने के लिए इसे अमेरिका भेजना पड़ेगा।
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भारत में ब्लैक बॉक्स से डाटा रिकवर नहीं किया जा सकता है। इसीलिए जांच के लिए इसे अमेरिका भेजने का फैसला किया गया है। ब्लैक बॉक्स में पायलट तथा चालक दल के सदस्यों के बीच हादसे से पहले की बातचीत रिकॉर्ड हो जाती हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि पायलट तथा चालक दलों के बीच आपस में हुई बातचीत से हादसे का कारण पता लगाया जा सकेगा।
गोपनीयता के लिए सरकारी अफसर जाएंगे साथ
ब्लैक बॉक्स की जांच के लिए इसे अमेरिका भेजा जा रहा है। ब्लैक बॉक्स के साथ-साथ सरकारी अफसर भी अमेरिका भेजे जाएंगे। ब्लैक बॉक्स की जांच में होने वाले खुलासे तथा गोपनीयता को बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है। ब्लैक बॉक्स को आग और हिट के कारण काफी ज्यादा मात्रा में नुकसान पहुंचा है। भारत में ऐसी कोई संस्था नहीं है जहां पर ब्लैक बॉक्स से डाटा रिकवर किया जा सके। इसीलिए इसे अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड की लैब में भेजने का निर्णय लिया गया है।
वास्तव में ऑरेंज कलर का होता है ब्लैक बॉक्स
ब्लैक बॉक्स विमान के अंदर लगाया जाता है। ब्लैक बॉक्स वास्तव में ऑरेंज कलर का होता है लेकिन अंदर से काले रंग का होने के कारण इसका नाम ब्लैक बॉक्स रखा जाता है। जबकि दूसरी राय के अनुसार हादसे के बाद जल जाने के कारण इसका रंग काला हो जाता है इसी को देखते हुए इसका नाम ब्लैक बॉक्स रखा गया है। ब्लैक बॉक्स किसी भी विमान में हादसा होने से पहले विमान के पायलट तथा अन्य चालक दलों में हुई आपसे बातचीत या इमरजेंसी में मांगी गई हेल्प की बातों को रिकॉर्ड कर लेता है। जिससे हादसे का कारण जानने में सहायता मिलती है।

भीषण आग तथा पानी में गिर जाने के बाद भी ब्लैक बॉक्स सुरक्षित रहता है। ब्लैक बॉक्स के जल में गिर जाने के बाद यह विशेष तरह की सिग्नल भेजना शुरू करता है जिससे इसका पता लगाना आसान रहता है और यह लंबे समय तक पानी में गिरा होने के बावजूद खराब नहीं होता।
12 जून को हादसे में हुई थी 275 लोगों की मौत
अहमदाबाद से रवाना होकर लंदन के लिए जा रहा ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही क्रैश हो गया था। विमान के क्रैश होने के बाद इमारत से टकराने पर इसमें भीषण आग लग गई थी जिसमें विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी जबकि जिस भी इमारत से विमान टकराया था उस इमारत में रहने वाले लोगों को भी मौत का शिकार होना पड़ा था।
अहमदाबाद विमान हादसे में कुल 275 लोगों की मौत होना बताया जा रहा था। हादसे में मारे गए लोगों के शव पूरी तरह से जल चुके थे। उनकी पहचान तक कर पाना मुश्किल हो गया था। इसीलिए सभी मृतकों के पार्थिव शरीर का डीएनए टेस्ट कराया गया था। अहमदाबाद हादसे में मौत का शिकार गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी हो गए थे। विजय रुपाणी अपनी बेटी से मिलने के लिए लंदन जा रहे थे।
अभी तक नहीं हो पाई शवों की जांच
अहमदाबाद विमान हादसे की भीषणता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस विमान हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अब तक भी नहीं हो पा रही है। अहमदाबाद में अस्पताल प्रशासन के द्वारा लगातार डीएनए टेस्ट किये जा रहे हैं। अब तक 190 के लगभग मृतक लोगों के शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं जबकि अन्य की पहचान होने के इंतजार में परिजन अभी भी रुके हुए हैं। इस विमान हादसे का शिकार न सिर्फ भारतीय नागरिक हुए थे बल्कि इसमें कनाडा ब्रिटिश पुर्तगाल के नागरिक भी शामिल थे।
टाटा ग्रुप ने की थी आर्थिक सहायता की घोषणा
अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के लिए टाटा ग्रुप की तरफ से आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी। टाटा ग्रुप के अध्यक्ष चंद्रशेखर के द्वारा यह घोषणा की गई थी। इस विमान हादसे में मारे गए सभी लोगों को एक-एक करोड रुपए का आर्थिक सहयोग देने की घोषणा टाटा ग्रुप के द्वारा की गई है। इसके साथ ही जिस इमारत से विमान टकराया था उस इमारत के निर्माण में सहयोग का भरोसा भी टाटा ग्रुप के द्वारा दिया गया है। इसी के साथ इस विमान हादसे में घायल लोगों का पूरी तरह से इलाज का खर्च टाटा ग्रुप की तरफ से वहन किया जाएगा।