Ahmedabad Plane Crash : कुछ समय पहले अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक विमान के दोनों इंजन बंद हो गए थे। इसी वजह से विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पायलटो के द्वारा की गई आपसी बातचीत से भी यह स्पष्ट हो पाया है। इसमें एक पायलट दूसरे पायलट से इंजन के बंद करने को लेकर सवाल कर रहे हैं। जिसमें दूसरे के द्वारा मना की जा रही है। अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर लगातार जांच जारी है। इसकी प्रारंभिक जांच में इंजन बंद होने को कारण माना जा रहा है। एयर इंडिया के विमान का यह हादसा 12 जून को अहमदाबाद में हुआ था जिसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी।
बंद हुई इंजन को ईंधन की आपूर्ति
हादसे की 1 महीने के बाद जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही इंजन बंद हो गया था। इंजन को ईंधन की आपूर्ति होने में दिक्कत पैदा हो गई थी। जिस कारण इंजन चालू नहीं रह पाया। एक पायलट के द्वारा दूसरे पायलट से पूछा जा रहा है आपने इंजन क्यों बंद किया तो दूसरे ने उत्तर दिया मैंने बंद नहीं किया । रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि इंजन बंद होने के बाद पायलटो ने इन्हें फिर चालू करने की कोशिश की लेकिन एक इंजन तो चालू हो गया परंतु दूसरा इंजन चालू नहीं हो सका।
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बर्ड हीटिंग या मौसम की नहीं थी समस्या
अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर यह भी कयास लगाया जा रहे थे कि खराब मौसम या बर्ड हीटिंग भी इस हादसे की वजह हो सकते हैं। लेकिन जारी की गई रिपोर्ट में इन्हें नकार दिया गया है। दूसरी तरफ ईंधन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने से भी जांच में इनकार किया गया है। फ्यूल टेस्टिंग के बाद यह स्पष्ट किया गया है कि इंजन को मिल रहे ईंधन में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं थी।

अनुभवी थे दोनों पायलट
अहमदाबाद विमान हादसे में विमान को संचालित कर रहे दोनों पायलट काफी अनुभवी थे। मुख्य पायलट को 8200 घंटे उड़ान का अनुभव था जबकि को पायलट के पास भी 1100 घंटे उड़ान का अनुभव था। इसमें यह नहीं कहा जा सकता कि विमान हादसे का कारण पायलट के अनुभव की कमी थी। दूसरी तरफ दोनों में पायलट मेडिकल में भी फिट पाए गए थे। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं थी। उड़ान बनने के कुछ समय बाद ही विमान में समस्या आ जाने पर पायलटो के द्वारा इसे बचाने की पूरी कोशिश की गई थी लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए थे।
अहमदाबाद में 12 जून को हुआ था हादसा
जिस विमान हादसे को लेकर रिपोर्ट जारी की गई है वह विमान हादसा 12 जून को अहमदाबाद में हुआ था। अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश हो गई थी। इस विमान हादसे में 270 से भी अधिक लोगों की जान चली गई थी। विमान जिस इमारत से टकराया था उस इमारत में डॉक्टरों का हॉस्टल था। हादसे में विमान में सवार यात्रियों की मौत होने के साथ-साथ हॉस्टल में लंच कर रहे डॉक्टर भी इस हादसे में मौत का शिकार बने थे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों में शामिल थे। वह अपनी बेटी से मिलने के लिए लंदन जा रहे थे। अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुआ विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए जा रहा था।
पायलट ने किया था इमरजेंसी कॉल
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद जारी की गई रिपोर्ट तथा अन्य स्रोतों से स्पष्ट है कि उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही पायलटो को यह आभास हो गया था कि विमान में कोई ना कोई गड़बड़ी है। इसी कारण पायलटो के द्वारा स्थिति बिगड़ने पर इमरजेंसी कॉल की गई थी। विमान हादसे से पहले उनको कोई सहायता मिल पाती इससे पहले ही विमान इमारत से जा टकराया। इस विमान हादसे को लेकर विभिन्न एजेंसी के द्वारा लगातार जांच की जा रही है। अहमदाबाद में हुए इस विमान हादसे में विमान में सवार यात्रियों में से सिर्फ एक यात्री ही सुरक्षित बच पाए थे। हादसा इतना भयानक था कि यात्रियों की पहचान भी नहीं हो पाई थी। यात्रियों की पहचान करने के लिए डीएनए टेस्ट कराए गए थे। बड़े स्तर पर डीएनए टेस्ट होने के कारण यात्रियों के शव को पहचानने में कई दिन लग गए थे। इस विमान हादसे में मौत का शिकार हुए यात्रियों में भारतीय नागरिक होने के साथ-साथ विदेशी नागरिक भी शामिल थे।