Bangladesh Elections 2026 : बांग्लादेश में आगामी समय में आम चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले राजनीतिक पार्टियों ने अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। बांग्लादेश की इस्लामी पार्टी जमात ए इस्लामी ने यूनुस सरकार से निष्पक्ष चुनाव सहित अन्य मांगों को लेकर ध्यान आकर्षित करने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में किए गए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन में पार्टी की तरफ से लाखों समर्थक एकत्रित हुए थे। आने वाले समय में आम चुनाव को देखते हुए पार्टी लगातार ताकत लगा रही है। इससे पहले पार्टी के द्वारा इस प्रदर्शन में 10 लाख से भी अधिक व्यक्तियों के शामिल होने की संभावना जताई गई थी।
पार्टी के द्वारा आगामी समय में होने वाले चुनाव में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव की गारंटी प्रदान करने की बात कही गई। 2023 में हुए प्रदर्शन के दौरान पीड़ित लोगों को जल्द से जल्द न्याय मिले। चुनाव हेतु प्रमुख सुधार जल्द लागू किए जाएं। राजनीतिक दमन का अंत हो और लगातार बांग्लादेश में बढ़ रहे भ्रष्टाचार और जबरन वसूली पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। बांग्लादेश में सेख हसीना सरकार के गिर जाने के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया गया था। अंतिम सरकार के द्वारा वर्तमान में सरकार चलाई जा रही है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि बांग्लादेश में जल्द ही आम चुनाव होंगे जिससे एक स्थिर सरकार का गठन होगा।
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प्रदर्शन के दौरान पार्टी के नेता हुए दो बार बेहोश
बांग्लादेश की इस्लामी पार्टी के द्वारा किए गए प्रदर्शन के लिए लोग रात से ही इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। ढाका यूनिवर्सिटी में पार्टी के समर्थक एकत्रित हुए। इसके बाद उन्होंने ऐतिहासिक सुअरेरवर्दी उद्यान के लिए कूच किया। पार्टी के द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान पार्टी के प्रमुख नेता रहमान की तबीयत गंभीर नजर आई। भाषण देने के दौरान वह दो बार बेहोश हो गए। स्थिति को देखते हुए बाद में उन्हें जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान प्रदर्शन कर रही पार्टी के द्वारा ऐलान किया गया कि उनका प्रदर्शन सिर्फ फासीवाद के खिलाफ नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ भी है। हम लगातार युवा शक्ति को एकजुट करते हुए इस लड़ाई को जीतने का कार्य करेंगे।

प्रदर्शन में रखी विभिन मांग
जमात ए इस्लाम पार्टी के द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश में कार्य कर रही अंतरिम सरकार से विभिन्न मांगों को लेकर ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की गई। पार्टी के द्वारा आगामी समय में होने वाले चुनाव में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव की गारंटी प्रदान करने की बात कही गई। 2023 में हुए प्रदर्शन के दौरान पीड़ित लोगों को जल्द से जल्द न्याय मिले। चुनाव हेतु प्रमुख सुधार जल्द लागू किए जाएं। राजनीतिक दमन का अंत हो और लगातार बांग्लादेश में बढ़ रहे भ्रष्टाचार और जबरन वसूली पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इसी के साथ आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली की मांग भी प्रदर्शन के दौरान विरोधी नेताओं के द्वारा की गई।
शेख हसीना सरकार का हुआ था तख्ता पलट
बांग्लादेश में लंबे समय से शेख हसीना के नेतृत्व में सरकार कार्य कर रही थी लेकिन सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर छात्रों के द्वारा शुरू किए गए आंदोलन के कारण सेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बांग्लादेश में बड़े नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था। 5 अगस्त 2024 को हिंसा कोई भीड़ में प्रधानमंत्री आवास तक को निशाना बनाया था। इससे पहले सेख हसीना प्रधानमंत्री पद और अपने देश को छोड़कर भारत पहुंच चुकी थी। तब से लेकर अब तक लगातार शेख हसीना के द्वारा भारत में शरण ली जा रही है। बांग्लादेश में सेख हसीना सरकार के गिर जाने के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया गया था। अंतिम सरकार के द्वारा वर्तमान में सरकार चलाई जा रही है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि बांग्लादेश में जल्द ही आम चुनाव होंगे जिससे एक स्थिर सरकार का गठन होगा।
पांच बार प्रधानमंत्री रह चुकी शेख हसीना
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश की राजनीति में एक छत्र राज किया था लेकिन छात्र संगठनों के द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के कारण उनका सूर्य अस्त हुआ। 23 जून 1996 को शेख हसीना पहली बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनी थी। इसके बाद शेख हसीना ने विपक्ष की नेता की जिम्मेदारी भी संभाली। जनवरी 2009 में एक बार फिर से एक हसीना को बांग्लादेश का प्रधानमंत्री चुना गया जबकि 2014 में उन्होंने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। शेख हसीना के द्वारा चौथी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ 2019 में ली गई। 2024 में शेख हसीना ने एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और वह लगातार चौथी बार और कुल पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनी। लंबे समय तक बांग्लादेश की राजनीति पर राज करने वाली शेख हसीना की सरकार 5 अगस्त 2024 को आरक्षण आंदोलन के कारण खत्म हुई।