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एप्सटीन के साथ नाम जोड़ने पर नाराज हुए ट्रंप; अखबार पर किया मानहानि का केस  

Donald Trump Lawsuit : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक समाचार पत्र के द्वारा चलाई गई खबर से नाराज बताए जा रहे हैं। एप्सटीन  मामले में उनके नाम को उछाले जाने के बाद उन्होंने अखबार और अखबार मालिक पर केस किया है। डोनाल्ड ट्रंप ने वॉल स्ट्रीट जनरल समाचार पत्र पर झूठी और मानहानि कारक खबर छापने का आरोप लगाया है। लंबे समय से अमरीका में नाबालिक लड़कियों के साथ यौन शोषण को लेकर यह मुद्दा उछलता रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति के पूर्व साथी और दिग्गज टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क भी बार-बार इस मुद्दे को लेकर मीडिया में बयान दे चुके हैं। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस खबर को झूठ और निराधार बताते हुए अखबार और अखबार के मालिक पर मानहानि का केस किया है।

2003 में भेजा था ट्रंप ने लेटर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस खबर को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं वह खबर एप्सटीन के 50 वे जन्मदिन 2003 से जुड़ी हुई बताई जा रही है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एप्सटीन के जन्मदिन पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा उन्हें एक लेटर भेजा गया था जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का नाम होने के साथ-साथ एक नग्न महिला की तस्वीर भी सम्मिलित थी। इसे लेकर ही लगातार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नाराज नजर आ रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने इस अपमानजनक और झूठा बताते हुए वॉल स्ट्रीट जनरल पर केस करने को लेकर बात कही है। उन्होंने कहा कि यदि वॉल स्ट्रीट जनरल ने इसे वापस नहीं लिया तो वह जल्द ही इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

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बदनाम करने के लिए छपी खबर -ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस अखबार में छापी गई खबर उन्हें बदनाम करने के लिए थी। अखबार ने झूठी और दुर्भावनापूर्ण खबर चलकर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की। मैं अखबार और उनके मालिक पर जल्द ही कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं। मीडिया को ऐसे समय में ईमानदार होना चाहिए। झूठे सूत्रों पर मीडिया को विश्वास नहीं करना चाहिए। मैं पहले भी कई समाचार चैनलों के खिलाफ किए गए मुकदमों में जीत हासिल कर चुका हूं।

अब जल्द ही वॉल स्ट्रीट जनरल पर भी झूठे आरोप लगाने और झूठ फैलाने के आरोप में कानूनी कार्रवाई करूंगा। ऐसे में यह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अखबार के द्वारा चलाई जा रही खबर से खासे नाराज हैं और इसे लेकर अब वह कानूनी कार्रवाई के जरिए अखबार को सबक सिखाना चाहते हैं ताकि भविष्य में उनके खिलाफ कभी ऐसा कदम नहीं उठाया जा सके। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लगातार लंबे समय से एपिस्टिन फाइल में शामिल होने को लेकर चर्चा रही है। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक सबूत सामने नहीं आया है।

आश्वासन के बावजूद छापी खबर -ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा की इस खबर के छपने से पहले अखबार के मालिक के द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि वह इस मामले को देखकर खत्म कर देंगे। लेकिन इसके बावजूद यह खबर अखबार में छाप दी गई। वॉल स्ट्रीट जनरल में छपने वाली यह खबर पूरी तरह फर्जी है और इसे प्रकाशित करने का कोई अधिकार नहीं था। डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा यह जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी गई। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में कोई सच्चाई होती तो अब से पहले ही यह उजागर हो गया होता। मेरे द्वारा यदि कोई चिट्ठी एपिस्टिन को लिखी गई तो इतने सालों तक हुए गोपनीय नहीं रह सकती थी। इसके उजागर होने के लिए उनके तीन बार चुनाव जीतने का इंतजार नहीं किया जाता। यहां यह जानना रोचक है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो बार राष्ट्रपति का चुनाव जीत चुके हैं जबकि 2020 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मानते हैं कि 2020 में भी उन्होंने ही चुनाव जीता था लेकिन चुनाव धांधली के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

Donald Trump Lawsuit को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉल स्ट्रीट जनरल पर मानहानि का केस किया, झूठी रिपोर्टिंग का आरोप लगाया।
Donald Trump Lawsuit को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉल स्ट्रीट जनरल पर मानहानि का केस किया, झूठी रिपोर्टिंग का आरोप लगाया।
खबर छापने से पहले ट्रंप ने किया था झूठा होने का दावा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर वॉल स्ट्रीट जनरल के द्वारा उठाया गया मुद्दा अखबार में प्रकाशित नहीं हुआ था उसी से पहले  डोनाल्ड ट्रंप ने इस समाचार पत्र की एडिटर से संपर्क कर इस खबर को प्रकाशित नहीं करने का अनुरोध किया था। उन्होंने यह अनुरोध राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता के जरिए किया था। उन्होंने कहा था कि यह खबर झूठी है और जिस लेटर को लेकर चर्चा चल रही है यह नकली है। ऐसे में इसे सही मानकर प्रकाशित नहीं किया जाए

दरअसल वॉल स्ट्रीट जनरल अखबार की तरफ से इस खबर को छापने से पहले ट्रंप का रिएक्शन मांगा था जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया गया था और कहा था कि जिस तरह उनके द्वारा विभिन्न मीडिया संस्थानों पर मुकदमे किए गए हैं उसी तरह वाल स्ट्रीट जनरल पर भी जल्द ही कानूनी कार्रवाई करेंगे। वॉल स्ट्रीट जनरल के द्वारा 16 जुलाई को एक समाचार पत्र में खबर प्रकाशित की गई जिसमें एप्सटीन के जन्मदिन पर विभिन्न अश्लील पत्र भेजे जाने को लेकर दावा किया गया। जिसमें यह भी दावा था कि इन भेजे गए पत्र में एक पत्र डोनाल्ड ट्रंप का था।

मस्क ने दी थी फाइल सार्वजनिक करने की चेतावनी

कभी एक दूसरे के खास रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क भी पिछले कुछ समय से एक दूसरे के खिलाफ हो गए हैं। इसके बाद दोनों ही दिग्गजों  में बयान बाजी देखने को मिली थी। लगातार एक दूसरे के खिलाफ इन दिग्गजों के द्वारा कदम उठाएं गए। टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप का नाम सेक्स स्कैंडल में शामिल होने का आरोप लगाते हुए एप्सटीन  फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग की थी। इसके बाद एलन मस्क के द्वारा नई राजनीति पार्टी का गठन किया गया। नई राजनीतिक पार्टी का गठन करने के बाद भी उन्होंने अपनी प्राथमिकता के रूप में इन फाइल को सार्वजनिक करने का मुद्दा बनाया है। अब यह देखने लायक होगा कि आने वाले समय में यह मुद्दा किस करवट बदलता है।

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