Gaza ceasefire efforts: ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय तक चले संघर्ष के संघर्ष विराम में बदल जाने के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति के द्वारा गाजा में चल रहे युद्ध को रोकना पहली प्राथमिकता हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब गाजा में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। आने वाले समय में इजराइल और हमास के बीच जारी टकराव रोकते हुए वह गाजा में एक बार फिर शांति स्थापित करने की कोशिश करेंगे।
एक सप्ताह में समझौता करने की कोशिश
गाजा में लंबे समय से इजरायल और हमास एक दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोशिश कर रहे हैं कि दोनों के बीच चल रहे इस संघर्ष को जल्द ही युद्ध विराम में बदल जाए। यह भी संभावना जताई जा रही है कि अमेरिका के द्वारा की जा रही कोशिश के परिणाम स्वरुप इसराइल और हमास में चल रहे संघर्ष को एक सप्ताह में समझौते में बदला जा सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा व्हाइट हाउस में खुद इस बात को लेकर बयान दिया गया था।
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उन्होंने कहा था कि संघर्ष विराम को लेकर वह संबंधित व्यक्तियों के संपर्क में बने हुए हैं। ट्रंप का कहना है कि गाजा में स्थिति बहुत ही खतरनाक हो चुकी है। युद्ध में शामिल सभी पक्षों के लोगों से लगातार बातचीत की जा रही है। आने वाले समय में हम युद्ध विराम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति के समय भी हुआ था संघर्ष विराम
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में भी इसराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम हो गया था लेकिन इसके बाद दोनों फिर से एक दूसरे के सामने उतर गए हैं। इजरायल के द्वारा हमास पर हमले किए जाने के बाद स्थिति बिगड़ चुकी है। गाजा में भयानक भुखमरी तथा दूसरी समस्याओं का सामना किया जा रहा है। इजराइल के द्वारा जंग में आवश्यक पदार्थो की सप्लाई पर रोक लगा दी गई है जिससे वहां पर अकाल का खतरा लगातार मंडरा रहा है। कुछ समय पहले गाजा तक मूलभुत्व सुविधाओं को पहुंचाने जा रहे जहाज को भी इसराइल के द्वारा बंधक बना लिया गया था।
इजराइल पर बढ़ रहा है दबाव
इसराइल और हमास में चल रहा संघर्ष अब चरम पर पहुंच गया है। गाजा में हालात खतरनाक बताये जा रहे हैं। दूसरी तरफ इजरायल के प्रधानमंत्री पर दुनिया के विभिन्न देशों के द्वारा इस युद्ध को समाप्त करने का दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही साथ इजरायल के प्रधानमंत्री को अपने देश के अंदर भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ इजरायल के प्रधानमंत्री की लगातार बातचीत हो रही है और संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में इसराइल और हमास में चल रहे संघर्ष को रोकने में सफलता प्राप्त होगी। यदि ऐसा होता है तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक और संघर्ष को रोकने में सफल हो जाएंगे।

ट्रंप का दवा भारत पाक संघर्ष रुकवाया
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए संघर्ष के हालातो को कम करने का दावा किया जा चुका है। डोनाल्ड ट्रंप बार-बार अपने इस बयान को दोहराते नजर आ रहे हैं कि उन्ही की कोशिश के बदौलत भारत और पाकिस्तान के मध्य संघर्ष रुका था। भारत और पाकिस्तान का युद्ध परमाणु युद्ध की तरफ जा सकता था लेकिन ट्रंप की कोशिश से यह युद्ध समाप्त हुआ। इसके बाद उन्होंने ईरान और इजरायल के बीच पैदा हुए युद्ध के हालातो में भी मध्यस्थ का कार्य किया था।
ट्रंप और अमेरिका का कहना है कि ईरान और इजरायल के बीच पैदा हुए तनाव को कम करने को लेकर अमेरिका के द्वारा कार्य किया गया। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि उनके द्वारा दुनिया के विभिन्न देशों के मध्य चल रहे संघर्ष को रोका जा चुका है लेकिन उन्हें मीडिया के द्वारा इसका क्रेडिट नहीं दिया गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को खत्म करने का दावा करते हो लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा यह स्पष्ट किया जा चुका है कि भारत और पाक के बीच संघर्ष विराम पाकिस्तान की गुजारिश पर किया गया था। अन्य किसी तीसरे देश के कहने पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत पाकिस्तान युद्ध को रुकवाने का क्रेडिट लेने पर भारतीय विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए जवाब देने की बात कही थी। कुछ दिनों पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत करते हुए भारत-पाकिस्तान के मध्य मध्यस्थ को स्वीकार करने से स्पष्ट मना कर दिया था।