Gaza Israel Conflict: गाजा युद्ध को खत्म करने के लिए इजराइल के 600 से अधिक पूर्व सैन्य व एजेंसी प्रमुखों ने ट्रंप को पत्र लिखी शांति की अपील।

अमेरिका के राष्ट्रपति ने गाजा पर जताई चिंता; बोले- इजराइल को जल्द लेना होगा फैसला

Gaza Humanitarian Crisis : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लंबे समय से गाजा में चल रहे इजरायल और हमास के संघर्ष पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि गाजा में भुखमरी के कारण स्थिति बहुत खतरनाक है। गाजा से सामने आ रही बच्चों की तस्वीर बेहद भयानक और डरावनी है। इजराइल को इस स्थिति में अब जल्द से जल्द युद्ध पर फैसला लेना होगा। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा हमास पर बड़ा आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा कि हमास के द्वारा आम नागरिकों का खाना चुराया जा रहा है। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमास को संघर्ष विराम करने के लिए धमकी दे चुके हैं। इसराइल और हमास के बीच गाजा पट्टी में लंबे समय से युद्ध चल रहा है। जिस कारण गाजा में भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है।

इजराइल ने नकारे भुखमरी के आरोप

लंबे समय से चल रहे इजराइल और हमास के युद्ध के कारण गाजा में स्थिति खतरनाक है। बताया जा रहा है कि गाजा में भुखमरी की स्थिति चल रही है। हालांकि इजरायल के द्वारा इन आरोपों को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। इजराइल की प्रधानमंत्री का कहना है कि गाजा में किसी भी तरह की भुखमरी पैदा नहीं हुई है और ना ही हमारा मकसद भुखमरी पैदा करना है। इसराइल के प्रधानमंत्री के द्वारा एक सम्मेलन में यह बयान दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि हमारे द्वारा मदद नहीं की गई होती तो गाजा में अब तक कोई भी जिंदा मौजूद नहीं होता। उन्होंने यह भी दावा किया कि इजरायल के द्वारा युद्ध की शुरुआत हो जाने के बाद से अब तक 19 लाख टन राहत सामग्री भेजी जा चुकी है।

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हमले से ज्यादा कुपोषण से घायल बच्चे

इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में बताया जा रहा है कि हवाई हमले से इतने ज्यादा लोग प्रभावित नहीं है लेकिन कुपोषण के कारण बड़ी मात्रा में बच्चे शिकार हो रहे हैं। युद्ध की शुरुआत में हवाई हमले से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा थी लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। कुपोषण के कारण जान गवाने वाले या गंभीर रूप से घायल होने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा में एक तिहाई आबादी को कई दिनों में एक बार भोजन मिल पा रहा है। गाजा की 20 लाख से ज्यादा की आबादी पूरी तरह दूसरे देशों के द्वारा की जा रही मदद पर निर्भर बताई जा रही है। स्थिति खतरनाक होने के बावजूद अभी गाजा में भुखमरी की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इसका कारण सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं होने को माना जा रहा है। इजराइल के द्वारा इससे पहले गाजा तक पहुंचाई जाने वाली विभिन्न मदद को रोक दिया गया था।

 

तत्काल होना चाहिए संघर्ष विराम

गाजा में लंबे समय से चल रहे इसराइल और हमास के संघर्ष को लेकर ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के द्वारा एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। इस संयुक्त बैठक के बाद तीनों देशों ने बयान जारी करते हुए कहा कि अब इस युद्ध को खत्म करने का समय आ गया है। बंधकों की रिहाई होने से पहले ही गाजा में चल रहे संघर्ष को युद्ध विराम में बदल देना चाहिए। लंबे समय से भुखमरी का शिकार हो रहे गाजा के नागरिकों को बिना किसी देर के जल्दी से जल्दी भोजन और पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जानी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता कानून के तहत इजराइल को अपने दायित्व को निभाने की कोशिश करनी चाहिए।

 

इजराइल ने पहली बार गाजा में मदद पहुंचाई

गाजा में लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच संघर्ष चल रहा है। इजराइल के द्वारा अब तक गाजा में किसी भी प्रकार की मदद नहीं की जा रही थी। दूसरे किसी संगठन या देश के द्वारा भी मदद को इसराइल नहीं पहुंचने दे रहा था लेकिन अब इसराइल ने पहली बार ऐसा कदम उठाया है। इजराइल के द्वारा पहली बार गाजा में मदद पहुंचाई गई है। पहुंचाई गई मदद में आटा, चीनी, दवा और फूड पैकेट शामिल हैं। गाजा में पहली बार मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए इसराइल ने हवाई मार्ग को चुना। हवाई मार्ग के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर इजरायल के द्वारा यह कार्य किया गया। इसराइल और हमास के बीच गाजा में लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। स्थिति बहुत खराब होने के कारण गाजा में भुखमरी की हालत है। लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।

Gaza Humanitarian Crisis के बीच गाजा में भुखमरी और कुपोषण से बच्चों की हालत गंभीर, ट्रंप ने जताई चिंता, संघर्ष विराम की मांग तेज।
Gaza Humanitarian Crisis के बीच गाजा में भुखमरी और कुपोषण से बच्चों की हालत गंभीर, ट्रंप ने जताई चिंता, संघर्ष विराम की मांग तेज।

गाजा में लगभग 22 महीने से स्थिति खतरनाक बनी हुई है। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के कारण सैकड़ो लोग भूखे मर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस लड़ाई में अब तक कुल सैंकड़ो लोग भूख से तड़प तड़प कर मौत के घाट उतर चुके हैं। जिनमें अधिकतर बच्चे शामिल हैं। सिर्फ जुलाई के महीने में भूख से करने वाले लोगों की संख्या 40 बताई गई थी जिनमें 16 बच्चे शामिल थे। गाजा में लंबे समय से चल रहे इसराइल और हमास के संघर्ष को लेकर ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के द्वारा एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। इस संयुक्त बैठक के बाद तीनों देशों ने बयान जारी करते हुए कहा कि अब इस युद्ध को खत्म करने का समय आ गया है। बंधकों की रिहाई होने से पहले ही गाजा में चल रहे संघर्ष को युद्ध विराम में बदल देना चाहिए।

 

मार्च से मई तक लगाई थी सहायता पर इजरायल ने रोक

गाजा में पहली बार इजरायल के द्वारा हवाई मार्ग से मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने की कोशिश की गई है। इससे पहले इसराइल के द्वारा बाहरी सहायता पर रोक लगा दी गई थी। इसराइल के द्वारा लगाई गई यह रोक मार्च के महीने से लेकर मई तक थी। इजरायल के द्वारा गाजा में मूलभूत वस्तुओं की मदद पहुंचाने के साथ-साथ गाजा के कुछ हिस्सों में संघर्ष विराम का भी ऐलान किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि जनता को मदद पहुंचाई जा सके। इजरायल के द्वारा गाजा के कुछ हिस्सों में संघर्ष विराम का भी ऐलान किया गया है और संयुक्त राष्ट्र के लिए सुरक्षित रास्ते बनाने की घोषणा भी की गयी है। लंबे समय से गाजा में पहुंच रही विभिन्न तरह की मदद को प्रभावित करने वाले इजराइल का कहना है कि वह संयुक्त राष्ट्र की सहायता वितरण में रुकावट नहीं डालेगा।

 

22 महीने से चल रही जंग

गाजा में लगभग 22 महीने से स्थिति खतरनाक बनी हुई है। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के कारण सैकड़ो लोग भूखे मर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस लड़ाई में अब तक कुल सैंकड़ो लोग भूख से तड़प तड़प कर मौत के घाट उतर चुके हैं। जिनमें अधिकतर बच्चे शामिल हैं। सिर्फ जुलाई के महीने में भूख से करने वाले लोगों की संख्या 40 बताई गई थी जिनमें 16 बच्चे शामिल थे। गाजा से मिल रही खबरों के मुताबिक वहां पर लगातार कुपोषण की मात्रा बढ़ती जा रही है। कुपोषण से मरने वाले लोगों की संख्या में दिन-ब-दिन बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लोग नमक और पानी पीकर जिंदगी जीने पर मजबूर हो रहे हैं।

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