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गलवान संघर्ष के बाद एक बार फिर चीन के नागरिकों को वीजा देगा भारत

India China Visa : भारत सरकार ने चीन के नागरिकों को वीजा देने को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। लंबे समय बाद एक बार फिर चीन के नागरिकों को भारत सरकार के द्वारा वीजा दिया जाएगा। लगभग 5 साल बाद यह ऎसा होगा जब भारतीय सरकार के द्वारा चीन के नागरिकों को वीजा देने का निर्णय लिया गया है। जून 2020 में भारत और चीन की सेना में झड़प हो जाने के बाद दोनों देशों के सम्बन्धो में तनाव पैदा हो गया था। ऐसे में कोरोना काल के बाद दोनों देशों के बीच वीजा सर्विस को बंद कर दिया गया था। भारत और चीन के द्वारा लगातार अब दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है। जिसके परिणाम स्वरुप ही लंबे समय से बंद कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू हो पाई थी। अब भारत के द्वारा लंबे समय बाद चीन के नागरिकों को वीजा सुविधा दी जा रही है।

भारतीय दूतावास ने दी जानकारी

लंबे समय बाद एक बार फिर चीन के नागरिकों को वीजा जारी करने को लेकर भारतीय सरकार ने निर्णय ले लिया है। इसकी जानकारी भारतीय दूतावास के द्वारा भी दी गई है। भारतीय दूतावास के द्वारा चीन के नागरिकों को वीजा जारी करने संबंधी जानकारी सोशल मीडिया पर जारी की गई है जिसे चीन की सरकारी मीडिया के द्वारा भी प्रकाशित किया गया है। जानकारी के मुताबिक 24 जुलाई 2025 से चीन के नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रिया शुरू होगी। भारतीय दूतावास का कहना है कि लंबे समय से चीन के नागरिक भारत घूमने के लिए नहीं आ पा रहे थे लेकिन अब वह भारत आने के लिए वीजा के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को माध्यम बनाना होगा। ऑनलाइन आवेदन बनने के बाद वीजा के इच्छुक नागरिकों को अपॉइंटमेंट लेनी होगी। अपॉइंटमेंट लेने के पश्चात वीजा केंद्र बनाए गए हैं उन वीजा केदो पर पासपोर्ट और जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।

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2020 में किया पर्यटक वीजा को निलंबित

भारत के पड़ोसी देश चीन के साथ लंबे समय से रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं। 2020 में गलवान घाटी विवाद होने के बाद लगातार दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। दोनों देशों के बीच संबंध खराब होने के कारण भारत के द्वारा कोरोना काल में पर्यटक वीजा को निलंबित करने का निर्णय लिया गया था। अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ के द्वारा अप्रैल 2022 में यह बयान दिया गया था कि चीनी नागरिकों के सभी पर्यटक वीजा अब मान्य नहीं है। चीन के द्वारा भी भारत के छात्रों को बड़ी मात्रा में चीन जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बाद भारतीय सरकार की तरफ से चीन के प्रति यह कार्रवाई की गई थी।

India China Visa भारत सरकार ने 5 साल बाद चीन के नागरिकों को वीजा देने का निर्णय लिया है। अब 24 जुलाई से चीनी नागरिक भारत के लिए आवेदन कर सकेंगे।
India China Visa भारत सरकार ने 5 साल बाद चीन के नागरिकों को वीजा देने का निर्णय लिया है। अब 24 जुलाई से चीनी नागरिक भारत के लिए आवेदन कर सकेंगे।
चीन पहले ही शुरू कर चुका वीजा

भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण संबंध रहने के बाद भारत सरकार के द्वारा चीन के पर्यटकों को वीजा जारी करने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले चीन के द्वारा वीजा देना शुरू किया जा चुका है। 2022 से चीन लगातार भारतीय पर्यटकों को चीन आने की अनुमति दे रहा है। चीन के द्वारा जारी किए जा रहे वीजा 30 दिनों तक ठहरने की अनुमति के साथ 90 दिनों तक वैलिड होते हैं। चीन सरकार की तरफ से भारतीय पेशेवरों और अन्य नागरिकों के लिए भी वीजा आवेदन शुरू कर दिए हैं। इसमें वह सभी भारतीय शामिल होंगे जो चीन में काम करना चाहते हैं या अपने परिवार जनों से मिलना चाहते हैं। ऐसे में लंबे समय से चीन में रह रहे हैं या परिजनों से मिलने की इच्छा रखने वाले भारतीय नागरिकों को अब चीन जाने की सुविधा मिल सकेगी।

गलवान घाटी में बिगड़ गए थे हालात

भारत और चीन के रिश्ते समय-समय पर उतार चढ़ाव लेते रहते हैं। दोनों देशों के बीच चल रहे सीमा विवाद तथा दूसरे कारणों से यह स्थिति बनती है। 15 जून 2020 को चीन के सैनिकों के द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की गई थी जिसके बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति खराब हो गई थी और गलवान घाटी में 15 जून 2020 को भारत और चीन की सेना आमने-सामने हो गई थी। जिसमें 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की खबर सामने आई थी। भारत के द्वारा इस कार्रवाई का करारा जवाब दिया गया था। भारत के द्वारा किए गए विरोध में चीन के 40 सैनिक मारे गए थे। दोनों देशों के बीच हुई इस घटना के बाद लगातार संबंध तनावपूर्ण रहे थे।

 

धीरे-धीरे पिघल रही बर्फ

गलवान घाटी में दोनों देशों की सेना आमने-सामने हो जाने के बाद भारत और चीन के संबंध तनावपूर्ण रहे लेकिन अब धीरे-धीरे दोनों देशों के बीच जमी बर्फ पिघलने लगी है। 2024 में भारत और चीन के राष्ट्रपति लगभग 5 साल बाद एक दूसरे से मिले थे। इसके बाद भारत और चीन दोनों ने ही सीमावर्ती इलाकों से अपने सैनिकों को हटाने का कार्य शुरू किया था। जनवरी 2025 में भारत के विदेश सचिव की मुलाकात चीन के विदेश मंत्री से हुई थी जिसमें भारत और चीन के बीच सीधी वायु सेवा सर्विस शुरू करने पर सहमति बनी थी। लंबे समय से बंद कैलाश मानसरोवर यात्रा अभी भारत और चीन की सहमति से शुरू कर दी गई है। हाल ही में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के द्वारा चीन के राष्ट्रपति से शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान मुलाकात की गई। ऐसे में यह स्पष्ट है कि लंबे समय से एक दूसरे के विरोध में रहे भारत और चीन के संबंध अब धीरे-धीरे सुधर रहे हैं।

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