India Pakistan conflict : संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बयान दिए जाने के बाद भारत ने करारा जवाब दिया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ झूठ बोलने का आरोप लगाया है। भारतीय राजनैयिक ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा लगातार झूठ तथा बेतुके के आरोप लगाए जा रहे हैं। यह उनकी नौटंकी है जो कि पाकिस्तान की विदेश नीति का भी हिस्सा है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि जिस पाकिस्तान के द्वारा भारतीय सेना के पराक्रम के आगे जंग रोकने की गुहार लगाई जा रही थी वह अब जीत का जश्न मना रहा है।
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भारतीय सेना ने नष्ट किये पाकिस्तान के कई एयरबेस
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा बयान दिए जाने के बाद भारत की तरफ से कहा गया कि पाकिस्तान के द्वारा भारत को लगातार धमकी दी जा रही थी लेकिन 10 मई को भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान के विभिन्न ठिकानों पर कार्रवाई की गई। इसके बाद पाकिस्तान के द्वारा जंग रोकने की गुहार लगाई गई। विभिन्न सेटेलाइट तस्वीर में पाकिस्तान के एयर बेस जले हुए हैं। घर तथा टूटे हुए रनवे स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। अगर फिर भी इन्हें पाकिस्तान अपनी जीत मानता है तो वह जश्न मनाएं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा बड़ा दावा संयुक्त राष्ट्र महासभा में किया गया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों चले संघर्ष में पाकिस्तान की जीत का दावा किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन देते हुए भारत को पाकिस्तान का दुश्मन बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के साथ हुए संघर्ष में पाकिस्तान की जीत हुई थी। दोनों देशों के बीच कई दिनों तक चलने संघर्ष में पाकिस्तान की सेना के द्वारा भारत के साथ विमान भी गिराए। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा इसे लेकर बयान दिया गया हो इससे पहले भी वह बार-बार भारत पाकिस्तान संघर्ष को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
‘भारत ने उठाया राजनीतिक फायदा’
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के द्वारा इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की अपील की गई थी लेकिन भारत के द्वारा इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया था। भारत ने पहलगाम हमले से पैदा हुए संकट का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की। भारत लगातार कट्टरपंथी हिंदुत्व को अपनाता रहा है। यह पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से पहले ही यह चेतावनी दे दी थी कि पाकिस्तान किसी भी दूसरे देश के हमले को सहन नहीं करेगा। उनकी यह चेतावनी सही भी साबित हुई। भारत के द्वारा की गई कार्रवाई पर पाकिस्तान के द्वारा मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
भारत ने किया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन : शरीफ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन देते हुए भारत पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भारत के द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। एक तरफा फैसले लेते हुए भारत के द्वारा इस संधि का उल्लंघन किया गया है। भारत के द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित कर देने के बाद भी पाकिस्तान अपने 24 करोड़ नागरिकों के पानी की रक्षा करेगा। सिंधु जल संधि के उल्लंघन को पाकिस्तान के द्वारा युद्ध के समान माना जाएगा।
भारत रद्द कर चुका सिंधु जल समझौता
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला जाने के बाद यह चरम पर पहुंच गया था। दोनों देशों के बीच कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को लेकर कठिन निर्णय लिए हैं। भारत के द्वारा लंबे समय से चले आ रहे सिंधु जल समझौते को रद्द किया जा चुका है। सिंधु जल समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान में कुल 6 नदियों के पानी को बांटा जाता है। साथ ही पानी से जुड़े आंकड़े एक दूसरे को आदान-प्रदान किए जाते थे। भारत के द्वारा सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिए जाने के बाद पाकिस्तान के सामने पानी का संकट खड़ा हो गया है। सिंधु जल समझौते को 1960 में भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान की मौजूदगी में किया गया था। इस समझौते के तहत पाकिस्तान को 80% पानी उपलब्ध होता है जबकि भारत को इन नदियों से 20% पानी प्राप्त होता है। 6 नदियों में से तीन नदियों का पानी पाकिस्तान को जबकि तीन नदियों को पानी भारत को प्राप्त होता था।

भारत और पाकिस्तान में लंबे समय से तनाव बना हुआ है। दोनों ही देश के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर पैदा हुए तनाव के कारण दोनों देशों के रिश्ते लगभग खत्म हो चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के द्वारा एक बार फिर पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को उठाया गया। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के द्वारा कश्मीर मुद्दे पर टिप्पणी की गई हो। लंबे समय से पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को खत्म करने की मांग करता आ रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा है कि वह कश्मीर के लोगों के साथ हमेशा खड़े रहेंगे।
‘कश्मीर में एक दिन होगा निष्पक्ष जनमत संग्रह’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि संयुक्त राष्ट्र तथा दूसरे देशों की भूमिका के आधार पर एक दिन कश्मीर मुद्दा हल हो जाएगा। संयुक्त राष्ट्र के कानून के तहत एक निष्पक्ष जनमत संग्रह के बाद कश्मीर के लोगों को आजादी मिलेगी और कश्मीर के लोगों को खुद अपने फैसले लेने का अधिकार प्राप्त होगा। हम इसमें पूरी तरह से कश्मीर के लोगों का साथ देंगे। पाकिस्तान के द्वारा बार-बार कश्मीर मुद्दे को लेकर अमेरिका तथा दूसरे देशों से मध्यस्थता की अपील की जा रही है जबकि भारत स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर उसका अभिन्न अंग है और इसमें किसी भी तीसरे देश की टिप्पणी स्वीकार नहीं है।