India Pakistan Drill : दो पड़ोसी देशो भारत और पाकिस्तान के द्वारा आज से अरब सागर में महत्वपूर्ण अभ्यास किया जाएगा। भारत और पाकिस्तान की नौसेनाओं के द्वारा यह अभ्यास एक ही समय शुरू किया जा रहा है। अरब सागर में होने वाले वाटर एरिया ड्रिल के लिए भारत और पाकिस्तान के द्वारा नोटिस टू एयरमैन जारी किया गया है। दोनों देशों के द्वारा की जाने वाली यह ड्रिल कई दिनों तक चलने वाली है। भारतीय नौसेना के युद्ध पोतों के द्वारा अरब सागर में अभ्यास किया जाएगा। दूसरी तरफ पाकिस्तान भी भारत की तर्ज पर ही अभ्यास करने वाला है। भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के द्वारा नोटिस टू एयरमैन जारी करने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अरब सागर में एक समय ही दोनों पड़ोसी मुल्कों के द्वारा यह ड्रिल की जाएगी। किसी भी देश के द्वारा नोटिस टू एयरमैन तब जारी किया जाता है जब उस क्षेत्र में एयर ट्रैफिक मूवमेंट को बंद करना होता है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद जारी है तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच यूं तो लंबे समय से तनाव बना रहता है। कश्मीर तथा आतंकवाद के मुद्दे के साथ-साथ सीमा पर होने वाली गतिविधियों का कारण भारत और पाकिस्तान के संबंध हमेशा तनावपूर्ण रहे हैं। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हो जाने के बाद दोनों देशों में तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है। लगातार एक दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश दोनों ही देशो के द्वारा की जा रही है। हाल ही में भारतीय आर्मी प्रमुख के द्वारा यह कहा गया था कि भविष्य में भी भारत और पाकिस्तान के साथ संघर्ष हो सकता है। ऐसे में हमें मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद कई दिनों तक भारत और पाकिस्तान में संघर्ष की स्थिति बनी रही थी। बाद में दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हो गए थे।
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भारतीय वायु सेना प्रमुख के द्वारा हाल ही में यह बयान दिया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्हें राजनीतिक तौर पर काफी सपोर्ट मिला था। सेना को सरकार की तरफ से पूरी तरह छूट दे दी गई थी। उनकी बात को दोहराते हुए भारतीय आर्मी प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सरकार के द्वारा सेना को पूरी तरह छूट दे दी थी। सरकार की तरफ से हमें फ्री हैंड दिया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हम खेल रहे थे। दुश्मन को यह पता नहीं था कि हम आने वाले समय में क्या करने वाले हैं और हमें दुश्मन का पता नहीं था। कश्मीर के पहलगांव में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था।
‘तनाव के बीच चली जा रही थी शतरंज की चाल’
भारतीय आर्मी प्रमुख के द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद पैदा हुए तनाव को लेकर बयान दिया गया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव के दौरान शतरंज की चाल चली जा रही थी। दोनों पक्षों के द्वारा लगातार शतरंज की चाल चली जा रही थी। किसी स्थान पर हमारे द्वारा उन्हें हराया जा रहा था तो वहीं कुछ जगह उनका नुकसान उठाना पड़ा था। आर्मी प्रमुख ने कहा कि हम अपनी जान गंवाने के जोखिम पर भी हार मानने को तैयार नहीं थे लेकिन यही तो असली जिंदगी का खेल है। ऐसे संघर्ष को ग्रे जॉन कहा जाता है इसका मतलब होता है हमारे द्वारा पारंपरिक ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है। भारतीय आर्मी प्रमुख के द्वारा 4 अगस्त को आईआईटी मद्रास में आर्मी रिसर्च सेल के उद्घाटन के दौरान यह बयान दिया गया।
भारत की लड़ाई में जुड़ा नया अध्याय -आर्मी प्रमुख
आर्मी प्रमुख के द्वारा आईआईटी मद्रास में इंडियन आर्मी रिसर्च सेल के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा गया कि ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा भारतीय सेना के द्वारा अदम्य साहस का परिचय दिया गया। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक नया अध्याय जुड़ गया है। भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को बेहतरीन तरीके से अंजाम दिया गया। सुनियोजित खुफिया आधारित ऑपरेशन के तौर पर ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया। यह एक सैद्धांतिक बदलाव को दर्शाता है। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को जो हुआ था उसके द्वारा पूरे देश को बड़ा आघात पहुंचा था। रक्षा मंत्री के द्वारा 23 अप्रैल को कहा गया कि मुझे लगता है कि अब बहुत हो गया। इसके बाद भारतीय सेना के तीनों प्रमुख ने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया था कि अब कुछ तो करना होगा। सेना को सरकार की तरफ से पूरी छूट दे दी गई थी कि क्या करना है और क्या नहीं। उन्होंने कहा कि इतना राजनीतिक दशा और आत्मविश्वास हमने पहली बार देखा था।

25 अप्रैल को बनाई गई ऑपरेशन सिंदूर की योजना
भारतीय आर्मी प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सरकार की तरफ से सेना को पूरी छूट दे दी गई थी। 25 अप्रैल को ऑपरेशन की प्लानिंग हमारे द्वारा की गई। जिसमें हमारे द्वारा 9 में से सात आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। इस दौरान विभिन्न आतंकी भी मारे गए थे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने 29 अप्रैल को मुलाकात की। पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने के लिए इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया।
पूरे विश्व ने देखी भारतीय सैनिकों की क्षमता -मोदी
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक दौरे पर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना के द्वारा आतंकियों को कड़ा सबक सिखाया गया। भारतीय सैनिकों की कार्रवाई से आतंकियों में खलबलाहट मच गया। आतंकी और पाकिस्तान को घुटने में लाने की क्षमता को पूरी दुनिया के द्वारा देखा गया। ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच पैदा हुए संघर्ष के दौरान हमारी ताकत काफी बुलंद रही। इसके पीछे मेक इन इंडिया और हमारी टेक्नोलॉजी की ताकत है। भारतीय प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि टेक्नोलॉजी और मेक इन इंडिया में बेंगलुरु के युवाओं का भी बहुत योगदान है। दरअसल भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्नाटक दौरे पर उनके द्वारा कर्नाटक राज्य में विभिन्न विकास कार्य का शुभारंभ और शिलान्यास किया गया।