India Pakistan Tension : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को लेकर बयान दिया जा रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह दावा कर दिया रहे हैं कि उनके द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष की स्थिति पैदा हो जाने के बाद दोनों देशों के बीच समझौता कराया गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 25 बार इसे लेकर बयान दे चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दोहराया कि दोनों देशों के बीच चली जंग में पांच लड़ाकू विमान मार गिराए थे। व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा इस बयान को एक बार फिर दोहराया गया। ट्रंप का कहना है कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ जाने के बाद उन्होंने हस्तक्षेप किया था जिसके बाद दोनों देश है संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे।
विमान गिराने को लेकर फिर बोले ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत और पाकिस्तान के संघर्ष को रोकने का दावा तो लंबे समय से किया जा रहा है लेकिन एक बार फिर उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच चले संघर्ष के दौरान लड़ाकू विमान गिरने का दावा किया है। इससे पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच चली जंग में पांच लड़ाकू विमान गिरने का दावा किया था। हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि गिरने वाले लड़ाकू विमान भारत के थे या पाकिस्तान के। ट्रंप का कहना है कि दोनों ही देश परमाणु हथियार संपन्न है। ऐसे में यदि उनके द्वारा हस्तक्षेप नहीं किया जाता तो यह युद्ध खतरनाक स्थिति की तरफ जा सकता था। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा बार-बार दिए जा रहे बयानों के कारण विपक्षी पार्टियों के द्वारा लगातार भारत में केंद्र सरकार से जवाब की मांग की जा रही है। विपक्ष की मांग है कि भारतीय प्रधानमंत्री के द्वारा सदन में इसे लेकर बयान दिया जाना चाहिए।
इंग्लैंड को तीसरे वनडे में हरा सीरीज पर किया भारत ने कब्जा
चुनाव आयोग ने शुरू की उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी
सीजफायर करने का काम ट्रंप का नहीं -राहुल गांधी; मोदी की चुप्पी पर उठाए सवाल
वैश्विक पासपोर्ट रैंकिंग में भारत को मिला 77 वा स्थान
परमाणु युद्ध में बदल सकती थी जंग -ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव के बाद दोनों ही देश एक दूसरे पर हमलावर हो गए थे। विमानों को मार कर गिराया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है वास्तव में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष होने पर पांच लड़ाकू विमान मार गिराए थे। दोनों देशों के बीच यह लड़ाई काफी संवेदनशील थी क्योंकि दोनों ही देश परमाणु शक्ति है। परमाणु संपन्न होने के कारण दोनों देश एक दूसरे पर कभी भी हमला कर सकते थे और यह युद्ध बड़ा रूप धारण कर सकता था।

दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने पर यह युद्ध परमाणु युद्ध की तरफ भी जा सकता था लेकिन उससे पहले ही अमेरिका के द्वारा की गई कोशिश के कारण भारत और पाकिस्तान संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 जुलाई को भी भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को बढ़ने से रोकने का दावा किया था। उन्होंने नाटो के महासचिव के साथ हुई बैठक के दौरान कहा था कि व्यापार को लाभ के रूप में इस्तेमाल करते हुए भारत और पाकिस्तान को संघर्ष विराम के लिए राजी किया था। ट्रम्प का कहना है कि भारत और पाकिस्तान को संघर्ष विराम पर सहमत करने के लिए उन्होंने व्यापार की धमकी दी थी। इसके बाद दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे।
विमान गिराने को लेकर जारी है वार पलटवार
भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव के बाद दोनों ही देशो के बीच इसे लेकर चर्चा जारी है कि संघर्ष के दौरान किस देश के कितने लड़ाकू विमान मार गिराए गए। एक तरफ पाकिस्तान का दावा है कि उसने भारत के पांच लड़ाकू विमान इस संघर्ष के दौरान मार गिराए थे। इसमें पाकिस्तान की तरफ से यह भी दावा किया जा रहा है कि जिन लड़ाकू विमान को पाकिस्तान के द्वारा गिराया गया था उन में राफेल विमान भी शामिल थे। हालांकि भारत के द्वारा इस बात को अभी स्वीकार नहीं किया गया है। दूसरी तरफ भारत का कहना है कि इस युद्ध के दौरान भारत की सेना के द्वारा चलाए गए ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के विभिन्न लड़ाकू विमान मार गिराए। पाकिस्तान के द्वारा अपने एयरबेस को नुकसान होने की बात को तो स्वीकार किया जा रहा है लेकिन लड़ाकू विमान के नुकसान को अभी पाकिस्तान ने नहीं स्वीकार किया है। भारत के CDS अनिल चौहान ने लड़ाकू विमान को लेकर बातचीत में कहा था कि युद्ध के दौरान इस बात पर ध्यान नहीं दिया जाता है कि किसे कितना नुकसान हो रहा है बल्कि प्रदर्शन पर ध्यान दिया जाता है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पैदा हुआ था तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हुम्ला हो जाने के बाद तनाव पैदा हो गया था। भारत और पाकिस्तान में लंबे समय से सीमा विवाद तथा आतंकवाद को लेकर तनाव बना रहता है लेकिन 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारतीय सेना के द्वारा आतंकी ठिकानो को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था जिसमें भारतीय सेना के द्वारा 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया था तथा 100 से भी अधिक आतंकियों को मार गिराया था। जिसके बाद भारतीय सेना और आम नागरिकों को पाकिस्तान सेना के द्वारा निशाना बनाया गया लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की इस कोशिश को नाकाम कर दिया था। दोनों देशों के बीच ऐसे में कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। बाद में पाकिस्तान की गुजारिश पर दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। भारतीय प्रधानमंत्री यह स्पष्ट कर चुके हैं कि दोनों देशों के बीच हुआ संघर्ष विराम अमेरिका के कहने से नहीं बल्कि पाकिस्तान के अनुरोध करने पर हुआ था।