India Pakistan Tension : भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार तनाव देखने को मिल रहा है। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक संघर्ष की स्थिति बनी रही थी। यह तनाव अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित रिट्रीट सेरेमनी में भी इसका असर देखने को मिला। अटारी बॉर्डर पर आयोजित हुई रिट्रीट सेरेमनी में भारत और पाकिस्तान के जवानों के द्वारा की जाने वाली विभिन्न औपचारिकताओं को इस बार नहीं किया गया। भारत और पाकिस्तान के जवानों के द्वारा इससे पहले मिठाइयों का आदान-प्रदान किया जाता था और एक दूसरे से हाथ मिलाया जाता था लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।
नहीं खोले दोनों देशों ने गेट
रिट्रीट सेरेमनी के दौरान भारत और पाकिस्तान दोनों ही तरफ से गेट नहीं खोले गए। भारत और पाकिस्तान की बॉर्डर लाइन पर अटारी बॉर्डर पर विभिन्न कलाकारों के द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी गई। रिट्रीट सेरेमनी के दौरान लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा था। लंबे समय से बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता रहा है। इसमें भारत और पाकिस्तान के सैनिक एक खास मार्च निकालते हैं। इस मार्च में दोनों ही देश के सैनिकों का जोश देखने को मिलता है। भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की सेनाओ के द्वारा गेट खोलकर एक दूसरे सैनिकों से हाथ मिलाया जाता है। दोनों देशों के राष्ट्रगान एक साथ बजाए जाते हैं और सूर्यास्त के समय भारत और पाकिस्तान के झंडों को उतार लिया जाता है। झंडा उतारने के बाद एक बार फिर गेट बंद कर दिए जाते हैं।
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भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा यह कार्य आज 12वीं वार किया गया। इस दौरान उन्होंने लाल किले पर लोगों को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में लगभग 103 मिनट तक का भाषण दिया। उनके द्वारा अब तक लाल किले पर दिए गए सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड भी बनाया गया। इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री के तौर पर लाल किले पर इतना लंबा भाषण नहीं दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद का रिकॉर्ड तोड़ते हुए यह नया रिकॉर्ड कायम किया। इससे पहले 2015 में उन्होंने 88 मिनट का भाषण दिया था। लाल किले पर दिए भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप का नाम लिए बगैर टैरिफ, पाकिस्तान, आतंकवाद, सिंधु समझोता, नक्सलवाद, मेड इन इंडिया आदि का जिक्र किया।
‘अहितकारी नीति के खिलाफ मोदी बना रहेगा दीवार’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में सर्वप्रथम ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा की। उन्होंने लगभग 13 मिनट तक ऑपरेशन सिंदूर पर भाषण दिया। अमेरिका के द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ पर बयान देते उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता भारत के किसान मछुआरे और पशुपालक हैं। इनसे जुड़ी हुई किसी भी गलत नीति के खिलाफ मोदी दीवार बनकर खड़े रहेंगे। भारत के द्वारा कभी भी अपने किसान पशुपालक और मछुआरों के संबंध में कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।
आक्रोश की अभिव्यक्ति थी ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बयान देते हुए लाल किले पर कहा कि पहलगाम हमले के बाद सेना को खुली छूट दे दी गई थी। सेना के जवानों ने ऑपरेशन सिन्दूर के बाद जिस तरह कार्य किया उससे उन्हें सैल्यूट करने का अवसर मिला। सैनिकों के द्वारा दुश्मनों को कल्पना से भी परे जाकर सजा दी गई। पूरा हिंदुस्तान कश्मीर में पहलगाम हमला हो जाने के बाद आक्रोश से भरा हुआ था। आक्रोश की इस अभिव्यक्ति का अंजाम ऑपरेशन सिंदूर था। पूरे विश्व के द्वारा भारतीय सेना के शौर्य को देखा गया। भारतीय सेना ने दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकवादियों को नष्ट करने का कार्य किया। इससे पाकिस्तान की नींद उड़ गई।

एक साथ नहीं बहेगा खून और पानी -मोदी
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से प्रदेश को संबोधित करते हुए सिंधु जल समझौते को लेकर भी बयान दिया। पाकिस्तान के द्वारा लगातार भारत को सिंधु जल समझौता रद्द करने पर धमकी दी जा रही है जिसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सेना प्रमुख और दूसरे नेता शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लंबे समय से सिंधु जल समझौते के कारण भारतीय किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा था। पानी से दुश्मनों को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही थी जबकि हमारा देश लगातार प्यासा था। अब हमने न्यू नॉर्मल स्थापित किया है।आतंक और आतंकवाद को पालने वालों को अब अलग नहीं माना जाएगा। भारत के द्वारा यह तय कर लिया गया है कि अब परमाणु धमकी से ब्लैकमेल नहीं कर सकेंगे। दुश्मन के द्वारा यदि आगे भी भारत के खिलाफ कोई साजिश रची गई तो भारतीय सेना कार्यवाही के लिए तैयार हैं। अब खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा। यह भारत के द्वारा तय कर लिया गया है।
मोदी ने पहली बार किया आरएसएस का जिक्र
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 साल में पहली बार लाल किले से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक संगठन का जन्म 100 साल से पहले हुआ था लेकिन इस संगठन के द्वारा 100 साल तक देश की सेवा बहुत ही अच्छे तरीके से की गई। उन्होंने आरएसएस को दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ करार दिया। मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया के बारे में जोर देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया के द्वारा भारत की गुणवत्ता को स्वीकार किया जा रहा है। हमारी कोशिश रहती है कि हमारी गुणवत्ता सर्वोत्तम होनी चाहिए। विनिर्माण क्षेत्र में सभी लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दाम कम लेकिन दम ज्यादा हो। इसी के साथ उन्होंने भारतीय लोगों को स्वास्थ्य के बारे में सलाह देते हुए कहा कि लगातार देश में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है। आने वाले समय में विशेषज्ञों के मुताबिक हर तीन व्यक्ति में से एक व्यक्ति मोटापे से प्रभावित होगा। ऐसे में इस से बचने के लिए हमें 10% तक कम तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि हम ऐसा करते हैं तो हम मोटापे के खिलाफ लड़ाई जीतने में सफल हो पाएंगे।