Italy PM Meloni ने कहा कि भारत वैश्विक संघर्षों को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। मोदी और मेलोनी ने शिक्षा, रक्षा और निवेश पर चर्चा की।

निक्की हैली ने दी अमेरिकी सरकार को चेतावनी; भारत से रिश्ते टूटने की जताई संभावना

India US Relations : पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि एक दूसरे के काफी करीबी रहे भारत और अमेरिका के बीच लगातार दूरी बढ़ती जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार भारत को लेकर गलत बयान बाजी की जा रही है। भारत पर अमेरिका के द्वारा 25% टैरिफ लगाने के बाद 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की जा चुकी है जिससे भारत नाराज बताया जा रहा है। भारत और अमेरिका के रिश्ते लगभग खत्म होने के कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे में अमेरिका की ट्रंप सरकार को अमेरिका में ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हैली ने भारत के साथ किये जा रहे बर्ताव को लेकर अमेरिका को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि भारत से रिश्ते बिगड़ना एक बड़ी गलती साबित होगी। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि यदि भारत और अमेरिका के बीच संबंध टूटते हैं तो दोनों देशों की 25 साल की मेहनत खराब हो जाएगी।

‘अमेरिका के लिए जरूरी है भारत’

एक मैगजीन में लिखे आर्टिकल में निक्की हैली ने बताया कि अमेरिका को भारत को एक लोकतांत्रिक साझेदार के तौर पर लेना होगा। चीन को बैलेंस करने के लिए यह आवश्यक है। एक समय अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा यह कहा गया था कि भारत और अमेरिका दोनों आजाद देश हैं। दोनों के रास्ते अलग हो सकते हैं लेकिन मंजिल एक हैं लेकिन अब भारत और अमेरिका के संबंध काफी मुश्किल से गुजर रहे हैं। अमेरिका के द्वारा भारत पर अधिक टैरिफ लगाया गया है जबकि चीन के द्वारा रूस से व्यापार करने के बावजूद किसी भी तरह का कोई टैरिफ नहीं लगाया गया है। भारत की अर्थव्यवस्था लगातार आगे बढ़ रही है और वह जल्द ही जापान को पीछे छोड़ने वाली है। ऐसे में एशिया में चीन को चुनौती देने में सक्षम होगा। भारत और अमेरिका के बीच लंबा विवाद चलने की स्थिति में चीन के द्वारा इसका फायदा उठाया जाएगा।

रूस के बाद भारत के समर्थन में उतरा चीन; अमेरिकी टैरिफ को बताया दबंगई 

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अमेरिका के द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ का चारों तरफ विरोध हो रहा है। रूस के द्वारा हाल ही में अमेरिका का विरोध करते हुए भारत का समर्थन जताया गया था। रूस के बाद चीन भी टैरिफ को लेकर भारत के पक्ष में खड़ा दिखाई दे रहा है। चीन के राजदूत ने भारत पर लगाए गए टैरिफ की निंदा की। साथ-साथ उन्होंने कहा कि अगर इस समय चुप रहा गया तो आने वाले समय में दबंगई बढ़ सकती है। चीन भारत के साथ इस स्थिति में मजबूत खड़ा हुआ है। चीन के राजदूत के द्वारा यह बयान नई दिल्ली में आयोजित एक प्रोग्राम में दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के रिश्तों को मजबूत करने की आवश्यकता है। दोनों देश एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी नहीं है बल्कि पड़ोसी होने के साथ साझेदार भी है। दोनों देशों के बीच चल रहे मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए।

एशिया की आर्थिक प्रगति के इंजन है भारत और चीन

चीन के राजदूत ने भारत और चीन के संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि इस समय दुनिया बदलाव के दौर से गुजर रही है। भारत और चीन दो ऐसे देश है जो सिर्फ एशिया के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए इनकी दोस्ती फायदेमंद हो सकती है। एशिया की आर्थिक प्रगति के लिए भारत और चीन दो इंजन के रूप में कार्य कर रहे हैं। चीन के राजदूत ने यह भी कहा कि शंघाई सहयोग संगठन में शामिल होने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन दौरा दोनों देशों के संबंधों को नई गति देगा। चीन के राष्ट्रपति के द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री चीन दौरा करेंगे। चीन के राजदूत ने कहा कि लगातार भारत और चीन के द्वारा एक दूसरे के हितों का सम्मान किया जा रहा है। कैलाश मानसरोवर यात्रा का एक बार फिर शुरू होना बड़ा कदम है।

India US Relations पर ट्रंप सरकार की टैरिफ नीति से तनाव बढ़ा। निक्की हैली ने चेताया कि रिश्ते टूटे तो 25 साल की मेहनत बेकार हो जाएगी।
India US Relations पर ट्रंप सरकार की टैरिफ नीति से तनाव बढ़ा। निक्की हैली ने चेताया कि रिश्ते टूटे तो 25 साल की मेहनत बेकार हो जाएगी।

अमेरिका के द्वारा भारत पर 50% टैरिफ की घोषणा की जा चुकी है। इसे लेकर एक बार फिर व्हाइट हाउस की तरफ से बयान देते हुए कहा गया कि भारत पर अमेरिका के द्वारा प्रतिबंध रूस पर दबाव बनाने के लिए लगाया गया है। रूस पर दबाव बनने के बाद लंबे समय से चल रहे यूक्रेन युद्ध को रोकने में मदद मिलेगी। अमेरिका के व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी के द्वारा यह जानकारी दी गई। इससे पहले अमेरिका के द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ को रूस से तेल खरीदने के कारण जुर्माना बताया जा रहा था। भारत पर अब तक 25% टैरिफ के साथ-साथ 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की जा चुकी है। यह टैरिफ भारत पर 7 अगस्त से लागू हो गया है जबकि अतिरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी के मुताबिक इसका उद्देश्य रूस पर दबाव बढ़ाना है।

भारत पाक संघर्ष में ट्रंप ने निभाई थी भूमिका

अमेरिका के द्वारा एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव पर बयान दिया गया। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि अमेरिका के द्वारा व्यापार को हथियार बनाते हुए भारत और पाकिस्तान के संघर्ष को खत्म कराया गया था। इसी के साथ-साथ उन्होंने दावा किया कि ट्रंप के द्वारा विभिन्न देशों के बीच चल रहे संघर्ष को खत्म कराया गया है। अब वर्तमान समय में अमेरिका का सर्वाधिक ध्यान रूस और यूक्रेन युद्ध के साथ-साथ इसराइल और हमास जंग को खत्म करने पर है।

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