Trump India Pakistan: डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकने में उनकी भूमिका रही, जबकि भारत इसे नकारता है और पाकिस्तान समर्थन करता है।

पारिवारिक व्यापार के लिए पाकिस्तान को सपोर्ट कर रहे ट्रंप

India US Relations : एक समय था जब भारत और अमेरिका को दुनिया के सबसे नजदीक देश में से एक माना जाता था लेकिन अब लगातार भारत और अमेरिका के रिश्तों में दूरी आती जा रही है। आतंकवाद को समर्थन करने वाला पाकिस्तान लगातार अमेरिका से रिश्ते सुधार रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को माना जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं और ऐसे फैसले ले रहे हैं जिससे भारत को नुकसान उठाना पड़े। दूसरी तरफ वह पाकिस्तान के साथ मैत्रीपूर्ण रिश्ता अपना रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा उठाए जा रहे इन कदमों को एक खास वजह से जोड़कर देखा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप के परिवार का बिजनेस पाकिस्तान के साथ जुड़ा हुआ है। इसी कारण वह पाकिस्तान के साथ अलग रणनीति के तहत कार्य कर रहे हैं जबकि भारत पर बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाने सहित दूसरे निर्णय ले रहे हैं।

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ट्रंप परिवार ने किया पाकिस्तान में बड़ा निवेश

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परिवार ने पाकिस्तान में बड़े स्तर पर निवेश किया है। 14 मार्च 2025 को पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल की स्थापना पाकिस्तान में की गई थी। दक्षिण एशिया में क्रिप्टो का हब बनाने के उद्देश्य पाकिस्तान में यह शुरुआत हुई थी। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के कुछ दिन बाद ही इस कंपनी का डोनाल्ड ट्रंप के परिवार के साथ में समझौता हुआ। डोनाल्ड ट्रंप परिवार की कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल का पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के साथ समझौता होना पाकिस्तान के लिए काफी अहम था। अमेरिका की जिस कंपनी का पाकिस्तान की कंपनी के साथ समझौता हुआ उसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का परिवार भी शामिल है। डोनाल्ड ट्रंप के परिवार की इस कंपनी में 50% से भी अधिक हिस्सेदारी है जिसमें उनके बेटे और दामाद शामिल हैं। डोनाल्ड ट्रंप के परिवार के लोग चाहते थे कि पाकिस्तान जैसे बड़ी जनसंख्या वाले देश में कंपनी को एंट्री मिल जाने से बड़ा फायदा होगा। जिस समय यह समझौता हुआ था उसमें पाकिस्तान के रक्षा मंत्री वित्त मंत्री सूचना मंत्री सेना प्रमुख समेत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी मौजूद थे।

पाकिस्तान सेना प्रमुख को सौंपा था जिम्मा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो जाने के बाद कई बार पाकिस्तान की सेना प्रमुख से मुलाकात की पाकिस्तान के सेना प्रमुख के साथ हुई मुलाकात के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के बीच कारोबार तथा कूटनीति के स्तर पर संबंध मजबूत हुए हैं। ट्रंप परिवार की कंपनी के द्वारा पाकिस्तान की कंपनी से समझौता किया गया। इसके बाद ट्रंप परिवार की संपत्ति में लगातार इजाफा देखने को मिला है। पाकिस्तान से समझौता हो जाने के बाद ही डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ अपने रवैया में बदलाव किया है। एक तरफ अमेरिका के द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने के साथ-साथ 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है। दूसरी तरफ पाकिस्तान पर सिर्फ 19% टैरिफ अमेरिका के द्वारा लगाया गया है।

भारत और अमेरिका के रिश्ते इस समय तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका के द्वारा लगातार लिए जा रहे फैसलों से न सिर्फ भारत के द्वारा बल्कि खुद अमेरिका में भी इसका विरोध किया जा रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर सवाल खड़े किये है। उन्होंने कहा कि अपने फैमिली व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए ट्रंप ने भारत के साथ रिश्ते खराब किए हैं। भारत और अमेरिका के रिश्ते लंबे समय से अच्छी पटरी पर थे लेकिन पाकिस्तान पर उनके द्वारा मेहरबानी की जा रही है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा देशहित की जगह अपना फायदा देखा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप भारत पर 25% टैरिफ के साथ 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा कर चुके हैं। जिसके बाद भारत और अमेरिका के रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। भारत और अमेरिका की तुलना में चीन तथा रूस के साथ नजदीकी बढ़ा रहा है।

‘ट्रंप के फैसलों से पूरे देश को हो रहा नुकसान’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर बोलते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार गलत फैसले लिए जा रहे हैं। उनके द्वारा लिए जा रहे गलत फैसलों के कारण देश को नुकसान भुगतना पड़ रहा है। ट्रंप के द्वारा निजी फायदे के लिए भारत और पाकिस्तान का संघर्ष रोकने का भी दावा किया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति लगातार गलत साबित हुई है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद तनाव बढ़ गया था। भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया था जिसके बाद कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। अंत में दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने व्यापार का दबाव बनाते हुए दोनों देशों को संघर्ष विराम के लिए राजी किया था जबकि भारत यह बात मानने को लिए तैयार नहीं है।

India US Relations पर ट्रंप के फैसलों का असर, भारत पर बढ़े टैरिफ, पाकिस्तान से नजदीकी, जयशंकर ने कहा भारत संबंधों में मध्यस्थता स्वीकार नहीं।
India US Relations पर ट्रंप के फैसलों का असर, भारत पर बढ़े टैरिफ, पाकिस्तान से नजदीकी, जयशंकर ने कहा भारत संबंधों में मध्यस्थता स्वीकार नहीं।
‘अमेरिका के लिए जरूरी है भारत’

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि ट्रंप के द्वारा पाकिस्तान की सेना प्रमुख तथा पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश की जा रही है जबकि भारत से अमेरिका के रिश्ते लंबे समय से अच्छे रहे हैं। भारत से रिश्ते अच्छे होने से अमेरिका को फायदा है। भारतीय टैलेंट; तकनीक तथा आर्थिक मामलों में अमेरिका को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इसी के साथ उन्होंने यह भी चेतावनी कि यदि अमेरिका को चीन के रणनीतिक  खतरों से लड़ाई लड़नी है तो भारत का साथ जरूरी है। भारत से रिश्ते बिगड़ने पर बड़ा नुकसान अमेरिका को उठाना होगा।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों में मध्यस्थता किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी। इस बारे में हम बहुत स्पष्ट हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका के द्वारा संघर्ष विराम करने पर भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि जब भी दो देशों के बीच संघर्ष होता है तो वह एक दूसरे से बात करते हैं। दूसरे देशों के द्वारा भी फोन किए गए थे। यह कोई सीक्रेट बात नहीं है। रूस यूक्रेन तथा इजरायल ईरान के दौरान हमने भी विभिन्न फोन किए थे। आज के ग्लोबल रिश्तो में यह आम बात हो गई है लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम किसी तीसरे देश की वजह से हुआ था यह स्वीकार नहीं है।

 

अमेरिका भूल रहा अपने पुराने रिश्ते

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर अमेरिका पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ अपने पुराने रिश्तों को भूल रहा है। पाकिस्तान के द्वारा लगातार आतंकवादी को बढ़ावा दिया जा रहा है। दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी पाकिस्तान में ही 2011 में मिला था। कुछ देश लगातार राजनीति और रणनीतिक फायदे के लिए इतिहास को नजरअंदाज करते हैं। पाकिस्तान और अमेरिका का एक लंबा इतिहास है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर बोलते हुए भारतीय विदेश मंत्री ने कहा है कि उनके द्वारा विदेश नीति को बिल्कुल अलग तरीके से चलाया जा रहा है। किसी भी पूर्व राष्ट्रपति के द्वारा यह कार्य नहीं किया गया था। डोनाल्ड ट्रंप का यह रवैया सिर्फ भारत के साथ सीमित नहीं है बल्कि पूरी दुनिया के साथ उनके द्वारा ऐसा व्यवहार किया जा रहा है।

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