Operation Sindoor में भारतीय सेना ने POK में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए, सैकड़ों आतंकी मारे गए। पाकिस्तान में आतंकी अब ठिकाने बदलने को मजबूर।

पुराने हथियारों से नहीं हो सकता वर्तमान में युद्ध -सीडीएस चौहान; आत्मनिर्भर बनने पर दिया जोर

Indian Defence Strategy : भारत के के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि वर्तमान में चल रही परिस्थितियों में पुराने हथियारों से दुश्मन का सामना नहीं किया जा सकता। पुराने हथियारों से आज की लड़ाई जीतने में सफल नहीं हो सकते। विदेश से लगातार मंगाए जा हथियारों के दम पर निर्भर रहना सही बात नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से हमारी युद्ध की तैयारी लगातार कमजोर होती है। भारत के CDS  विपिन चौहान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव के बाद हमें यह पता चल गया है कि स्वदेशी एंटी ड्रोन सिस्टम की जरूरत क्यों है।

हमें अपनी सुरक्षा के लिए इन्वेस्टमेंट करना जरूरी हो गया है और आने वाले समय में इसकी जरूरत और भी बढ़ जाएगी। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद 7 मई  को भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। भारतीय सेना के द्वारा चलाए गए इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था जिसमें 100 से भी ज्यादा आतंकी मारे जाने की खबर सामने आई थी। भारत के द्वारा मिले ठोस जवाब के कारण पाकिस्तान मात्र 48 घंटे में घुटनों पर आ गया था। पाकिस्तान के द्वारा भारत पर एक साथ विभिन्न जगहों पर हमले किए गए लेकिन उसकी यह योजना 8 घंटे से ज्यादा नहीं चल सकी। इसके बाद डरे हुए पाकिस्तान ने बड़े नुकसान के डर से सीज फायर के लिए अनुरोध किया।

भारतीय दूतावास ने जारी की ईरान जाने वाले नागरिकों के लिए एडवाइजरी; घटनाक्रमों पर नजर बनाए रखने की दी हिदायत

रूस पर बनाये दबाव नहीं तो लगेगा भारत पर 100% टैरिफ -नाटो

बिना सबूत के भारत लगा रहा इल्जाम -पाकिस्तान; पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने की भारत की आलोचना

शंघाई सहयोग संगठन में भारतीय विदेश मंत्री ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, पहलगाम हमले की करी निंदा

रणनीति संतुलन को बदल सकते हैं ड्रोन

भारत के CDS विपिन चौहान ने कहा कि विभिन्न देशों के बीच चल रहे युद्ध में यह देखने को मिल रहा है कि ड्रोन किसी भी देश के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। ड्रोन के कारण रणनीति संतुलन में तुरंत बदलाव देखने को मिलता है। ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा पाकिस्तान के द्वारा छोड़े गए बड़ी मात्रा में ड्रोन को भारत के एंटी ड्रोन सिस्टम ने मार गिराया था। एंटी ड्रोन सिस्टम की बदौलत ही पाकिस्तान के द्वारा छोड़े गए ड्रोन से भारत के सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर और मिलिट्री को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ था। चौहान ने यह बात काउंटर अनबैन्ड एरियल सिस्टम की प्रदर्शनी के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम रणनीतिक रूप से भारत के लिए आत्मनिर्भरता होना जरूरी है।

ड्रोन का बढ़ रहा लगातार इस्तेमाल

अनिल चौहान ने वर्तमान में चल रही विश्व की विभिन्न स्थिति ध्यान में रखते हुए कहा की लगातार ड्रोन का उपयोग विभिन्न हिस्सों में बढ़ता जा रहा है। युद्ध में ड्रोन का इस्तेमाल बहुत क्रांतिकारी रहा है। जैसे-जैसे ड्रोन की तैनाती का दायरा बढ़ाया गया उस से भी ज्यादा तेज रफ्तार से ड्रोन का इस्तेमाल सेना के द्वारा किया गया। भारत की सेना के द्वारा लड़े गए विभिन्न युद्धों में यह स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। ऐसे में विदेश से मंगाई गई टेक्नोलॉजी के ऊपर हम निर्भर नहीं रह सकते। युद्ध और डिफेंस ऑपरेशन के लिए स्वदेशी तकनीक का होना काफी महत्वपूर्ण हो गया है। विदेशी तकनीक पर लगातार निर्भर रहने से हमारी तैयारी कमजोर हो जाती हैं।

Indian Defence Strategy को लेकर बोले CDS अनिल चौहान, कहा- पुराने हथियार नहीं होंगे कारगर, एंटी ड्रोन सिस्टम से बढ़ी ताकत, आत्मनिर्भर बनें।
Indian Defence Strategy   को लेकर बोले CDS अनिल चौहान, कहा- पुराने हथियार नहीं होंगे कारगर, एंटी ड्रोन सिस्टम से बढ़ी ताकत, आत्मनिर्भर बनें।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पहले भी दे चुके चौहान बयान

भारत की CDS अनिल चौहान से पहले भी भारत के द्वारा आतंकियों पर की गई कार्रवाई तथा ऑपरेशन सिंधु को लेकर बयान दे चुके हैं। उन्होंने तीन जून को पुणे यूनिवर्सिटी में एक विषय पर अपना मत रखते हुए कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव में भारत की तरफ से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया गया था। भारत के द्वारा मिले ठोस जवाब के कारण पाकिस्तान मात्र 48 घंटे में घुटनों पर आ गया था। पाकिस्तान के द्वारा भारत पर एक साथ विभिन्न जगहों पर हमले किए गए लेकिन उसकी यह योजना 8 घंटे से ज्यादा नहीं चल सकी। इसके बाद डरे हुए पाकिस्तान ने बड़े नुकसान के डर से सीज फायर के लिए अनुरोध किया। पाकिस्तान के द्वारा किए गए सीज फायर पर अनुरोध पर भारत ने सहमति जताई थी। इसी के साथ उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि भारत के द्वारा पाकिस्तान की सेना या आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया बल्कि केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया था।

पहलगाम में हुई थी बर्बरता -चौहान

इस दौरान अनिल चौहान ने कहा था कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के द्वारा बर्बरता की गई थी। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों के द्वारा पर्यटकों से धर्म पूछ कर उनका निशाना बनाया गया था। अनिल चौहान ने पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख असीम मुनीर पर भी बयान देते हुए कहा था कि उन्होंने लगातार भारत और हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए थे। जिसके कारण पाकिस्तान में लगातार पोषित हो रहे आतंकवाद को प्रोत्साहन मिला था। भारत की CDS अनिल चौहान ने लड़ाकू विमान के नुकसान पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था कि ऐसे समय में नुकसान के बारे में नहीं सोचा जाता है। आप अपने कार्य पर ही ध्यान दे सकते हैं होने वाला नुकसान आपके हाथ में नहीं होता है।

जब किसी टीम के द्वारा टेस्ट मैच खेला जाता है और यदि पारी से हार हो जाती है तो आप यह नहीं गिनते की कितने विकेट कितने गेंद और कितने खिलाड़ी क्योंकि इसका कोई सवाल ही नहीं है। अनिल चौहान का इशारा पाकिस्तान की तरफ था जो बार-बार भारत के लड़ाकू विमान गिराने की बात करता रहा है। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद 7 मई  को भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। भारतीय सेना के द्वारा चलाए गए इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था जिसमें 100 से भी ज्यादा आतंकी मारे जाने की खबर सामने आई थी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *