Iran Israel Conflict: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। ईरान के सुप्रीम लीडर खमनोई के द्वारा अपनी मौत के बाद सुप्रीम लीडर चुने जाने को लेकर तीन उत्तराधिकारी चुने गए हैं। बताया जा रहा है कि ईरान के सुप्रीम लीडर के द्वारा अपने पद को लेकर तीन उत्तराधिकारियों के नाम दिए गए हैं उनमें उनके बेटे का नाम शामिल नहीं है।
पहले बेटे के नाम की थी चर्चा
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच पहले यह चर्चा चल रही थी कि ईरान के सुप्रीम लीडर की मौत हो जाने के बाद उनके बेटे को ईरान का सुप्रीम लीडर चुना जाएगा। लेकिन ईरान के सुप्रीम लीडर के द्वारा अपने बेटे को इस लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। इजरायल की तरफ से लगातार ईरान के सुप्रीम लीडर को मारे जाने की धमकी दी जा रही है।
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इसराइल और ईरान के द्वारा दी जा रही धमकी के बीच संभावित हमको से पहले ईरान के सुप्रीम लीडर के द्वारा अपने उत्तराधिकारियों के नाम घोषित किए गए हैं। इसराइल के द्वारा किए गए हमले में अब ईरान सेना के तीन कमांडरों और एक परमाणु वैज्ञानिक की मौत होना भी बताया जा रहा है।
वर्तमान में सबसे ताकतवर है सुप्रीम लीडर खमनोई
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच वर्तमान परिस्थितियों में ईरान के सबसे ताकतवर नेता के तौर पर ईरान के सुप्रीम लीडर खामनोई को देखा जाता है। ईरान के सुप्रीम लीडर खामनोई का जन्म 19 अप्रैल 1939 को हुआ था। सुप्रीम लीडर खमनोई का जन्म ईरान के मसहड़ में हुआ था।
ईरान का सुप्रीम लीडर बनने से पहले 1981 में ईरान के राष्ट्रपति रह चुके हैं। वर्तमान में ईरान की सुप्रीम लीडर के पद को संभाल रहे खामनोई 8 साल तक ईरान के राष्ट्रपति पद पर रहे थे। 8 साल तक ईरान के प्रधानमंत्री पद को संभालने वाले खामनोई 1989 में ईरान के सुप्रीम लीडर की मौत हो जाने के बाद ईरान के नए सुप्रीम लीडर बने थे।
9 दिन से जारी है ईरान इजरायल संघर्ष
ईरान और इजरायल के बीच चल रहा यह संघर्ष पिछले कई दिनों से लगातार जारी है। दोनों देशों के बीच चल रहा यह संघर्ष 9 दिन से लगातार भीषण होता हुआ जा रहा है। एक तरफ इसराइल लगातार ईरान के विभिन्न सैनिक ठिकानों के साथ-साथ परमाणु परीक्षण से संबंधित ठिकानों को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ईरान की तरफ से भी इजरायल के प्रमुख ठिकानों को तबाह करने की कोशिश की जा रही है। दोनों देशों के बीच चल रहा यह संघर्ष आने वाले समय में और भी भीषण होता हुआ नजर आ रहा है।
संघर्ष में सैंकड़ो लोगों की हो चुकी है मौत
ईरान और इजरायल के बीच 9 दिन से चल रहे संघर्ष में अब तक दोनों देशों के सैकड़ो नागरिकों की मौत हो चुकी है। आम नागरिकों के अतिरिक्त दोनों ही देश के विभिन्न सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक भी इस संघर्ष में मौत का शिकार हो चुके हैं। जानकार सूत्रों से मिली खबर के अनुसार इजरायल में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ो की संख्या में लोग घायल है। दूसरी तरफ ईरान में 650 से भी अधिक नागरिकों की मौत होना बताया जा रहा है जबकि घायलों की संख्या 2000 से भी ऊपर बताई जा रही है।

ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोक रहा इजरायल
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष की सबसे बड़ी वजह ईरान के द्वारा परमाणु हथियार बनाने की कोशिश है। एक तरफ ईरान लगातार परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है तो दूसरी तरफ इजरायल ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। इजराइल यह कभी नहीं चाहता है कि ईरान के पास परमाणु हथियार रहे। यदि ईरान परमाणु हथियार बनाने में सफल होता है तो यह इजरायल के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। इसी कारण इजरायल के द्वारा लगातार ईरान पर हमले करने के साथ-साथ ईरान के महत्वपूर्ण परमाणु ठिकानों को नष्ट किया जा रहा है।
दूसरी तरफ ईरान इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष के बावजूद परमाणु समझौता करने को तैयार नहीं है और उसने अमेरिका जैसे देश को खुली चुनौती दे दी है। इसराइल और अमेरिका के द्वारा संयुक्त रूप से दबाव बनाने के बावजूद ईरान झुकता हुआ नजर नहीं आ रहा है। ईरान ने अमेरिका के साथ होने वाली परमाणु बातचीत को रद्द कर दिया है। साथ ही साथ ईरान के द्वारा अमेरिका से भविष्य में होने वाले विभिन्न परमाणु बातचीत को भी स्थगित कर दिया है।
इसराइल पर लग रहे आरोप
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच इसराइल पर विभिन्न देशों के द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं। इसराइल पर आरोप है कि वह खुद परमाणु हथियार बना चुका है जबकि दूसरे देशों को वह परमाणु हथियार बनाने से रोक रहा है। इस तरह इजराइल परमाणु हथियारों को लेकर दोहरा रवैया अपना रहा है। विभिन्न देश इजराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष में ईरान का पक्ष लेते हुए दिख रहे हैं जबकि अमेरिका जैसे देश इजराइल का ईरान के खिलाफ साथ दे रहे हैं।