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इजराइल में जल्द सरकार हो सकती है सत्ता से बेदखल; सरकार से दो दलों ने लिया समर्थन वापस

Israel Government Crisis  : इजराइल में जल्द ही सरकार में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन की सरकार अल्पमत में पहुंच गई है। इसका कारण सरकार से दो दलों के द्वारा समर्थन वापस लेना रहा है। रूडी वादी सास पार्टी के द्वारा बेंजामिन सरकार से समर्थन वापस ले लिया गया है। इससे कुछ दिन पहले ही एक अन्य पार्टी के द्वारा भी सरकार से अलग होने का फैसला लिया गया था। इस स्थिति के कारण इजरायल के वर्तमान प्रधानमंत्री की सरकार अल्पमत में आ गई है। सत्ता रूढ  गठबंधन से अलग होने के बाद वर्तमान सरकार के पास सिर्फ 50 सीट ही बची हैं। ऐसे में सरकार के सिर पर खतरा मंडरा रहा है।  विवाद की मुख्य वजह मिलिट्री सर्विस से मिलने वाली छूट में रूढ़िवादी धार्मिक छात्रों की भूमिका है। यह छात्र लंबे समय से अनिवार्य मिलिट्री सर्विस में छूट का फायदा ले रहे थे लेकिन इजरायल की सरकार के द्वारा रूढ़िवादी धार्मिक छात्रों को मिल रही छूट को सीमित करने का निर्णय लिया गया।

इजरायल की सरकार के द्वारा इसे लेकर एक बिल भी पास किया गया था।इजरायल की वर्तमान सरकार से गठबंधन की पार्टियों के अलग हो जाने का फैसला लिए जाने के बावजूद यह बताया जा रहा है कि इजरायल की सरकार पर इसका असर तुरंत देखने को नहीं मिलेगा लेकिन गठबंधन दलों के अलग हो जाने के कारण इजरायल की राजनीति में अस्थिरता और राजनीति में बढ़ोतरी जरूर देखने को मिल सकती है। लंबे समय से गाजा में चल रहे युद्ध के कारण इजराइल में विभिन्न राजनीतिक मतभेद पैदा हुए थे। इसराइल और हमास के बीच गाजा में चल रहे युद्ध को लगभग 3 साल हो गए हैं। अब तक इस युद्ध में इजरायल के 900 के लगभग सैनिक मौत का शिकार हो चुके हैं।

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सरकार बचाने के लिए आवश्यक 61 सीट

इजरायल की संसद में वर्तमान में कुल 120 सीट हैं और इस स्थिति में सरकार बचाने के लिए कम से कम 61 सीट होना आवश्यक है। लेकिन दो दलों के द्वारा गठबंधन से समर्थन वापस लेने के बाद वर्तमान सरकार के पास सिर्फ 50 सीट का ही बहुमत रह गया है। ऐसे में इजरायल की वर्तमान सरकार का सत्ता से बेदखल होना लगभग निश्चित माना जा रहा है। इसराइल के वर्तमान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू  की पार्टी के पास वर्तमान में कुल 50 सीट हैं जबकि विपक्षी पार्टी के गठबंधन के पास 60 सीट मौजूद हैं।

सरकार का नहीं रह सकते हिस्सा -गठबंधन दल

अब तक इजराइल में गठबंधन के सहयोग से सरकार चल रही थी लेकिन गठबंधन में शामिल दो पार्टियों के द्वारा सरकार से अलग होने का फैसला लिया गया है। गठबंधन में शामिल सास पार्टी के द्वारा सरकार से अलग होने का फैसला लेने के बाद बयान जारी करते हुए कहा गया कि हमें भारी मन से सरकार का हिस्सा नहीं रहने की बात स्वीकार करनी पड़ रही है। उन्होंने यह कहा कि हम गठबंधन से अलग जरूर हो रहे हैं लेकिन सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हमारे द्वारा नहीं की जाएगी। और कुछ नियमों पर हम गठबंधन का समर्थन भी जारी रख सकते हैं।

Israel Government Crisis के चलते नेतन्याहू की सरकार अल्पमत में आ गई है। गठबंधन दलों के समर्थन वापसी से इजरायल की राजनीति में अस्थिरता बढ़ी।
Israel Government Crisis   के चलते नेतन्याहू की सरकार अल्पमत में आ गई है। गठबंधन दलों के समर्थन वापसी से इजरायल की राजनीति में अस्थिरता बढ़ी।
मिलिट्री सर्विस में छूट से पैदा हुआ विवाद

इजरायल की सरकार में गठबंधन पार्टियों के द्वारा अलग होने का निर्णय एक विवाद के बाद लिया गया है। विवाद की मुख्य वजह मिलिट्री सर्विस से मिलने वाली छूट में रूढ़िवादी धार्मिक छात्रों की भूमिका है। यह छात्र लंबे समय से अनिवार्य मिलिट्री सर्विस में छूट का फायदा ले रहे थे लेकिन इजरायल की सरकार के द्वारा रूढ़िवादी धार्मिक छात्रों को मिल रही छूट को सीमित करने का निर्णय लिया गया। इजरायल की सरकार के द्वारा इसे लेकर एक बिल भी पास किया गया था। जिसके बाद इजरायल सरकार के गठबंधन में शामिल दो पार्टियों ने इस पर नाराजगी जताई थी। सरकार के द्वारा इस फैसले को लेकर उठाए गए कदम के बाद दोनों ने सरकार से अलग होने का फैसला लिया है। दोनों ही पार्टियों का कहना है कि धार्मिक छात्रों के द्वारा सेना में शामिल होने से धार्मिक जीवन शैली को खतरा पैदा होगा। ऐसे में अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए इन दलों ने गठबंधन से अलग होने का निर्णय किया है।

गठबंधन विवाद से तुरंत नहीं पड़ेगा सरकार पर असर

इजरायल की वर्तमान सरकार से गठबंधन की पार्टियों के अलग हो जाने का फैसला लिए जाने के बावजूद यह बताया जा रहा है कि इजरायल की सरकार पर इसका असर तुरंत देखने को नहीं मिलेगा लेकिन गठबंधन दलों के अलग हो जाने के कारण इजरायल की राजनीति में अस्थिरता और राजनीति में बढ़ोतरी जरूर देखने को मिल सकती है। गाजा में चल रहे युद्ध को भी इस गठबंधन में दरार का कारण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि अल्ट्रा ऑर्थोडॉक्स समाज के सैनिक इस युद्ध में लगातार पीछे हटते हुए नजर आए हैं जबकि युद्ध में सैकड़ो इजरायल के सैनिकों की मौत हो चुकी है। लंबे समय से गाजा में चल रहे युद्ध के कारण इजराइल में विभिन्न राजनीतिक मतभेद पैदा हुए थे। इसराइल और हमास के बीच गाजा में चल रहे युद्ध को लगभग 3 साल हो गए हैं। अब तक इस युद्ध में इजरायल के 900 के लगभग सैनिक मौत का शिकार हो चुके हैं।

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