Israel Hamas Conflict के बीच दोहा में हमला, फ्रांस देगा फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता, इजरायल ने फैसले को आतंकवाद का इनाम बताया।

इजराइल के हमले में बाल- बाल बचे हमास लीडर; इजरायल की सेना ने किये हमले

Israel Hamas Conflict : इजरायल की सेना के द्वारा कतर की राजधानी दोहा में बड़े हमले किए गए। इजरायल की सेना के द्वारा किए गए हमले में हमास लीडर के बाल बाल बचने की खबर सामने आ रही है जबकि इस हमले में 5 से अधिक लोग मौत का शिकार हुए हैं। हमला हो जाने के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री के द्वारा इस हमले की जिम्मेदारी ली गई। इजरायल की सेना के द्वारा यह जानकारी दी गई कि हमास के बड़े नेताओं को निशाना बनाते हुए यह हमले किए गए थे। हमास के नेताओ को निशाना बनाते हुए कतर की राजधानी दोहा में हमला किया गया था लेकिन वह इसमें बच निकला जबकि दूसरे कई नागरिक मौत का शिकार हुए। इजरायल के प्रधानमंत्री के द्वारा इस हमले की पूरी जिम्मेदारी लेने की बात कही गई है। इसराइल के द्वारा कतर की राजधानी दोहा पर यह हमला ऐसे समय पर किया गया है जब अमेरिका के द्वारा हमास के नेताओं के साथ युद्ध विराम को लेकर चर्चा की जा रही है।

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संगठन की गतिविधियों में शामिल नेताओं पर हमला इजरायल

कतर की राजधानी दोहा पर हमला कर देने के बाद इजरायल की सुरक्षा एजेंसी की तरफ से इसे लेकर बयान दिया गया। उन्होंने कहा कि हमास संगठन की गतिविधियों में लंबे समय से शामिल नेताओं को निशाना बनाने की सेना के द्वारा कोशिश की गई थी। इसराइल के अधिकारी के द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक कतर की राजधानी दोहा में यह हमला किया गया। इसराइल के द्वारा यह हमला करने के संकेत पहले ही दे दिए गए थे।

अमेरिका और इसराइल मिलकर निकालेंगे रास्ता

दूसरी तरफ इजरायल के प्रधानमंत्री के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि इजरायल के बंधकों की रिहाई होने में सबसे बड़ी मुसीबत हमास बना हुआ है। लगातार हमास के द्वारा तनाव को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में इस समस्या का समाधान निकालने के लिए इसराइल और अमेरिका के द्वारा मिलकर कार्य किया जा रहा है। दोनों देश मिलकर इस संकट से बाहर निकलने का रास्ता खोज रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बंधकों को जल्दी से जल्दी वापस लाया जा सके और हमास के आतंक को खत्म करते हुए पूरे क्षेत्र में शांति स्थापित की जा सके।

फ्रांस देगा फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश की मान्यता

फ्रांस के द्वारा बड़ी घोषणा की गई है। फ्रांस का कहना है कि उसके द्वारा जल्द ही फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी जाएगी। फ्रांस के राष्ट्रपति के द्वारा यह ऐलान किया गया है। सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान फ्रांस के द्वारा औपचारिक रूप से फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता दी जाएगी। सोशल मीडिया पर यह जानकारी देते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि मिडिल ईस्ट में स्थाई शांति की तरफ कदम बढ़ाते हुए फ्रांस की तरफ से यह निर्णय लिया गया है कि फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता दी जाए। फ्रांस की प्रतिबद्धता के तहत उन्होंने यह फैसला लिया है। गाजा में लंबे समय से चल रही जंग को रोकना जरूरी हो गया है ताकि नागरिकों की जान बचाई जा सके। फ्रांस के द्वारा किए गए इस ऐलान के बाद फिलिस्तीन में बड़े स्तर पर खुशी जताई जा रही है। दूसरी तरफ इजरायल के द्वारा इस फैसले का विरोध किया जा रहा है।

इजराइल ने बताया फैसले को आतंकवाद का इनाम

फ्रांस के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता दिए जाने की घोषणा करने के बाद लगातार इस पर विभिन्न तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एक तरफ फिलिस्तीन के द्वारा इसका समर्थन करते हुए खुशी जताई जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ इसराइल इसे आतंकवाद को इनाम बता रहा है। इजराइल के प्रधानमंत्री के द्वारा फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की गई। इसराइल के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह फैसला गाजा और ईरान के समर्थन से प्राप्त प्रोक्सी को जन्म देगा। फ्रांस के द्वारा यह कदम उठाए जाने के बाद फिलिस्तीन एक राष्ट्र की भांति कार्य करने के बजाय इसराइल को मिटाने के लिए कार्य करेगा।

Israel Hamas Conflict के बीच दोहा में हमला, फ्रांस देगा फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता, इजरायल ने फैसले को आतंकवाद का इनाम बताया।
Israel Hamas Conflict के बीच दोहा में हमला, फ्रांस देगा फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता, इजरायल ने फैसले को आतंकवाद का इनाम बताया।
युद्ध रोकने के लिए फ्रांस करेगा बैठक

लंबे समय से गाजा में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को रोकने के लिए फ्रांस के द्वारा कोशिश की जा रही है।  आने वाले समय में जर्मनी और ब्रिटेन के साथ फ्रांस के द्वारा एक बैठक आयोजित की जाएगी। यह बैठक लंबे समय से गाजा में बिगड़ रहे हालातो को लेकर होगी। भूख से जूझ रहे विभिन्न पीड़ित लोगों को मदद पहुंचाने और युद्ध रोकने को लेकर मंथन किया जाएगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के द्वारा हाल ही में यह कहा गया था कि फिलीस्तीन की जनता का जन्म सिद्ध अधिकार राज्य का दर्जा प्राप्त करना है। दोनों के बीच संघर्ष विराम हो जाने पर फिलिस्तीन राष्ट्रीय मान्यता की दिशा में आगे बढ़ेगा जबकि दो पक्षों में चल रहे संघर्ष का भी समाधान निकलेगा।

1967 में इजरायल ने किया था कब्जा

फिलिस्तीन लंबे समय से अपने आप को स्वतंत्र देश के रूप में दुनिया के सामने पेश करता रहा है। अब तक दुनिया के 140 से अधिक देश फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश का दर्जा दे चुके हैं लेकिन फ्रांस के द्वारा ऐलान कर देने के बाद अब एक बड़े पश्चिमी देश के द्वारा यह मान्यता प्राप्त हो जाएगी। फिलीस्तीन को अब तक स्वतंत्र देश की मान्यता देने वाले देशों में कई यूरोपीय देश भी शामिल है। आपको बता दे की फिलिस्तीन पर 1967 के मिडिल ईस्ट युद्ध के दौरान इजरायल के द्वारा कब्जा किया गया था। फिलिस्तीन में गाजा पट्टी पूर्वी यरुशलम और वेस्ट बैंक का क्षेत्र शामिल है। गाजा में लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। दोनों के बीच चल रहे इस युद्ध के कारण गाजा में हालत काफी खराब हो चुके हैं और आने वाले समय में यदि यह संघर्ष नहीं रुक तो भुखमरी की स्थिति पैदा हो सकती है।

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