Israel Palestine Conflict : लंबे समय से गाजा में चल रहे हमास तथा इजरायल के संघर्ष को रोकने का लगातार दावा किया जा रहा है लेकिन अभी तक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में सफल नहीं हुए हैं। इसी बीच इजराइल को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वेस्ट बैंक जो की फिलिस्तीन का हिस्सा है पर इजरायल का कब्जा किसी भी हालत में मंजूर नहीं होगा। कभी भी हमारे द्वारा इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी। अब बहुत हो चुका है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा जल्द ही इजरायल के प्रधानमंत्री से मुलाकात की जाएगी। इस दौरान गाजा में चल रहे संघर्ष के साथ-साथ दूसरे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।
लंबे समय से वेस्ट बैंक पर इजरायल का कब्जा
फिलिस्तीन का हिस्सा रहा वेस्ट बैंक अब विवादों में घिरा हुआ है। विभिन्न देशों के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता दी जा चुकी है जिसके बाद इजरायल लगातार विरोध कर रहा है तथा वेस्ट बैंक को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। वेस्ट बैंक पर लंबे समय से इजराइल का कब्जा है। 1967 में 6 दिनों तक चली जंग के बाद से लगातार इजराइल वेस्ट बैंक पर कब्जा किए हुए हैं। हालांकि अब अरब देशों के द्वारा इजराइल के कब्जे का विरोध किया जा रहा है।
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‘राज्य का दर्जा मिलना फिलिस्तीन का अधिकार’
विभिन्न देशों के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान किए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश का दर्जा मिलना उसका अधिकार है। यह उसको किसी के द्वारा इनाम नहीं दिया जा रहा है। फिलीस्तीन को यह अधिकार दिए बिना शांति संभव नहीं है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान करते हुए कहा कि यह हमास की हार है। फ्रांस के राष्ट्रपति के द्वारा हमास पर की गई इस टिप्पणी को जबरदस्त समर्थन देखने को मिला।
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने किया चुनाव का वादा
लंबे समय से गाजा में चल रहे संघर्ष के बीच फिलिस्तीन के राष्ट्रपति के द्वारा बड़ा वादा किया गया। उन्होंने हमास से हथियार छोड़ने की अपील की। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने बताया कि गाजा में होने वाले शासन में भविष्य में हमास की किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं होगी। जंग खत्म होने के बाद संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। संघर्ष खत्म हो जाने के बाद 3 महीने के भीतर अंतिम संविधान तैयार किया जाएगा जिससे कि अथॉरिटी से सत्ता राज्य को स्थानांतरित की जा सके। इसी के साथ फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने जिन देशों के द्वारा फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान की गई है उनका धन्यवाद दिया। साथ ही दूसरे देशों से भी ऐसा करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता दिलाने में भी फिलिस्तीन की मदद करें।
लंबे समय से हमास और इजरायल के बीच संघर्ष चल रहा है। इस बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। फिलीस्तीन को तीन देशों के द्वारा एक साथ राष्ट्र की मान्यता दे दी गई है जिसमें ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया शामिल है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान करने के बाद अब जल्द शांति स्थापित की जा सकेगी। आने वाले समय में इजराइल के साथ मिलकर फिलिस्तीन सरकार के द्वारा कार्य किया जाएगा। हमास की दोनों देशों के बीच किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं होगी। फिलीस्तीन को आजाद देश की मान्यता देने में कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने भी कदम बढ़ाए हैं। दोनों ही देश के द्वारा भी स्वतंत्र देश की मान्यता की घोषणा कर दी गई है। फिलीस्तीन को अब तक विभिन्न देशों के द्वारा स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान की जा चुकी है जिसमें भारत और चीन भी शामिल है। अब तक फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान करने वाले देशों की संख्या 140 से भी अधिक हो चुकी है।

इजराइल बोला देंगे जवाब
विभिन्न देशों के द्वारा फिलीस्तीन को आजाद देश की मान्यता प्रदान करने की घोषणा करने के बाद इस पर इजरायल ने आपत्ति जताई। इजरायल के प्रधानमंत्री का कहना है कि कनाडा, आस्ट्रेलिया तथा ब्रिटेन के द्वारा उठाए जा रहा यह कदम आतंकवाद को इनाम देना जैसा है। उन्होंने बताया कि फिलिस्तीन देश जॉर्डन नदी के पश्चिम में कभी नहीं बनेगा। इसी के साथ उन्होंने फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश की मान्यता प्रदान करने वाले देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका से लौटने के बाद इस कदम का जवाब दिया जाएगा।
1967 में इजरायल ने किया था कब्जा
फिलिस्तीन लंबे समय से अपने आप को स्वतंत्र देश के रूप में दुनिया के सामने पेश करता रहा है। अब तक दुनिया के 140 से अधिक देश फिलीस्तीन को स्वतंत्र देश का दर्जा दे चुके हैं लेकिन फ्रांस के द्वारा ऐलान कर देने के बाद अब एक बड़े पश्चिमी देश के द्वारा यह मान्यता प्राप्त हो जाएगी। फिलीस्तीन को अब तक स्वतंत्र देश की मान्यता देने वाले देशों में कई यूरोपीय देश भी शामिल है। आपको बता दे की फिलिस्तीन पर 1967 के मिडिल ईस्ट युद्ध के दौरान इजरायल के द्वारा कब्जा किया गया था। फिलिस्तीन में गाजा पट्टी पूर्वी यरुशलम और वेस्ट बैंक का क्षेत्र शामिल है। गाजा में लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। दोनों के बीच चल रहे इस युद्ध के कारण गाजा में हालत काफी खराब हो चुके हैं और आने वाले समय में यदि यह संघर्ष नहीं रुक तो भुखमरी की स्थिति पैदा हो सकती है।