Modi Croatia Visit: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव में क्रोएशिया के लिए रवाना हो गए हैं |भारतीय इतिहास में यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री क्रोएशिया की यात्रा करेगा| नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा पर हैं और अब उनकी यह यात्रा अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी है| इससे पहले वह साइप्रस और कनाडा के दौरे कर चुके हैं| नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान दो दिन क्रोएशिया में रहेंगे|

दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंधों पर होगी चर्चा
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्रोएशिया दौरे के दौरान क्रोएशिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात होगी| दोनों देशों के बीच विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी| भारतीय प्रधानमंत्री अपने विदेशी दौरे के दौरान वहां के राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे| प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न सिर्फ द्विपक्षी संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है बल्कि इसी के साथ-साथ यूरोपियन यूनियन के देशों के साथ भारत की साझेदारी को और मजबूत करने के लिए लगातार कोशिश की दृष्टि से देखा जा रहा है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा साइप्रस के बाद क्रोएशिया का दौरा करने से यह स्पष्ट है कि वे यूरोपियन देश के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत करना चाहता है|
द्विपक्षी वार्ता में बनेगी विभिन्न मुद्दों पर सहमति
प्रधानमंत्री मोदी की पहले क्रोएशिया यात्रा को विभिन्न मुद्दों से जोड़कर देखा जा रहा है| क्रोएशिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को इस यात्रा से खुशी मिली है| दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को बढ़ावा देने के साथ-साथ समुद्री और रक्षा क्षेत्र में एक दूसरे का सहयोग बढ़ाने की उम्मीद है|
आईटी सेक्टर; व्यापार और विभिन्न तकनीक के साथ-साथ दोनों देश जलवायु संतुलन में सहयोग करने की कोशिश करेंगे| भारत का मुख्य उद्देश्य साइप्रस और क्रोएशिया से संबंध मजबूत बनाकर वैश्विक मंचों पर सहयोग प्राप्त करना रहा है| विकास, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद जैसे मुद्दों पर वैश्विक मंच पर विभिन्न देशों का समर्थन प्राप्त करने में इन यात्राओं का अहम रोल रहेगा|
1991 में अस्तित्व में आया था करो एशिया
क्रोएशिया स्वतंत्र देश होने से पहले युगोस्लाविया का हिस्सा था| दोनों देशों के बीच लंबे समय तक चले युद्ध के बाद अपने आप को क्रोएशिया ने एक स्वतंत्र देश घोषित कर दिया था| क्रोएशिया और यूगोस्लाविया में 1991 से 95 तक भीषण युद्ध चला था जिसके बाद यूरोपीय देशों के द्वारा क्रोएशिया को 15 जनवरी 1992 में मान्यता दे दी गई |
अपनी कुछ खास विशेषताओं के कारण यह देश चर्चा में बना रहता है| इस देश में कुल 1200 से भी ज्यादा द्वीप हैं लेकिन इनमें से कुछ ही द्वीप पर आबादी रहती है| इस देश के 10 से भी अधिक स्थानों को विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया जा चुका है| दुनिया का सबसे छोटा शहर भी क्रोएशिया का ही एक हिस्सा है| दुनिया का सबसे छोटा शहर हुम है जिसकी आबादी सिर्फ 20 25 लोगों की है।
साइप्रस से की थी विदेशी दौरे कीशुरुआत
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी इस विदेश यात्रा की शुरुआत साइप्रस दौरे के साथ की थी| प्रधानमंत्री अपनी विदेश यात्रा के पहले पड़ाव में साइप्रस पहुंचे थे जहां पर दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद विभिन्न समझोतो पर दोनों देशों में सहमति बनी है| इसी के साथ साइप्रस के द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश का सर्वोच्च सम्मान भी प्रदान किया गया|
साइप्रस से भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा पहुंचे थे| कनाडा में आयोजित हो रहे जी7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा पहुंचे हैं| कनाडा के प्रधानमंत्री के द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री को इस सम्मेलन हेतु आमंत्रित किया गया था| भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G7 सम्मेलन में दुनिया के कई वर्ल्ड लीडर से मुलाकात की थी| अपनी विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव में वह क्रोएशिया पहुंचे हैं।
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कनाडा में वर्ल्ड लीडर्स का जमावड़ा
कनाडा में वर्तमान में दुनिया के प्रमुख नेताओं का जमावड़ा जमा हुआ है| कनाडा में इस बार G7 समूह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है| इस सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों के साथ-साथ इजरायल- ईरान और रूस -यूक्रेन मुद्दे पर चर्चा की जाएगी| G7 समूह दुनिया के साथ सबसे विकसित देशों का एक समूह है जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आमंत्रित सदस्य के तौर पर हिस्सा लिया था| इस सम्मेलन को लेकर इस समय दुनिया के सभी देश निगाह लगाए हुए हैं क्योंकि ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में जी7 समूह के देश का स्टैंड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा|