Modi Macron talks में रूस-यूक्रेन युद्ध, मिडिल ईस्ट शांति और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा, दोनों देशों ने सहयोग और व्यापारिक संबंध बढ़ाने पर सहमति जताई।

यूक्रेन युद्ध तथा मिडिल ईस्ट को लेकर मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच हुई चर्चा

Modi Macron talks : लंबे समय से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध तथा मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित करने के साथ-साथ विभिन्न मुद्दों को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से बातचीत की। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रो के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत फोन पर हुई इस दौरान दोनों नेताओं के द्वारा एक दूसरे का सहयोग करने के साथ-साथ रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की गयी।  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ उनकी बातचीत बहुत अच्छी रही। फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी भारत और फ्रांस के व्यापारिक तथा आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने का निर्णय लिया। मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच हुई चर्चा के दौरान सभी क्षेत्रों में सहयोग और साझेदारी को बढ़ाने पर सहमति जताई गई।

दोनों देश मिलकर करेंगे कार्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस के राष्ट्रपति से हुई बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनी। 2026 में होने वाले जी7 सम्मेलन के लिए फ्रांस की अध्यक्षता को लेकर भारत के द्वारा समर्थन किया जाएगा जबकि फ्रांस ब्रिक्स अध्यक्षता में भारत का सहयोग करेगा। दोनों देशों के द्वारा सहयोग की अपेक्षा की गई है। इससे पहले भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से बातचीत की थी। 15 अगस्त को मोदी ने फोन पर फ्रांस के राष्ट्रपति से बातचीत की थी। लंबे समय से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध तथा गाजा में इजरायल और हमास के संघर्ष को लेकर भी चर्चा हुई। हाल ही में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हो जाने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात हुई थी। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति समेत यूरोपीय नेता भी मौजूद रहे थे।

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ट्रंप ने मुलाकात को बताया था सकारात्मक

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से हुई मुलाकात को सकारात्मक करार दिया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमारी बैठक सकारात्मक रही। दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई और कई बिंदुओं पर सहमति भी बनी लेकिन अभी तक हमारे बीच किसी भी तरह की कोई डील नहीं हुई है। जब सब कुछ अंतिम रूप में पहुंच जाएगा तो समझौता हो पाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगातार रूस और यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी उद्देश्य से उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से अलास्का में मीटिंग की।

 

रूस की सुरक्षा सबसे जरूरी -पुतिन

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि रूस के लिए रूस की सुरक्षा सबसे पहले है। पुतिन इससे पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर अपना मत स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने आने वाले समय में होने वाली मीटिंग को रूस के मास्को में आयोजित करने का सुझाव दिया। रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति प्रेस कांफ्रेंस करने के कुछ समय पश्चात ही तुरंत मंच से रवाना हो गए।

ट्रंप बोले यूक्रेन पर निर्भर रहेगी लड़ाई

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि लंबे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन के युद्ध का भविष्य यूक्रेन के राष्ट्रपति पर निर्भर है। यदि यूक्रेन के राष्ट्रपति चाहे तो यह युद्ध जल्दी ही खत्म हो सकता है। सब कुछ अब यूक्रेन के राष्ट्रपति पर निर्भर है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा शांति का रास्ता अपनाया जाता है या फिर लड़ाई को जारी रखा जाता है। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के दौर को याद करते हुए कहा गया की 12 साल पहले बिना किसी दबाव और युद्ध के क्रीमिया को रूस को सौंप दिया गया था और यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं हुआ था। ऐसे में बहुत सारी चीज कभी बदलने वाली नहीं है।

Modi Macron talks में रूस-यूक्रेन युद्ध, मिडिल ईस्ट शांति और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा, दोनों देशों ने सहयोग और व्यापारिक संबंध बढ़ाने पर सहमति जताई।
Modi Macron talks में रूस-यूक्रेन युद्ध, मिडिल ईस्ट शांति और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा, दोनों देशों ने सहयोग और व्यापारिक संबंध बढ़ाने पर सहमति जताई।
ट्रंप बोले यूक्रेन पर निर्भर रहेगी लड़ाई

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि लंबे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन के युद्ध का भविष्य यूक्रेन के राष्ट्रपति पर निर्भर है। यदि यूक्रेन के राष्ट्रपति चाहे तो यह युद्ध जल्दी ही खत्म हो सकता है। सब कुछ अब यूक्रेन के राष्ट्रपति पर निर्भर है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा शांति का रास्ता अपनाया जाता है या फिर लड़ाई को जारी रखा जाता है। अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के दौर को याद करते हुए कहा गया की 12 साल पहले बिना किसी दबाव और युद्ध के क्रीमिया को रूस को सौंप दिया गया था और यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं हुआ था। ऐसे में बहुत सारी चीज कभी बदलने वाली नहीं है।

लंबे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है। हाल ही में उनके द्वारा रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की गई थी। रूस के राष्ट्रपति पुतिन से डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई थी। इसके बाद इस मीटिंग में हुई बातचीत पर यूक्रेन का मत जानने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ हुई मुलाकात में यूरोप के लीडर भी साथ रहे। बताया जा रहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच फिलहाल संघर्ष विराम नहीं होगा। डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक इतनी जल्दी दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम होना संभव नहीं है।

यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी पर हुई चर्चा

यूक्रेन के राष्ट्रपति और यूरोपीय नेताओं के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हुई मुलाकात में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि यूक्रेन के द्वारा लगातार सुरक्षा की गारंटी की मांग की जा रही है। इस पर रूस के राष्ट्रपति ने भी सहमति जता दी है। अमेरिका और यूरोपीय देश मिलकर यूक्रेन की सुरक्षा पर कार्य करेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद कहा कि वह यूरोप से मिले पैसों का उपयोग हथियार खरीदने में करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मीटिंग को रोकते हुए रूस के राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच लगभग 40 मिनट तक फोन पर बातचीत चली।

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