Modi Namibia Visit : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव में है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा अपनी यात्रा के अंतिम दौर में नामीबिया के लिए पहुंच चुके है। प्रधानमंत्री मोदी नामीबिया पहुंचने के बाद दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा करेंगे। किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का यह नामीबिया दौरा लंबे समय बाद हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी से पहले किसी अन्य भारतीय प्रधानमंत्री के द्वारा 27 साल पहले नामीबिया का दौरा किया गया था। नामीबिया दौरे के दौरान मोदी के द्वारा नामीबिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात की जाएगी। दोनों देशों के बीच यूरेनियम सप्लाई, डायमंड बिजनेस तथा जरूरी खनिजों को लेकर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
नामीबिया को पूरे संसार का चिता कैपिटल कहा जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दुनिया में सबसे ज्यादा चीते नामीबिया में ही पाए जाते हैं। नामीबिया में लगभग 2000 के करीब चीते हैं। लंबे समय बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री के नामीबिया दौरे से दोनों देशों के बीच विभिन्न समझौते होने की संभावना जताई जा रही है।दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी नामीबिया पहुंचें है। नामीबिया खनिज यूरेनियम तथा अन्य संसाधनों से समृद्ध देश होने के कारण भारत इसके साथ कई समझौते कर सकता है।
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नामीबिया संसद को संबोधित करेंगे मोदी
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा नामीबिया पहुंचने के बाद विभिन्न कार्यक्रम में हिस्सा लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि मोदी के द्वारा नामीबिया की संसद को भी संबोधित किया जाएगा। इससे पहले मोदी नामीबिया के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात कर दोनों देशों के बीच द्वीपक्षीय वार्ता करेंगे। दोनों देशों के बीच होने वाली इस वार्ता में विभिन्न समझौते होने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी नामीबिया पहुंचने से पहले कई दूसरे देशों का दौरा कर चुके हैं। यह उनकी इस विदेश यात्रा का अंतिम देश होगा।
1998 के बाद भारतीय पीएम का पहला दौरा
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नामीबिया दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा लगभग 27 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री के नामीबिया के दौरे के तौर पर देखा जा रहा है। उनसे पहले 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के द्वारा नामीबिया का दौरा किया गया था। ऐसे में लंबे समय बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री के नामीबिया दौरे से दोनों देशों के बीच विभिन्न समझौते होने की संभावना जताई जा रही है।
10 जुलाई को खत्म होगा मोदी का विदेश दौरा
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से विदेश यात्रा पर गए हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा 2 जुलाई से 10 जुलाई तक पांच देशों की विदेश यात्रा की जा रही है। जिनमे घाना त्रिनिँनाद एंड टोबेगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा ब्राजील में ब्रिक्स सम्मेलन में भी हिस्सा लिया गया था। इसके बाद अब दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी नामीबिया पहुंचें है। नामीबिया खनिज यूरेनियम तथा अन्य संसाधनों से समृद्ध देश होने के कारण भारत इसके साथ कई समझौते कर सकता है।

संसाधन संपन्न देश है नामीबिया
मोदी के नामीबिया पहुंचने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में समझौते होने की संभावना जताई जा रही है। नामीबिया एक संसाधन संपन्न देश के रूप में जाना जाता है। सबसे ज्यादा समुद्री हीरा नामीबिया में पाया जाता है। दूसरी तरफ यूरेनियम के बड़े उत्पादक के तौर पर भी नामीबिया की पहचान है। अभी तक नामीबिया के द्वारा भारत को सीधे तौर पर समुद्री हीरा एक्सपोर्ट नहीं किया जाता है बल्कि इसके बजाय दूसरे वैश्विक केन्द्रो से होते हुए भारत तक यह पहुंचता है। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के बाद हीरे की सीधी बिक्री होने पर सहमति बन सकती है।
नामीबिया से भारत आए थे 8 चीते
नामीबिया अपनी विभिन्न विशेषताओं के कारण दुनिया में अलग पहचान रखता है। जंगली चीतों की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश नामीबिया है। यही कारण है कि भारत के द्वारा भी नामीबिया से चीते मांगे गए थे। 17 सितंबर 2022 को भारत और नामीबिया सरकार के बीच एक समझौता हुआ था। समझौते के तहत ही नामीबिया के द्वारा भारत को 8 अफ्रीकी चीते भेजे गए थे। नामीबिया से भारत लाये गए 8 चीतों में पांच मादा तथा तीन नर चीते थे। नामीबिया से भारत लाये गए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। भारत में लंबे समय से जंगलों की कटाई तथा शिकार के कारण चीतों की कमी आ गई थी। एक बार फिर उनकी जनसंख्या में वृद्धि करने के लिए भारत सरकार ने यह कदम उठाया था।
चीता कैपिटल नाम से मशहूर है नामीबिया
नामीबिया को पूरे संसार का चिता कैपिटल कहा जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दुनिया में सबसे ज्यादा चीते नामीबिया में ही पाए जाते हैं। नामीबिया में लगभग 2000 के करीब चीते हैं। सरकारी स्तर पर नामीबिया से चीता प्राप्त करने वाला भारत एकमात्र दुनिया का देश है। भारत के द्वारा नामीबिया से 2022 में आठ चीते मंगवाए गए थे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामीबिया दौरे पर जाने के बाद एक बार फिर दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में समझौते होने की उम्मीद जताई जा रही है।