NATO Russia Warning : एक तरफ अमेरिका के द्वारा लगातार रूस को यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को खत्म करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। अमेरिका के साथ-साथ नाटो भी अब सक्रिय नजर आ रहा है। नाटो यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने के लिए अमेरिका को 100% भुगतान करेगा। इसी बीच नाटो के महासचिव ने भारत और चीन को चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि यदि रूस को युद्ध रोकने के लिए भारत और चीन के द्वारा दबाव नहीं बनाया गया तो रूस के ऊपर 100% टैरिफ लगाया जाएगा। नाटो के महासचिव ने भारत के साथ-साथ ब्राजील और चीन के लिए भी चेतावनी जारी की है। नाटो और अमेरिका मिलकर लगातार रूस के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के तहत नाटो के महासचिव के द्वारा यह बयान दिया गया है।
रूस से व्यापार करने पर हो सकता है नुकसान -नाटो
नाटो के महासचिव का कहना है कि यदि चीन, भारत और ब्राजील ने रूस के साथ अपने व्यापार को जारी रखा तो आने वाले समय में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि चीन, भारत और ब्राजील को यह समझना होगा। नाटो के महासचिव के द्वारा अमेरिका के सीनेटरों से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से की गई बातचीत में यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर दबाव बनाने के लिए यह कदम जरूरी है ताकि वह शांति वार्ता को गंभीरता से स्वीकार करें। नाटो के महासचिव ने कहा कि यदि तीनों देशों ने रूस से तेल और गैस खरीदना जारी रखा गया तो आने वाले समय में इन पर 100% सेकेंडरी प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
बिना सबूत के भारत लगा रहा इल्जाम -पाकिस्तान; पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने की भारत की आलोचना
शंघाई सहयोग संगठन में भारतीय विदेश मंत्री ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, पहलगाम हमले की करी निंदा
भारत के साथ समझौते पर चल रही बातचीत -ट्रंप; बोले-इंडियन मार्केट में अमेरिका को मिलेगी पहुंच
सुरक्षा चूक के कारण अमेरिका के व्हाइट हाउस में लगाया गया लॉकडाउन
अल्टीमेटम नहीं है मंजूर -रूस
अमेरिका और नाटो के द्वारा लगातार बनाए जा रहे दबाव के बीच रूस ने भी अपना मत स्पष्ट कर दिया है। रूस ने कहा कि हम अपनी नीतियों को बदलने वाले नहीं है। इस तरह की अल्टीमेटम रूस को मंजूर नहीं है। रूस के उप विदेश मंत्री के द्वारा नाटो के द्वारा दी गई धमकी को खारिज किया गया। उन्होंने कहा कि आर्थिक दबाव बनाने के बावजूद रूस अपनी नीतियां बदलने वाला नहीं है बल्कि इसके विकल्प के तौर पर दूसरा बिजनेस रूट तलाशने की तैयारी करेगा। नाटो के महासचिव से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों को बड़ी मात्रा में टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। अब यह देखने लायक होगा कि नाटो और अमेरिका के द्वारा चेतावनी जारी करने के बावजूद रूस के साथ कौन-कौन से देश व्यापार जारी रखते हैं।
सेकेंडरी प्रतिबंध की दी गई चेतावनी
अमेरिका और नाटो के द्वारा रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों को सेकेंडरी प्रतिबंध की चेतावनी जारी की गई है। सेकेंडरी प्रतिबंध उन देशों या कंपनियों पर लगाया जाता है जो सीधे तौर पर प्रतिबंध नहीं होते हैं लेकिन ऐसे देश के साथ व्यापार करते हैं। प्रतिबंधित देश के साथ व्यापार करने वाले दूसरे देश और कंपनियों पर सेकेंडरी प्रतिबंध लागू होता है। सेकेंडरी प्रबंध को इसलिए लागू किया जाता है ताकि उस देश पर दबाव बनाया जा सके। सेकेंडरी प्रतिबंध लागू करने के डर से ऐसे देशों से व्यापार करने में दूसरे देश और कंपनी झिझकते हैं।
रूस पर बने जंग रोकने के लिए दबाव
नाटो के महासचिव का कहना है कि चीन भारत और ब्राजील मिलकर रूस पर युद्ध को खत्म करने को लेकर दबाव बनाएं। रूस लंबे समय से यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को खत्म करने पर सहमत नहीं हो रहा है। इस स्थिति में रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि इन देशों ने रूस पर युद्ध खत्म करने को लेकर कदम नहीं बढ़ाये तो आने वाले समय में इन देशों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। भारत लंबे समय से रूस के साथ बड़ी मात्रा में तेल और गैस का व्यापार कर रहा है। ऐसे में आने वाले समय में भारत को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
पुतिन की कार्यशैली हमें पसंद नहीं -ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के राष्ट्रपति पुतिन से इस समय नाराज चल रहे हैं। कुछ समय पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति ने इसे लेकर नाराजगी जताई थी। एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पुतिन दिन में हमसे अच्छी बात करते हैं और रात में यूक्रेन पर बम बरसते हैं। हमें पुतिन की यह कार्य शैली पसंद नहीं है। इसी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति ने यह भी ऐलान कर दिया है कि यूक्रेन के साथ चल रहे जंग में रूस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

अमेरिका आने वाले समय में यूक्रेन को एयर डिफेंस सिस्टम देने जा रहा है। अमेरिका के द्वारा यूक्रेन को अब हथियार सप्लाई नाटो के माध्यम से की जाएगी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा यूक्रेन को हथियार सप्लाई पर रोक लगाए जाने पर भी नाराजगी जताई गई थी। ट्रंप ने कहा कि मैं नाटो के महासचिव से मुलाकात करने वाला हूं और हम यूक्रेन को जल्द ही उन्नत हथियार प्रदान करने की कोशिश करेंगे। अमेरिका के द्वारा हथियार दिए जाएंगे जबकि नाटो इसके बदले में 100% भुगतान करेगा।
रूस पर बनाया जाएगा दबाव
अमेरिका से मिल रही खबरों के मुताबिक अब आने वाले समय में यूक्रेन को अमेरिका के द्वारा बड़ी मात्रा में हथियार आपूर्ति की जाएगी। रूस और यूक्रेन के मध्य लंबे समय से चल रहे युद्ध को निर्णायक स्थिति में पहुंचने के बाद अमेरिका के द्वारा यह निर्णय लिया गया है। अमेरिका के द्वारा रूस को सबक सिखाने की कोशिश की जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी ने बताया कि ट्रंप को हल्के में लेना पुतिन पर भारी पड़ सकता है। पुतिन के द्वारा यह बड़ी गलती की गई है।
आने वाले कुछ हफ्तों में अमेरिका के द्वारा रूस पर भारी दबाव बनाया जाएगा। अमेरिका के द्वारा एक बार फिर यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने की घोषणा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नाटो के महासचिव से मुलाकात करेंगे। दोनों के बीच होने वाली इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। नाटो और अमेरिका मिलकर यूक्रेन को सहायता प्रदान करने पर बातचीत करेंगे। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में यूक्रेन को अमेरिका के द्वारा बड़ी मात्रा में हथियार उपलब्ध कराए जाएंगे जिसमें पैट्रियट मिसाइल सिस्टम और अन्य हथियार शामिल होंगे।