Netherlands Foreign Minister : नीदरलैंड के विदेश मंत्री ने इजराइल से नाराज होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि नीदरलैंड के विदेश मंत्री इजराइल पर प्रतिबंध नहीं लगाए जाने से नाराज थे। न्यू सोशल कॉन्ट्रैक्ट पार्टी में शामिल होने वाले दूसरे सदस्यों के द्वारा भी विदेश मंत्री के द्वारा इस्तीफा देने के साथ अपना इस्तीफा दे दिया गया है। गाजा मे लंबे समय से चल रहे हैं हमास और इजरायल के संघर्ष के बीच विभिन्न देशों के द्वारा लगातार इजरायल की निंदा की जा रही है। नीदरलैंड के विदेश मंत्री भी इजरायल के साथ पूरी तरह से व्यापार को रोकना चाहते थे लेकिन नीदरलैंड की सरकार में सहयोगी दूसरी पार्टियों के द्वारा उनका समर्थन नहीं किया गया। इससे नाराज होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और गठबंधन सरकार से अपने आप को अलग कर लिया है।
2023 से चल रही गठबंधन सरकार
नीदरलैंड में वर्तमान में गठबंधन से सरकार चल रही है। 2023 में नीदरलैंड में आम चुनाव हुए थे लेकिन इन चुनाव परिणाम में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया था। स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाने के बाद चार पार्टियों के द्वारा मिलकर गठबंधन सरकार चलाई गई थी। इसी साल कुछ समय पहले पार्टी के द्वारा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया गया था जिसके बाद गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई थी। नीदरलैंड में किसी भी पार्टी का बहुमत नहीं होने तथा सहयोगी पार्टी के द्वारा अपना समर्थन वापस लेने के बाद फिलहाल अंतरिम सरकार के द्वारा कार्य किया जा रहा है। आने वाले अक्टूबर में नीदरलैंड में चुनाव होने वाले हैं लेकिन उससे पहले विदेश मंत्री के द्वारा इस्तीफा दे दिए जाने से अब एक बार फिर चुनाव की चर्चा तेज हो गई है।
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एक तरफ कतर में इजरायल और हमास के बीच लगातार शांति समझौते को लेकर वार्ता चल रही है। दूसरी तरफ इजरायल के द्वारा लगातार गाजा में हमले तेज किये जा रहे हैं। इसी बीच इजरायल की के रक्षा मंत्री ने गाजा को लेकर बड़ी धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि इजरायल के द्वारा तय की जाने वाली शर्तों को हमास के द्वारा नहीं माना गया तो उसे इसके अंजाम भुगतने होंगे। उन्होंने गाजा सिटी को पूरी तरह से तबाह करने की धमकी दी है। इससे कुछ दिन पहले ही इजरायल के प्रधानमंत्री के द्वारा गाजा पर कब्जा करने के लिए सेना का अभियान चलाने की बात कही गई थी। इसराइल के रक्षा मंत्री ने कहा कि यदि हमास के द्वारा वादा नहीं निभाया गया तो दूसरे शहरों जैसा हाल ही गाजा का हो सकता है जो मलबे में तब्दील हो चुके हैं।
इजराइल ने रखी पांच शर्त
इसराइल और हमास के बीच चल रही संघर्ष विराम की वार्ता को लेकर लगातार नया मोड़ सामने आ रहा है। इजराइल के द्वारा हमास के सामने पांच शर्त रखी गई है। गाजा से सैन्य ताकतों का खात्मा करना; गाजा पर इजरायल का सुरक्षा नियंत्रण स्थापित करना; हमास के द्वारा पूरी तरह से हथियार डालना; हमास के कब्जे में कैद इजरायल के कैदियों की रिहाई और गाजा में एक वैकल्पिक नागरिक प्रशासन का निर्माण करना जैसी शर्तों का पालन करने पर ही हमास के साथ इसराइल समझौता करने पर तैयार होगा।
गाजा में लंबे समय से चल रही इजराइल और हमास संघर्ष को अब निर्णायक मोड़ में पहुंचते हुए देखा जा रहा है। मिस्र में चल रही शांति वार्ता में हमास के द्वारा सीजफायर पर सहमति जता दी गई है। हमास ने इसके बदले इजरायल के बंधकों को रिहा करने को भी सहमति जता है लेकिन इसराइल का कहना है कि हमास के साथ समझौता तब ही होगा जब हमास सभी कैदियों को स्वतंत्र करेगा। दूसरी तरफ हमास इजरायल के आधे कैदियों को रिहा करने पर जोर दे रहा है। इजराइल और हमास के बीच पिछले 22 महीने से लगातार संघर्ष चल रहा है। एक तरफ हमास का कहना है कि वह इजरायल के कैदियों को दो चरणों में मुक्त करेगा। 60 दिनों तक सीज फायर रहने के बाद जिंदा बचे इजरायलों को दूसरे चरण में रिहा किया जाएगा। इसी के साथ इजरायल को स्थाई युद्ध राम पर सहमति देनी होगी। इजराइल का कहना है कि वह किसी भी समझौते को तभी स्वीकार करेगा जब हमास के कब्जे में मौजूद सभी बंधकों को एक साथ रिहा किया जाएगा।

गाजा में लंबे समय से चल रहे हमास और इजरायल के संघर्ष के बीच गाजा में इजरायल के द्वारा बड़ी कार्रवाई की जाने की तैयारी की जा रही है। इजराइल के द्वारा गाजा में बड़ी सैनिक कार्रवाई की तैयारी करते हुए लगभग डेढ़ लाख सैनिक उतारे जा रहे हैं। एक तरफ हमास के द्वारा लंबे समय से चल रहे संघर्ष को खत्म करने के लिए संघर्ष विराम पर सहमति दी गई है। दूसरी तरफ इजरायल के द्वारा अब बड़े स्तर पर सैन्य अभियान चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। लगभग 22 महीना से चल रहा गाजा युद्ध अब निर्णायक स्थिति में पहुंचता हुआ दिखाई दे रहा है।
इजरायल की सरकार के द्वारा गाजा में पहले से तैनात सैनिकों के साथ-साथ नए सैनिकों की तैनाती भी करने का निर्णय लिया है। अब तक इसराइल के द्वारा भेजे गए सैनिकों की संख्या सबसे ज्यादा मानी जा रही है। लंबे समय से चल रहे हमास और इजरायल के संघर्ष को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार इजरायल के प्रधानमंत्री को समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं। इसराइल के द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले की प्रशंसा करते हुए उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री को युद्ध नायक करार दिया है। साथ ही साथ उन्होंने इसमें अपने आप को भी शामिल किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री युद्ध नायक की भूमिका निभा रहे हैं क्योंकि हमने उनके साथ काम किया है।
गहरा सकता है मानवीय संकट
इजराइल के द्वारा बड़े स्तर पर गाजा में सैन्य अभियान चलाये जाने की घोषणा करने के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि गाजा में आने वाले समय में मानवीय संकट और गहरा हो सकता है। गाजा में पहले ही स्थिति बहुत खराब है। बच्चे और महिला भुखमरी के कारण जान गवा रहे हैं। इसराइल के द्वारा हमास के नेटवर्क को समाप्त करने के लिए घोषणा की गई है। गाजा में मौजूद हमास के नेटवर्क और भूमिगत सुरंगों को नष्ट करने के लिए इजरायल के द्वारा लगातार कोशिश तेज की जा रही है। गाजा सिटी के आबादी वाले क्षेत्रों में हमास के नेटवर्क को नष्ट करने का प्लान है।