Operation Sindhu Rescue: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच कई देशों के नागरिक ईरान में फंसे हुए हैं। सभी देश लगातार इस कोशिश में लगे हुए हैं कि ईरान में फंसे उनके नागरिकों को सकुशल स्वदेश लाया जा सके। भारत के द्वारा भी लगातार ईरान में फंसे नागरिकों को बचाने की कोशिश की जा रही है। ईरान में फंसे नागरिकों के द्वारा अपील किए जाने के बाद भारत सरकार के द्वारा इन नागरिकों के लिए ऑपरेशन सिंधु चलाया जा रहा है। जिसके तहत सैकड़ो नागरिकों को ईरान से भारत लाया जा चुका है।
517 भारतीय लौट चुके स्वदेश
ईरान और इजरायल के संघर्ष के बीच ईरान से रेस्क्यू कर सैकड़ो नागरिकों को भारत लाया जा चुका है। भारतीय विदेश मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अब तक 517 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया जा चुका है। शुक्रवार को दो अलग-अलग फ्लाइट के द्वारा ईरान से 407 भारतीयों को भारत लाया गया बताया जा रहा है कि जिन भारत के नागरिकों को ईरान से भारत लाया गया है उनमें से अधिकतर कश्मीरी छात्र हैं जबकि कश्मीरी छात्रों के अलावा कुछ यात्री कर्नाटक, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के भी इनमें शामिल हैं। ईरान से भारत लाये गए नागरिकों में अधिकतर छात्र बताये जा रहे हैं जो अपने अध्ययन के लिए विदेश गए हुए थे।
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भारत पहुंचने पर छलके खुशी के आंसू
ईरान से भारत पहुंचने पर नागरिकों के चेहरे पर खुशी स्पष्ट दिखाई दे रही थी। विभिन्न नागरिक और स्टूडेंट के भारत पहुंचने पर उनके द्वारा वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए गए। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच भारत पहुंचने पर लोगों ने खुशी जताई। लोगों का कहना है कि ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के कारण ईरान में हालात बदल हो चुके हैं और उन्होंने मौत को काफी करीब से देखा है। ईरान से रेस्क्यू कर भारत ले जाने पर नागरिकों के द्वारा भारत सरकार को धन्यवाद दिया गया।
ईरान ने खोल दिया अपना एयरस्पेस
ईरान और इजरायल के बीच जंग शुरू होने के बाद ईरान के द्वारा अपने एयर स्पेस को बंद कर दिया गया था लेकिन अब ईरान के द्वारा भारत के लिए एयर स्पेस को खोल दिया गया है। जिसके बाद भारतीय सरकार के द्वारा हजारों नागरिकों को ईरान से रेस्क्यू किया जाएगा। भारत सरकार के द्वारा इन नागरिकों को बचाने के लिए ऑपरेशन सिंधु चलाया गया है। बताया जा रहा है कि तीन फ्लाइट्स के जरिए ईरान में फंसे हुए नागरिकों को भारत लाया जाएगा। भारत सरकार के द्वारा अपने नागरिकों को लाने के लिए फिलहाल तीन फ्लाइट्स की व्यवस्था की गई है लेकिन यह संभावना जताई जा रही है की आवश्यकता पड़ने पर फ्लाइट्स की संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
परमाणु परीक्षण को लेकर जारी है तनाव
ईरान और इजरायल के बीच पिछले कई दिनों से संघर्ष की स्थिति बनी हुई है। ईरान के द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने को लेकर लगातार इजरायल-ईरान पर हमले कर रहा है। इजराइल का कहना है कि ईरान के द्वारा परमाणु हथियार बना लेने से अशांति पैदा होगी। अमेरिका और इसराइल मिलकर ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं जबकि ईरान भी इजरायल के द्वारा किए जा रहे हमलो के जवाब में ड्रोन और मिसाइल से इसराइल पर पलटवार कर रहा है।

दोनों देशों के बीच चल रही जंग भीषण होती हुई जा रही है जिस से दुनिया के सभी देश चिंतित हैं। ईरान लगातार अपनी परमाणु परीक्षण को रोकने पर सहमत होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। जबकि इसराइल और अमेरिका लगातार ईरान को परमाणु हथियार बनाने के लिए चेतावनी देते हुए नजर आ रहे हैं। जल्द ही इस युद्ध में दुनिया के दूसरे देशों के द्वारा भी हिस्सा लिए जाने की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है तो यह विश्व की शांति के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।
युद्ध में अमेरिका भी हो सकता है शामिल
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में जल्द ही दुनिया के दूसरे देश भी अलग-अलग खेमो से लड़ते हुए दिखाई दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका भी लगातार ईरान को परमाणु परीक्षण करने से रोकने के लिए कोशिश कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार ईरान को परमाणु हथियार बनाने को लेकर चेतावनी देते हुए नजर आए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ईरान की राजधानी तेहरान को खाली करने की चेतावनी पहले ही जारी कर चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष के बाद ईरान को परमाणु परीक्षण करने पर गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगातार ईरान और इजरायल के संघर्ष पर निगाह बनाये हुए है। कुछ समय पहले यह खबर सामने आई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति के द्वारा ईरान पर हमला करने की योजना बनाने को अनुमति दे दी गई थी। इसे देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही अमेरिका ईरान के खिलाफ हमला करते हुए इस युद्ध में शामिल हो सकता है।