Operation Sindhu Rescue: ईरान और इजरायल के बीच लगभग 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद सीज फायर पर सहमति बन जाने के बाद अब इसका असर विभिन्न क्षेत्रों में देखा जा रहा है। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे जंग में ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को भारत सरकार के द्वारा लगातार ईरान से निकाला जा रहा था। इसी बीच दोनों देशों के द्वारा संघर्ष विराम की सहमति को देखते हुए भारत सरकार ने ईरान से अपने नागरिकों को घर लाने का अभियान बंद कर दिया है। ईरान में भारतीय दूतावास ने यह जानकारी दी है। हालांकि आने वाले समय में इसकी रणनीति में बदलाव किया जा सकता है।
हालात को देखते हुए लेंगे निर्णय -भारत
ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर ईरान में भारतीय दूतावास की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हो जाने के बाद ईरान से नागरिकों को भारत भेजना बंद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि हम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। यदि किसी भी प्रकार की परिस्थिति में बदलाव होता है तो भारत भी अपनी रणनीति में बदलाव करने में पीछे नहीं रहेगा।
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इसी के साथ ईरान से अपने नागरिकों को भारत भेजे जाने को लेकर जो खोली गई डेस्क को बंद कर दिया गया है। भारतीय दूतावास की तरफ से सोशल मीडिया पर जारी की गई पोस्ट के अनुसार भारतीय नागरिकों को भविष्य में किसी भी तरह का खतरा होने पर अपनी रणनीति में बदलाव कर सकता है।
संघर्ष के बीच भारत ने चलाया ऑपरेशन ‘सिंधु’
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे हैं संघर्ष के भीषण होने के कारण ईरान में सैकड़ो हजारों की संख्या में भारतीय नागरिक फस गए थे। ईरान में रह रहे नागरिकों को बचाने के लिए भारत सरकार की तरफ से ऑपरेशन सिंधु चलाया जा रहा था। ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से हजारों नागरिकों को भारत भी लाया जा चुका था जिसमें मेडिकल स्टूडेंट भी शामिल हैं। ईरान में हालत बिगड़ने पर भारत अपने नागरिकों को आर्मेनिया के रास्ते भारत लाया था। भारत सरकार के द्वारा ईरान में अपने नागरिकों को बचाने के लिए फ्लाइट के जरिए रेस्क्यू किया जा रहा था लेकिन अब दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हो जाने के कारण स्थिति बदल गई है।
3170 नागरिक लाये गए भारत
भारत के द्वारा ईरान से अपने नागरिकों को स्वदेश लाने का सिलसिला अभी तक जारी था। ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान में फंसे कुल भारतीय नागरिकों में से 3170 नागरिक अभी तक भारत लाये जा चुके हैं। ईरान से भारत लाये जा रहे नागरिकों में बड़ी संख्या में मेडिकल स्टूडेंट भी शामिल है। अधिकतर मेडिकल स्टूडेंट कश्मीरी बताए जा रहे हैं। मेडिकल स्टूडेंट्स के द्वारा ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष के बीच जम्मू कश्मीर और भारत सरकार से उन्हें बचाने की अपील की गई थी जिसके बाद भारत सरकार के द्वारा ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की गई थी।
हालात सामान्य होने तक होटल में रहेंगे भारतीय नागरिक
भारत के द्वारा ईरान से अपनी नागरिकों को भारत लाने के सिलसिले को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है लेकिन अपनी नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए भारतीय दूतावास की तरफ से उन्हें एक होटल में ठहराया गया है। दूतावास की तरफ से यह एडवाइजरी जारी की गई है कि नागरिक होटल से हालातो पर नजर बनाए रखें। ईरान में हालात सामान्य हो जाने के बाद ही नागरिक अपने पुराने स्थान पर जा सकेंगे।

ईरानी दूतावास के द्वारा अपने नागरिकों को सद्र होटल में जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। दूतावास का कहना है कि इससे दूसरे होटल के कमरे को खाली करना होगा। इसी के साथ भारतीय दूतावास की तरफ से नागरिकों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर और टेलीग्राम चैनल के जरिए सहायता मांगने की बात भी कही गई है।
धीरे-धीरे सामान्य होगा जनजीवन
ईरान और इजरायल के बीच लगभग 12 दिन युद्ध के हालात बने रहने के कारण दोनों ही देश में अलग-अलग स्तरों पर भीषण नुकसान नजर आ रहा था लेकिन अब ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बन जाने के बाद दोनों ही देश में जनजीवन सामान्य होने जा रहा है। हालांकि दोनों देशों में लंबे समय तक चले युद्ध के बाद जनजीवन सामान्य होने में समय लगने की संभावना जताई जा रही है। ईरान और इजरायल के बीच 12 दिन चले इस संघर्ष में इसराइल के लगभग 30 नागरिक मारे जा चुके हैं जबकि हजारों की संख्या में लोग घायल हैं। दूसरी तरफ इजरायल के द्वारा किए गए हमले में ईरान के 600 से भी अधिक नागरिक मौत का शिकार हो चुके हैं जबकि हजारों की संख्या में लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
दोनों ही देश के द्वारा किए गए वार पलटवार में ईरान और इसराइल को इंफ्रास्ट्रक्चर तथा अन्य सुविधाओं का भी नुकसान हुआ है। ईरान ने इस संघर्ष में अपने कई सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिकों को खोया है। ईरान के परमाणु ठिकानों को भी इसराइल और अमेरिका के द्वारा निशाना बनाया गया है। हालांकि ईरान के द्वारा अपने परमाणु ठिकानों के सुरक्षित होने की बात बताई जा रही है।