Operation Sindoor : भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारतीय सेना के द्वारा की गई कार्रवाई पर बयान देते हुए कहा कि आतंकियों के द्वारा पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या की गई थी। उन्होंने पर्यटकों को धर्म पूछ कर निशाना बनाया था जबकि हमने आतंकियों को उनके कर्म के आधार पर सजा दी है। भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा मध्य प्रदेश में 1800 करोड रुपए की लागत से बनने वाले ग्रीन फील्ड रेल कोच फैक्ट्री के निर्माण का भूमि पूजन किया। इसी दौरान रक्षा मंत्री के द्वारा कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर टिप्पणी की गई। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का स्टैंड बिल्कुल क्लियर है। हमारे संकल्प के मुताबिक जो हमें छेड़ेगा उसे हम छोड़ेंगे नहीं। भविष्य में भी आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
धर्म नहीं कर्म देखकर दी अपराधियों को सजा : राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम में आतंकियों के द्वारा हमला कर देने के बाद सभी देशवासियों में काफी गुस्सा था। आतंकियों के द्वारा हमले के बाद यह मान लिया गया था कि भारत किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करेगा बल्कि वह शांत बैठा रहेगा लेकिन हमने मुंह तोड़ जवाब देने का संकल्प ले लिया था। इसे देखकर ही दुश्मन को धूल चटाने का कार्य हमारी सेना के द्वारा किया गया। भारत के द्वारा पहले रक्षा के क्षेत्र में बड़ी मात्रा में दूसरे देशों से सामान खरीदा जाता था लेकिन अब स्थिति परिवर्तन हो चुकी हैं। पहले जिन सामान को विदेश से मंगाया जा रहा था उन सामान का भारत में ही निर्माण किया जा रहा है। साथ ही साथ बड़े स्तर पर दूसरे देशों को रक्षा के क्षेत्र में निर्यात भी किया जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव को यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ठुकराया; कहा- जमीन का नहीं होने देंगे बटवारा
ट्रंप को मोदी का जवाब विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर भारत
झुकती है दुनिया झुकने वाला चाहिए : नितिन गडकरी; ‘आर्थिक रूप से संपन्न देश कर रहे दादागिरी’
भारतीय वायु सेना के प्रमुख AP सिंह के द्वारा बड़ा दावा किया गया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान भारतीय सेना के द्वारा बहादुरी का परिचय देते हुए पाकिस्तान की सेना के पांच लड़ाकू विमान नष्ट किये। इसी के साथ भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एक सर्विलांस एयरक्राफ्ट को भी नष्ट किया। सर्विलांस एयरक्राफ्ट को भारतीय सेना के द्वारा लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर ही मार गिराया गया। भारतीय वायु सेना के प्रमुख के द्वारा इसे एक रिकॉर्ड बताया गया। उन्होंने कहा की सतह से हवा में टारगेट को नष्ट करने का यह अभी तक का रिकॉर्ड है।
भारतीय वायु सेना के प्रमुख ने भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव पर खुलकर बोलते हुए कहा की दोनों देश के बीच चल रहे युद्ध के दौरान लोग अपने अहंकार पर उतर आए थे। हमारे द्वारा जब लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया तो इसे रोकने के अवसर तलाशने आवश्यक थे। हमारे कुछ करीबियों के द्वारा मुझसे कहा गया की और मारना चाहिए था लेकिन ऐसी स्थिति में क्या युद्ध को जारी रखना सही होता? हमारी नजर में देश के द्वारा लिया गया यह निर्णय बहुत अच्छा था। भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद तनाव पैदा हो गया था जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था।
भारतीय वायु सेना प्रमुख के द्वारा हाल ही में यह बयान दिया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्हें राजनीतिक तौर पर काफी सपोर्ट मिला था। सेना को सरकार की तरफ से पूरी तरह छूट दे दी गई थी। उनकी बात को दोहराते हुए भारतीय आर्मी प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सरकार के द्वारा सेना को पूरी तरह छूट दे दी थी। सरकार की तरफ से हमें फ्री हैंड दिया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हम खेल रहे थे। दुश्मन को यह पता नहीं था कि हम आने वाले समय में क्या करने वाले हैं और हमें दुश्मन का पता नहीं था। कश्मीर के पहलगांव में आतंकी हमला हो जाने के बाद भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था।

‘तनाव के बीच चली जा रही थी शतरंज की चाल’
भारतीय आर्मी प्रमुख के द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद पैदा हुए तनाव को लेकर बयान दिया गया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव के दौरान शतरंज की चाल चली जा रही थी। दोनों पक्षों के द्वारा लगातार शतरंज की चाल चली जा रही थी। किसी स्थान पर हमारे द्वारा उन्हें हराया जा रहा था तो वहीं कुछ जगह उनका नुकसान उठाना पड़ा था। आर्मी प्रमुख ने कहा कि हम अपनी जान गंवाने के जोखिम पर भी हार मानने को तैयार नहीं थे लेकिन यही तो असली जिंदगी का खेल है। ऐसे संघर्ष को ग्रे जॉन कहा जाता है इसका मतलब होता है हमारे द्वारा पारंपरिक ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है। भारतीय आर्मी प्रमुख के द्वारा 4 अगस्त को आईआईटी मद्रास में आर्मी रिसर्च सेल के उद्घाटन के दौरान यह बयान दिया गया।
भारत की लड़ाई में जुड़ा नया अध्याय -आर्मी प्रमुख
आर्मी प्रमुख के द्वारा आईआईटी मद्रास में इंडियन आर्मी रिसर्च सेल के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा गया कि ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा भारतीय सेना के द्वारा अदम्य साहस का परिचय दिया गया। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक नया अध्याय जुड़ गया है। भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को बेहतरीन तरीके से अंजाम दिया गया। सुनियोजित खुफिया आधारित ऑपरेशन के तौर पर ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया। यह एक सैद्धांतिक बदलाव को दर्शाता है। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को जो हुआ था उसके द्वारा पूरे देश को बड़ा आघात पहुंचा था। रक्षा मंत्री के द्वारा 23 अप्रैल को कहा गया कि मुझे लगता है कि अब बहुत हो गया। इसके बाद भारतीय सेना के तीनों प्रमुख ने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया था कि अब कुछ तो करना होगा। सेना को सरकार की तरफ से पूरी छूट दे दी गई थी कि क्या करना है और क्या नहीं। उन्होंने कहा कि इतना राजनीतिक दशा और आत्मविश्वास हमने पहली बार देखा था।
25 अप्रैल को बनाई गई ऑपरेशन सिंदूर की योजना
भारतीय आर्मी प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो जाने के बाद आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सरकार की तरफ से सेना को पूरी छूट दे दी गई थी। 25 अप्रैल को ऑपरेशन की प्लानिंग हमारे द्वारा की गई। जिसमें हमारे द्वारा 9 में से सात आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। इस दौरान विभिन्न आतंकी भी मारे गए थे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने 29 अप्रैल को मुलाकात की। पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने के लिए इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया।