Operation Sindoor : कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमलो के बाद भारतीय सेना के द्वारा आतंकी ठिकानो को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया था। भारतीय सेना के द्वारा की गई इस कार्रवाई में सैकड़ो आतंकी मारे गए थे। साथ ही साथ आतंकी ठिकानों को भी बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा था। अब खबर सामने आ रही है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में स्थित आतंकी अपने ठिकानों को दूसरी जगह परिवर्तित कर रहे हैं जिसमें पाकिस्तान की सरकार के द्वारा भी मदद की जा रही है। भारतीय सेना के द्वारा किए गए हमले के कारण अब आतंकी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसीलिए वह अब POK से हटकर दूसरी जगह अपना सुरक्षित ठिकाना बनाना चाह रहे हैं।
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लगातार पाकिस्तान पर भारी पड़ रहा भारत
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पाकिस्तान ने अपने ही लोगों पर की एयर स्ट्राइक; 30 लोगों की मौत
भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने अपने ही लोगों पर बड़ा हमला किया है। पाकिस्तान की वायु सेना के द्वारा किए गए हमले में पाकिस्तान के 30 नागरिकों के मारे जाने की खबर है। एक तरफ पाकिस्तान की सेना का कहना है कि तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान का बम बनाने का ठिकाना उसकी सेना के द्वारा नष्ट किया गया है जबकि दूसरी तरफ पाकिस्तान के द्वारा जहां पर हमला किया गया है वहां आम नागरिक थे। इस हमले में 30 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है जिसमें महिला और बच्चे भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर लगातार इस हमले से जुड़ी हुई वीडियो तथा फोटो वायरल हो रही है। हालांकि अभी तक इनकी पुष्टि नहीं की गई है।
पाकिस्तान की वायु सेना के द्वारा चीन के लड़ाकू विमान से बम बारी की गई। जिसमें बड़े स्तर पर लोगों के नुकसान पहुंचाने की खबर सामने आ रही है। पाकिस्तान की सेना के द्वारा जिस हमले में आम नागरिकों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है उस ऑपरेशन को पाकिस्तान की सेना के द्वारा तैयारी के तालिबान पाकिस्तान संगठन के आतंकियों को नष्ट करने के लिए चलाया था। पाकिस्तान सेना को खबर मिली थी कि इस क्षेत्र में बम बनाने का कार्य इस संगठन के द्वारा किया जा रहा है। पाकिस्तान में यह विद्रोही संगठन लंबे समय से कार्य कर रहा है। अमेरिका के द्वारा 2001 में अफगानिस्तान पर हमले किए जाने के बाद कुछ लड़ाके पाकिस्तान के क्षेत्र में छुप गए थे। जिसके बाद विभिन्न विद्रोही गुटों के द्वारा मिलकर इस संगठन का निर्माण 2007 में किया गया था। सेना के विरोधी लोग इस गुट में बड़ी संख्या में शामिल हैं। यह संगठन लगातार पाकिस्तान की सेना तथा सरकार के खिलाफ आवाज उठाता रहा है।
सेना पर लग रहे आरोप
पाकिस्तान की वायु सेना के द्वारा किए गए हमले के बाद अब पाकिस्तान की सेना पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। जिस क्षेत्र में हमले किए जा रहे हैं उस क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सेना के द्वारा बिना किसी जानकारी के लगातार हमले किए जा रहे हैं। सेना के द्वारा किए जा रहे हमले में आम नागरिक शिकार हो रहे हैं। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के द्वारा भी इस घटना को लेकर जांच की मांग की गई है। मानवाधिकार आयोग का कहना है कि सरकार का काम हर नागरिक की सुरक्षा करना है लेकिन सरकार के द्वारा सुरक्षा की जगह लोगों की जान ली जा रही है। पाकिस्तान की सेना के द्वारा किए गए हमले में कई घरों को नुकसान पहुंचा है।

सेना ने चलाया था तहरीक ए तालिबान संगठन के खिलाफ ऑपरेशन
पाकिस्तान की सेना के द्वारा जिस हमले में आम नागरिकों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है उस ऑपरेशन को पाकिस्तान की सेना के द्वारा तैयारी के तालिबान पाकिस्तान संगठन के आतंकियों को नष्ट करने के लिए चलाया था। पाकिस्तान सेना को खबर मिली थी कि इस क्षेत्र में बम बनाने का कार्य इस संगठन के द्वारा किया जा रहा है। पाकिस्तान में यह विद्रोही संगठन लंबे समय से कार्य कर रहा है। अमेरिका के द्वारा 2001 में अफगानिस्तान पर हमले किए जाने के बाद कुछ लड़ाके पाकिस्तान के क्षेत्र में छुप गए थे। जिसके बाद विभिन्न विद्रोही गुटों के द्वारा मिलकर इस संगठन का निर्माण 2007 में किया गया था। सेना के विरोधी लोग इस गुट में बड़ी संख्या में शामिल हैं। यह संगठन लगातार पाकिस्तान की सेना तथा सरकार के खिलाफ आवाज उठाता रहा है। कुछ समय पहले अमेरिका ने भी यह चेतावनी दी थी कि इस संगठन की पहुंच पाकिस्तान के परमाणु हथियार तक हो सकती है क्योंकि इस संगठन से जुड़े लोग पाकिस्तान की सेना में भी मौजूद हैं।
पाकिस्तान सरकार और TTP में चल रही तनातनी
पाकिस्तान में लंबे समय से तहरीक ए तालिबान संगठन कार्य कर रहा है। इस संगठन का आरोप है कि अमेरिका के द्वारा अफगानिस्तान पर किए गए 2001 के हमले में पाकिस्तान ने अमेरिका का साथ दिया था। इस संगठन का मानना है कि यह इस्लाम के खिलाफ कदम उठाया गया था। पाकिस्तान सरकार के द्वारा इस्लाम को नहीं माना गया। इसीलिए लगातार पाकिस्तान सरकार के खिलाफ वह आवाज उठा रहा है। तालिबान के साथ इस संगठन का संबंध काफी मजबूत है। दोनों संगठन एक दूसरे को समर्थन करते हुए देखे जा सकते हैं। तालिबान में सत्ता परिवर्तन हो जाने के बाद 2021 से पाकिस्तान के द्वारा लगातार इस संगठन को निशाना बनाकर अफगानिस्तान में हमले किए जा रहे हैं।