Pakistan Iran Trade : भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के द्वारा ईरान के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर सहमति जताई गई है। पाकिस्तान और ईरान दोनों ने दोनों देशों के बीच होने वाले द्विपक्षीय व्यापार को उच्च स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया गया है। पाकिस्तान और ईरान के बीच वर्तमान में लगभग तीन अरब अमेरिकी डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार होता है। इसे दोनों देशों के द्वारा बढ़ाकर 10 अरब अमेरिकी डॉलर करने पर निर्णय लिया गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के द्वारा ईरान के राष्ट्रपति से की गई मुलाकात में दोनों के द्वारा इस पर सहमति जताई गई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और ईरान के राष्ट्रपति के द्वारा की गई द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों देशों ने 12 समझोतो पर सहमति जताई है। समझौते के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और ईरान के राष्ट्रपति के द्वारा की गई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन समझोतो को लेकर जानकारी दी गई।
पाकिस्तान और ईरान के द्वारा इस दौरान सीमा पर होने वाली आतंकवाद घटनाओं से निपटने के लिए भी एक दूसरे का सहयोग करने का आश्वासन दिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सहबाज शरीफ ने इजरायल के द्वारा ईरान पर किए गए हमलो की निंदा की। साथ ही साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इजराइल और ईरान के बीच चले संघर्ष के दौरान तेहरान के द्वारा की गई मजबूत रक्षा के लिए ईरान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच लंबे समय तक संघर्ष चलते रहने के बावजूद ईरान के द्वारा अपने नागरिकों और ठिकानों को बखूबी बचाया गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय पर सामने आ रहा है जिससे कुछ समय पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा ईरान को धमकी दी गई थी।
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परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग ईरान का अधिकार -पाकिस्तान
ईरान और पाकिस्तान के बीच हुए विभिन्न समझोतो के बाद की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि ईरान को परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग का अधिकार है। शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा प्राप्ति के लिए पाकिस्तान हमेशा ईरान के साथ खड़ा रहेगा। आपको बता दे की ईरान के द्वारा किए जाने वाले परमाणु परीक्षण के करण इजराइल और अमेरिका के साथ ईरान का तनाव पैदा हो गया था। ईरान और इजरायल के बीच इसी मुद्दे को लेकर लगभग 12 दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव में सैकड़ो लोगों की मौत हुई थी। ईरान और इजराइल 12 दिनों तक लगातार एक दूसरे पर हमले करते रहे थे। इसी दौरान अमेरिका के द्वारा भी इस युद्ध में सक्रिय भागीदारी निभाई गई थी। अमेरिका ने ईरान के महत्वपूर्ण परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। इजराइल और अमेरिका का दावा है कि ईरान के द्वारा परमाणु परीक्षण की आड़ में परमाणु हथियार पर कार्य किया जा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान के द्वारा ईरान को समर्थन देना महत्वपूर्ण नजर आ रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने की इजरायल के हमलो की निंदा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सहबाज शरीफ ने इजरायल के द्वारा ईरान पर किए गए हमलो की निंदा की। साथ ही साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इजराइल और ईरान के बीच चले संघर्ष के दौरान तेहरान के द्वारा की गई मजबूत रक्षा के लिए ईरान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच लंबे समय तक संघर्ष चलते रहने के बावजूद ईरान के द्वारा अपने नागरिकों और ठिकानों को बखूबी बचाया गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय पर सामने आ रहा है जिससे कुछ समय पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा ईरान को धमकी दी गई थी। एक तरफ ईरान अपने परमाणु परीक्षण को जारी रखने की बात कह रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि ईरान के द्वारा परमाणु हथियार बनाने की दिशा में कदम उठाया गया तो एक बार फिर अमेरिका के द्वारा ईरान पर हमला किया जाएगा।

जल्द हो सकता है मुक्त व्यापार समझौता
ईरान और पाकिस्तान के बीच हुए विभिन्न समझोतो में सूचना एवं संचार, समुद्री सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और नवाचार, कृषि, व्यापार और विज्ञान शामिल है। बताया जाता है कि लगभग 12 समझोतो पर दोनों देशों के बीच एम ओ यू हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और ईरान के राष्ट्रपति की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार के समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने को लेकर भी दोनों देशों में सहमति बनी है। आतंकवाद के मुद्दे पर ईरान और पाकिस्तान के द्वारा मिलकर लड़ने की सहमति जताई गई। ईरान की तरफ से दिए गए बयान के मुताबिक दोनों देशों के द्वारा ईमानदारी से प्रयास और एक दूसरी के सहयोग का वादा किया गया है।
पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय के द्वारा इस मुलाकात के बाद यह बयान दिया गया है कि दोनों देशों की सीमाओं संबंधी बाधाओं को दूर करने और प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में विश्वास पैदा करने के लिए पाकिस्तान और ईरान प्रतिबद्ध हैं। ईरान और पाकिस्तान के बीच उच्च स्तरीय चर्चा से व्यापार में तेजी आएगी।ईरान के राष्ट्रपति के पाकिस्तान दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरे के बाद पाकिस्तान और ईरान के संबंधों में सुधार देखने को मिल सकता है। दोनों ही देश के द्वारा अपने पड़ोसी देशों के साथ व्यापार की क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया गया। आसियान देशों का उदाहरण देते हुए कहा गया कि अपने पड़ोसी मुल्कों से व्यापार करने पर इन देशों को काफी अधिक लाभ प्राप्त हुआ है। उसी राह पर ईरान और पाकिस्तान के द्वारा कदम बढ़ाए जाएंगे।