Pakistan Political Shift : पाकिस्तान की राजनीति में जल्द ही बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी पाकिस्तान में कई बार तख्ताफत किया जा चुका है। सेना की सहमति से एक बार फिर तख्ता पलट का खेल चलता हुआ नजर आ रहा है और यह उम्मीद जताई जा रही है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति के द्वारा जल्द ही अपने पद को छोड़ा जा सकता है। लगातार सेना के दबाव को इसके पीछे बड़ा कारण माना जा रहा है। यह संभावना जताई जा रही है कि पाकिस्तान सेना के प्रमुख असीम मुनीर पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति बन सकते हैं। असीम मुनिर का पाकिस्तान की राजनीति में लगातार प्रभाव बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
पाकिस्तान में लागू हो सकती है राष्ट्रपति प्रणाली
पाकिस्तान में वर्तमान में संसदीय प्रणाली है लेकिन संभावना जताई जा रही की आने वाले समय में इसमें बदलाव हो सकता है। पाकिस्तान में संसदीय प्रणाली को बदलकर राष्ट्रपति प्रणाली लागू किए जाने की तैयारी की जा रही है। आने वाले समय में राष्ट्रपति के तौर पर सेना प्रमुख आसिम मुनीर को देखा जा रहा है और पाकिस्तान आर्मी के समर्थन से ही यह संभव होता दिखाई दे रहा है। लंबे समय से पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर के फैसलों को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। लगातार सत्ता पर पकड़ को मजबूत करने के लिए असीम मुनीर के द्वारा ऐसा किया जा रहा है। असीम मुनीर को हाल ही में फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोट किया गया था। पाकिस्तान में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है लेकिन असीम मुनीर के प्रभाव के कारण यह सब संभव हो पाया है।
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फील्ड मार्शल को मिलते हैं विशेष लाभ
पाकिस्तान आर्मी प्रमुख असीम मुनीर का प्रभाव लगातार पाकिस्तान की राजनीति में बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान में यह बहुत कम देखा जाता है जब किसी व्यक्ति को फील्ड मार्शल के पद के लिए पदोन्नत किया जाता हो लेकिन पाकिस्तान आर्मी प्रमुख असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बना दिया गया है। फील्ड मार्शल बनने के विभिन्न लाभ होते हैं फील्ड मार्शल बने से उस व्यक्ति को कानूनी प्रतिरक्षा तथा संवैधानिक हस्तक्षेपों से सुरक्षा प्राप्त हो जाती है। आजीवन विशेष अधिकार प्राप्त हो जाने के कारण फील्ड मार्शल का पद अपने आप में विशेष माना जाता है। पाकिस्तान के इतिहास में असीम मुनीर फील्ड मार्शल का पद प्राप्त करने वाले दूसरे आर्मी प्रमुख हैं। उससे पहले यह सम्मान अयूब खान को प्राप्त हुआ था।

लगातार बढ़ रही मुनीर और जरदारी के बीच नजदीकी
पाकिस्तान की राजनीति में वर्तमान में लगातार पाकिस्तान आर्मी प्रमुख असीम मुनीर और जरदारी के बीच लगातार नजदीकी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के लिए यह नई चुनौती बन गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यह डर सता रहा है कि सेना की सहायता से उन्हें पद से हटाया जा सकता है। सेना के द्वारा शरीफ को पद से हटकर जरदारी को नए प्रधानमंत्री पद बनाए जाने की भी चर्चा चल रही है। शाहबाज शरीफ को यह भी डर लग रहा है कि यदि संसदीय प्रणाली को खत्म करके राष्ट्रपति प्रणाली अपनाई गई तो न सिर्फ उनका प्रधानमंत्री पद चला जाएगा बल्कि पाकिस्तान में लंबे समय से चला आ रहा शरीफ परिवार भी पाकिस्तान की राजनीति से खत्म हो जाएगा। इसीलिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के द्वारा आर्मी के विभिन्न गुटों से लगातार संपर्क बनाए जा रहा है।
पाकिस्तान की राजनीति बदलना चाहते -असीम मुनीर
पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख असीम मुनीर लगातार पाकिस्तान की राजनीति में सक्रिय नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान सेना प्रमुख के द्वारा लगातार विभिन्न देशों के महत्वपूर्ण दौरे भी किए गए हैं और यह संभावना जताई जा रही है कि वह पाकिस्तान की राजनीति के ढांचे को पूरी तरह बदल देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में मीडिया, संसद और न्यायपालिका पर पाकिस्तान सेना और प्रमुख असीम मुनिर का पूरी तरह से नियंत्रण है। इसीलिए वह संविधान प्रणाली को बदलकर राष्ट्रपति प्रणाली लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पाकिस्तान में कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई सेना प्रमुख ऐसा कार्य कर चुके हैं। असीम मुनीर को पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले तीन सेना प्रमुख पाकिस्तान में राष्ट्रपति का पद संभाल चुके हैं। तीनों ही सेना प्रमुख सत्ता पलट करने के बाद राष्ट्रपति बने थे जिनमें अयूब खान, जिया उल हक और परवेज मुशर्रफ शामिल हैं।
ऐसे में आने वाले समय में पाकिस्तान में होने वाले बदलाव पर सभी की निगाह टिकी हुई है। संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति के पद पर पाकिस्तान आर्मी प्रमुख असीम मुनीर काबीज हो सकते हैं तो वही प्रधानमंत्री के पद पर भी नए व्यक्ति को देखा जा रहा है। हालांकि पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ लगातार सेना से संपर्क बनाते हुए अपना पद बचाने की कोशिश कर रहे हैं। शाहबाज शरीफ अपने पद को बचाने के साथ-साथ पाकिस्तान में लंबे समय से चले आ रहे उनके परिवार के प्रभाव को खत्म होने से बचाने की कोशिश में है। शाहबाज शरीफ जानते हैं कि यदि पाकिस्तान आर्मी प्रमुख असीम मुनीर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने तो यह उनके लिए हमेशा की दिक्कत बन सकते हैं।