Pakistan Terrorism Index : दुनिया के विभिन्न देशों को इस समय आतंक से लड़ाई लड़नी पड़ रही है। भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी लगातार आतंकी गतिविधियों को संचालित करता हुआ देखा जा सकता है। भारत के द्वारा इसे लेकर विभिन्न वैश्विक मंचों पर आवाज उठाई गई है। हाल ही में जारी की गई ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान ने ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में छलांग लगाई है। 2024 में पाकिस्तान चौथे स्थान पर था जबकि 2025 की लेटेस्ट सूची में वह अब दूसरे स्थान पर पहुंच चुका है। दुनिया के आतंक से प्रभावित देशों में पाकिस्तान का अब दूसरा स्थान है।
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लगातार बढ़ रहे पाकिस्तान में आतंकी हमले
पाकिस्तान में आतंकी हमलो की संख्या में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। बलूच आर्मी तथा तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान संगठन के द्वारा पाकिस्तान में हमले किए जा रहे हैं। तहरीक ए तालिबान संगठन के द्वारा किए जाने वाले हमले में 90% तक वृद्धि देखने को मिली है जबकि बलूच लिबरेशन आर्मी भी लगातार पाकिस्तान की सेना तथा सरकार को निशाना बना रही है। इस आर्मी के द्वारा किए गए हमले में भी 60% वृद्धि देखने को मिली है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान तथा खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा आतंकी घटना देखने को मिली है। पूरे देश में होने वाली घटनाओं का 90% इस क्षेत्र में प्रभाव देखा जाता है। पाकिस्तान में सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन के तौर पर तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान कार्य कर रहा है। इसके द्वारा लंबे समय से पाकिस्तान की सेना तथा सरकार के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है।
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमलो के बाद भारतीय सेना के द्वारा आतंकी ठिकानो को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिन्दूर चलाया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया था। भारतीय सेना के द्वारा की गई इस कार्रवाई में सैकड़ो आतंकी मारे गए थे। साथ ही साथ आतंकी ठिकानों को भी बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा था। अब खबर सामने आ रही है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में स्थित आतंकी अपने ठिकानों को दूसरी जगह परिवर्तित कर रहे हैं जिसमें पाकिस्तान की सरकार के द्वारा भी मदद की जा रही है। भारतीय सेना के द्वारा किए गए हमले के कारण अब आतंकी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसीलिए वह अब POK से हटकर दूसरी जगह अपना सुरक्षित ठिकाना बनाना चाह रहे हैं।
पाकिस्तान के द्वारा लंबे समय से आतंकी गतिविधियों को संचालित किया जाता रहा है। इसे लेकर वह कई बार विश्व स्तर पर भी बेनकाब हो चुका है। भारत के द्वारा लगातार वैश्विक मंचों के साथ-साथ अन्य मुद्दों के तहत पाकिस्तान को आतंकवाद पर कठघरे में खड़ा किया जाता रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय के द्वारा दिए गए बयान के बाद अब यह चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की आतंकवादियों से सांठ गांठ अब पूरी दुनिया जान चुकी है। विभिन्न आतंकी संगठनों के साथ पाकिस्तान के संबंध हैं। पाकिस्तान की सेना भी आतंकवादियों के सहयोग से लगातार कार्य कर रही है। भारत का स्टैंड आतंकवाद के मुद्दे पर बिल्कुल क्लियर है। सीमा पार से होने वाले आतंकवाद के खिलाफ पूरे विश्व को एकजुट होकर कार्य करना होगा। इसी के साथ उन्होंने अपील की आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी कोशिशें को और तेज किया जाना चाहिए।
सेना पर लग रहे आरोप
पाकिस्तान की वायु सेना के द्वारा किए गए हमले के बाद अब पाकिस्तान की सेना पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। जिस क्षेत्र में हमले किए जा रहे हैं उस क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सेना के द्वारा बिना किसी जानकारी के लगातार हमले किए जा रहे हैं। सेना के द्वारा किए जा रहे हमले में आम नागरिक शिकार हो रहे हैं। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के द्वारा भी इस घटना को लेकर जांच की मांग की गई है। मानवाधिकार आयोग का कहना है कि सरकार का काम हर नागरिक की सुरक्षा करना है लेकिन सरकार के द्वारा सुरक्षा की जगह लोगों की जान ली जा रही है। पाकिस्तान की सेना के द्वारा किए गए हमले में कई घरों को नुकसान पहुंचा है।

सेना ने चलाया था तहरीक ए तालिबान संगठन के खिलाफ ऑपरेशन
पाकिस्तान की सेना के द्वारा जिस हमले में आम नागरिकों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है उस ऑपरेशन को पाकिस्तान की सेना के द्वारा तैयारी के तालिबान पाकिस्तान संगठन के आतंकियों को नष्ट करने के लिए चलाया था। पाकिस्तान सेना को खबर मिली थी कि इस क्षेत्र में बम बनाने का कार्य इस संगठन के द्वारा किया जा रहा है। पाकिस्तान में यह विद्रोही संगठन लंबे समय से कार्य कर रहा है। अमेरिका के द्वारा 2001 में अफगानिस्तान पर हमले किए जाने के बाद कुछ लड़ाके पाकिस्तान के क्षेत्र में छुप गए थे। जिसके बाद विभिन्न विद्रोही गुटों के द्वारा मिलकर इस संगठन का निर्माण 2007 में किया गया था। सेना के विरोधी लोग इस गुट में बड़ी संख्या में शामिल हैं। यह संगठन लगातार पाकिस्तान की सेना तथा सरकार के खिलाफ आवाज उठाता रहा है। कुछ समय पहले अमेरिका ने भी यह चेतावनी दी थी कि इस संगठन की पहुंच पाकिस्तान के परमाणु हथियार तक हो सकती है क्योंकि इस संगठन से जुड़े लोग पाकिस्तान की सेना में भी मौजूद हैं।
पाकिस्तान सरकार और TTP में चल रही तनातनी
पाकिस्तान में लंबे समय से तहरीक ए तालिबान संगठन कार्य कर रहा है। इस संगठन का आरोप है कि अमेरिका के द्वारा अफगानिस्तान पर किए गए 2001 के हमले में पाकिस्तान ने अमेरिका का साथ दिया था। इस संगठन का मानना है कि यह इस्लाम के खिलाफ कदम उठाया गया था। पाकिस्तान सरकार के द्वारा इस्लाम को नहीं माना गया। इसीलिए लगातार पाकिस्तान सरकार के खिलाफ वह आवाज उठा रहा है। तालिबान के साथ इस संगठन का संबंध काफी मजबूत है। दोनों संगठन एक दूसरे को समर्थन करते हुए देखे जा सकते हैं। तालिबान में सत्ता परिवर्तन हो जाने के बाद 2021 से पाकिस्तान के द्वारा लगातार इस संगठन को निशाना बनाकर अफगानिस्तान में हमले किए जा रहे हैं।