Putin Trump Modi : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की है। पुतिन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अलास्का में हुई मुलाकात की जानकारी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत और रूस के संबंधों के कारण भारत पर बयान बाजी कर रहे हैं। अमेरिका का आरोप है कि भारत लगातार रूस के साथ बड़ी मात्रा में तेल व्यापार कर रहा है। इस कारण अमेरिका के द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने के बाद 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की गई थी। इस तरह अमेरिका के द्वारा भारत पर कुल 50% टैरिफ की घोषणा की जा चुकी है।
जंग का हो शांतिपूर्ण समाधान -मोदी
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से बातचीत के बाद कहा की लंबे समय से चल रहे रूस और यूक्रेन युद्ध का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान होना चाहिए। भारत के द्वारा युद्ध को समाप्त करने के सभी प्रयासों का समर्थन किया जाता है। इसी के साथ अलास्का में हुई अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात की जानकारी देने के लिए मोदी ने पुतिन को धन्यवाद कहा। लगातार भारत और अमेरिका के बीच बिगड़ते संबंधों केबावजूद भारत और रूस ने एक दूसरे की साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की।
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हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच मुलाकात हुई थी। दोनों के बीच मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई। इस मुलाकात में ट्रंप और पुतिन के बीच रूस यूक्रेन के मध्य चल रहे संघर्ष को रोकने को लेकर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा इस जंग को खत्म करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने कुछ शर्त रखी गई है। पुतिन ने एक विशेष क्षेत्र से यूक्रेन की सेना को हटाने के साथ-साथ यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं किए जाने की शर्त ट्रंप के सामने रखी है। पुतिन ने कहा कि यदि ऐसा होता है तो वह दूसरे मोर्चो पर रूस की सेना को आगे बढ़ने से रोक देंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा पुतिन से हुई मुलाकात की जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति तथा यूरोप के दूसरे नेताओं को दी गई है।
डोनेटेस्क तथा नाटो पर अटका पेंच
रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा डोनेट्स तथा नाटो को लेकर ट्रंप के सामने शर्त रखी गई है। पुतिन का कहना है कि अगर यह इलाका रूस को दे दिया जाता है तो वह दूसरे इलाकों में अपनी सेना को आगे बढ़ने से रोक देंगे। रूस की सेना नए हमले नहीं करते हुए जमीन पर कब्जा करने की कोशिश नहीं करेगी। इसी के साथ-साथ यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं किया जाएगा। यूक्रेन यदि नाटो में शामिल किया जाता है तो रूस समझौते पर सहमत नहीं होगा। इन दोनों शर्तों के पूरी हो जाने के बाद रूस समझौते करने को तैयार होगा। रूस के द्वारा जिस क्षेत्र को लेकर शर्त रखी गई है उस क्षेत्र में लंबे समय से रूस और यूक्रेन में टकराव चल रहा है। हालांकि रूस के द्वारा इस क्षेत्र के 70% हिस्से पर कब्जा कर लिया गया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की लंबे समय से इंतजार की जा रही मीटिंग संपन्न हुई। दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच यह मुलाकात 3 घंटे तक चली। हालाँकि इस दौरान किसी भी प्रकार की डील नहीं हो पाई। मीटिंग खत्म होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई लेकिन यह प्रेस कॉन्फ्रेंस काफी छोटे समय के लिए की गई। लगभग 12 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन वहां से रवाना हो गए। इस दौरान पत्रकारों के द्वारा किए गए किसी भी सवाल का जवाब दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के द्वारा नहीं दिया गया। प्रेस कांफ्रेंस करने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के द्वारा एक दूसरे से हाथ मिलाया गया।
ट्रंप ने मुलाकात को बताया सकारात्मक
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से हुई मुलाकात को सकारात्मक करार दिया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमारी बैठक सकारात्मक रही। दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई और कई बिंदुओं पर सहमति भी बनी लेकिन अभी तक हमारे बीच किसी भी तरह की कोई डील नहीं हुई है। जब सब कुछ अंतिम रूप में पहुंच जाएगा तो समझौता हो पाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगातार रूस और यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी उद्देश्य से उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से अलास्का में मीटिंग की।
रूस की सुरक्षा सबसे जरूरी -पुतिन
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि रूस के लिए रूस की सुरक्षा सबसे पहले है। पुतिन इससे पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर अपना मत स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने आने वाले समय में होने वाली मीटिंग को रूस के मास्को में आयोजित करने का सुझाव दिया। रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति प्रेस कांफ्रेंस करने के कुछ समय पश्चात ही तुरंत मंच से रवाना हो गए।