Rahul Gandhi Allegations : राहुल गांधी समेत पूरे विपक्ष के द्वारा कुछ समय पहले महाराष्ट्र के चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पर आरोप लगाए गए थे। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग के द्वारा मतदाता सूची में गड़बड़ी करते हुए भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई। राहुल गांधी के द्वारा चुनाव आयोग पर सवाल उठाए गए थे। राहुल गांधी का आरोप है कि विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र में मैच फिक्सिंग की गई थी। भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों को चुनाव में जीतने के लिए चुनाव आयोग ने मिलकर इस फिक्सिंग में भाग लिया था। एक बार फिर राहुल गांधी के द्वारा चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाए गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि कर्नाटक में चुनाव आयोग के द्वारा धोखाधड़ी की गई है। लगातार मतदाता सूची में बोगस वाटर जोड़े जा रहे हैं।
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राहुल गांधी ने अभी कहा कि उनके द्वारा की जा रही बात झूठ या दावों पर आधारित नहीं है बल्कि उनके पास 100% इस बात के सबूत है। हम लगातार इसका विरोध करेंगे और आरोपियों को सजा दिलाने का कार्य करेंगे। आरोपी बच जाएंगे यह गलत फहमी न पाले। राहुल गांधी के द्वारा दिया गया यह बयान संसद के बाहर था। वोटर लिस्ट के रिवीजन को लेकर चलाई जा रही प्रक्रिया पर राहुल गांधी समेत विपक्षी पार्टियों के द्वारा लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। राहुल गांधी का बयान ऐसे समय मेरा आया है जिससे कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग के द्वारा बिहार में चल रही मतदाता सूची की वेरिफिकेशन प्रक्रिया को लेकर बात कही गई थी। उन्होंने कहा था कि जिन लोगों की मौत हो चुकी और प्रवासी मतदाताओं के नाम पर फर्जी वोट डालने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। आयोग के द्वारा बिहार में चल रही वोटर वेरीफिकेशन प्रक्रिया का समर्थन किया गया था। रिवीजन प्रक्रिया का मकसद चुनाव आयोग के द्वारा सिर्फ अयोग्य मतदाताओं को वोटर लिस्ट से हटाना बताया गया था।
कर्नाटक में एक सीट पर गड़बड़ी का सबूत- राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग के द्वारा गड़बड़ी की गई थी। कर्नाटक की एक विधानसभा सीट पर हुई गड़बड़ी के सबूत हमारे पास है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन सबूत को लेकर हम लगातार बातचीत कर रहे हैं वह 100% साबित कर सकते हैं। एक ही निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची रिवीजन करने के नाम पर बड़ी उम्र के मतदाताओं को सूची में जोड़ने का कार्य किया गया जबकि 18 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं को सूची से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम लगातार इसे लेकर जांच कर रहे हैं और फिलहाल हमें एक सीट की जांच में यह गड़बड़ी मिली है लेकिन आने वाले समय में यह गड़बड़ी और दूसरी सीटों पर भी प्राप्त हो सकती है।

राहुल बोले- चुनाव आयोग को बचने नहीं देंगे
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास चुनाव आयोग के द्वारा की गई गड़बड़ी के पुख्ता सबूत हैं और चुनाव आयोग को मैं एक मैसेज देने की कोशिश कर रहा हूं। यदि उनको लगता है कि वह इससे बचने के लिए तो यह उनकी गलतफहमी है। चुनाव आयोग के अधिकारियों की सोच के विपरीत हम लगातार उनके खिलाफ कार्य करते हुए उनको बचने नहीं देंगे। चुनाव आयोग के द्वारा अपना कार्य ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। उनके द्वारा दिए जा रहे बयान पूरी तरह बकवास है। सच तो यह है कि चुनाव आयोग अपना कार्य ठीक ढंग से कर ही नहीं रहा है।
चुनाव आयोग की सफाई के बाद आया राहुल का बयान
राहुल गांधी का बयान ऐसे समय मेरा आया है जिससे कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग के द्वारा बिहार में चल रही मतदाता सूची की वेरिफिकेशन प्रक्रिया को लेकर बात कही गई थी। उन्होंने कहा था कि जिन लोगों की मौत हो चुकी और प्रवासी मतदाताओं के नाम पर फर्जी वोट डालने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। आयोग के द्वारा बिहार में चल रही वोटर वेरीफिकेशन प्रक्रिया का समर्थन किया गया था। रिवीजन प्रक्रिया का मकसद चुनाव आयोग के द्वारा सिर्फ अयोग्य मतदाताओं को वोटर लिस्ट से हटाना बताया गया था। चुनाव आयोग का कहना है की पूरी मतदाता सूची निष्पक्ष तरीके से तैयार की जा रही है। लगातार विपक्ष के द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सभी को भारत के नागरिक होने के तौर पर गहराई से इस मुद्दे पर सोचना होगा क्योंकि अब यह समय आ गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर भी लगाए थे राहुल ने आरोप
राहुल गांधी के द्वारा इससे पहले भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाए गए थे। राहुल गांधी का आरोप है कि विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र में मैच फिक्सिंग की गई थी। भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों को चुनाव में जीतने के लिए चुनाव आयोग ने मिलकर इस फिक्सिंग में भाग लिया था। राज्य में भारतीय जनता पार्टी जिस भी स्थान पर हारती हुई दिखाई दे रही थी वहां यह फिक्सिंग की गई थी। हालांकि चुनाव आयोग के द्वारा राहुल गांधी के द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया गया था। इसके बाद राहुल गांधी को चुनाव आयोग ने पत्र भेजते हुए इस पर चर्चा करने के लिए भी बुलावा दिया था।