Russia Ukraine Peace Talks : रूस और यूक्रेन में 2022 से लगातार संघर्ष चल रहा है। दोनों ही देश के द्वारा एक दूसरे पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। विभिन्न कोशिश के बावजूद भी रूस और यूक्रेन की जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच बड़ी खबर आ रही है कि रूस और यूक्रेन इस जंग को खत्म करने के लिए शांति वार्ता करेंगे। दोनों देशों के बीच होने वाली यह शांति वार्ता तुर्की में होगी। लंबे समय बाद यह देखा जाएगा जब दोनों देश इस युद्ध को खत्म करने को लेकर बातचीत करेंगे। यूक्रेन के बाद रूस के द्वारा भी शांति को लेकर सहमति दे दी गई थी लेकिन उसके द्वारा वार्ता की तारीख का इंतजार किया जा रहा था अब यह जल्द ही खत्म होने वाला है।
बुधवार को तुर्की में होगी वार्ता
यूक्रेन और रूस के बीच होने वाली शांति वार्ता का अगला चरण तुर्की में आयोजित किया जाएगा। इसकी जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा दी गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा परिषद के सहयोग से तुर्की में बुधवार को रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता आयोजित होगी। हाल ही में रक्षा परिषद एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के द्वारा रूस और यूक्रेन से शांति वार्ता में तेजी लाने की अपील की गई थी। इसके बाद क्रेमलिन ने कहा था कि वह वार्ता की तारीख पर सहमति का लंबे समय से इंतजार कर रहा है। रूस की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वह युद्ध खत्म करना चाहता है लेकिन वह अपने लक्ष्य को सर्वोपरि रखेगा।
लगातार जारी रहेगा परमाणु कार्यक्रम -ईरान; ईरान के विदेश मंत्री ने किया ऐलान
चौथे टेस्ट मुकाबले में खेलते दिखेंगे जसप्रीत बुमराह; प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिराज ने दी जानकारी
भारतीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक दिया पद से इस्तीफा; स्वास्थ्य को बताया कारण
इजराइल ने दी यमन को धमकी- ईरान जैसा करेंगे हाल
युद्धबंदियों की वापसी और अन्य मुद्दों पर होगी चर्चा
रूस और यूक्रेन के बीच होने वाली शांति वार्ता को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा कहा गया कि दोनों देशों के बीच होने वाली शांति वार्ता में कैदियों की अदला-बदली की तैयारी की जा रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के द्वारा इस युद्ध को खत्म करने के लिए वार्ता में तेजी लाने की जरूरत बताई गई थी। उन्होंने कहा था कि युद्ध बंदियों की वापसी और रूस और यूक्रेन के युद्ध में रूस के द्वारा किडनैप किए गए बच्चों की वापसी को लेकर लगातार बैठक जारी है।
पहले भी बन चुकी है सहमति
रूस और यूक्रेन के बीच पहले भी शांति वार्ता हो चुकी है। संघर्ष विराम के अतिरिक्त विभिन्न मुद्दों पर दोनों देशों में सहमति बनी थी। हजारों युद्ध बंदियों और मृत सैनिकों के अवशेष एक दूसरे को आदान-प्रदान किए गए थे लेकिन दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रही जंग को लेकर किसी भी तरह का संघर्ष विराम पर समझौता नहीं हो पाया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा पिछले दिनों कहा गया था कि रूस के द्वारा यूक्रेन के साथ 50 दिन में संघर्ष को खत्म नहीं किया गया तो उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। साथी उन्होंने चेतावनी दी थी की रूस से व्यापार करने वाले दूसरे देशों के ऊपर भी सेकेंडरी प्रतिबंध लगाए जाएंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से होने वाली व्यक्तिगत मुलाकात को नकार दिया है। पुतिन के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति सही नेता नहीं है क्योंकि उनका कार्यकाल पूरा हो जाने के बावजूद चुनाव नहीं कराए गए।

ट्रंप के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बना रूस यूक्रेन युद्ध
अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा चुनाव से पहले रूस और यूक्रेन के युद्ध को खत्म करने को लेकर बयान दिया गया था लेकिन वह अभी तक इसमें सफल नहीं हो पाए हैं। लंबे समय से चल रहा रूस और यूक्रेन युद्ध अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गया है। आने वाले समय में दोनों देशों के बीच तकरार और बढ़ सकती है। इसे देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा रूस पर प्रतिबंध बढ़ा दिए गए हैं। अमेरिका और नाटो मिलकर लगातार रूस पर दबाव बढ़ा रहे हैं। इसे देखते हुए आने वाले समय में रूस यूक्रेन के साथ शांति वार्ता करने के लिए भी तैयार हो सकता है। अमेरिका के द्वारा लंबे समय से यूक्रेन का साथ दिया जा रहा है। रूस यूक्रेन युद्ध को खत्म करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा रूस तथा यूक्रेन के प्रतिनिधियों के साथ कई बार बातचीत की जा चुकी है लेकिन यह अभी तक समाधान तक नहीं पहुंचा है।
रूस पर सख्त हो रहे ट्रंप
लंबे समय से चल रहा रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति का रवैया अभी रूस के साथ बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। रूस के राष्ट्रपति को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा हाल ही में यह बयान दिया गया था कि पुतिन रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने को लेकर गंभीर नहीं है। उनके द्वारा दिन में मीठी-मीठी बात की जाती है लेकिन रात को उनके द्वारा यूक्रेन पर बम बरसाए जाते हैं। रूस को शांति वार्ता पर मजबूर करने के लिए ट्रंप के द्वारा कूटनीतिक और आर्थिक रणनीतियां अपनाई जा रही हैं। इसके लिए नाटो और अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा रूस पर 100% सेकेंडरी टैरिफ लगाने की घोषणा की गई है। यदि 50 दिनों के भीतर रूस के द्वारा यूक्रेन से समझौता नहीं किया गया तो यह लागू होगा। इसके लिए 2 सितंबर की डेडलाइन तय की गई है।
नाटो भी दे रहा अमेरिका का साथ
रूस का यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को खत्म करने को लेकर अमेरिका और नाटो दोनों के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। अमेरिका के द्वारा बनाए जा रहे दबाव में नाटो अमेरिका का भरपूर साथ दे रहा है। लंबे समय से ukrain का सहयोग कर रहा अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने जा रहा है। यूक्रेन को होने वाले हथियार सप्लाई में नाटो को माध्यम बनाया जाएगा। नाटो अमेरिका को हथियार सप्लाई के बदले 100% भुगतान करेगा।