Singapore PM India दौरे पर, राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी से मुलाकात, निवेश, रक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग पर कई अहम समझौते किए गए।

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने की भारत के राष्ट्रपति से मुलाकात; दोनों देशों के संबंधों को लेकर हुई चर्चा

Singapore PM India : सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस इस समय भारत यात्रा पर हैं। भारत यात्रा पर आने के बाद उनके द्वारा भारतीय राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू से मुलाकात की गई। दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात में भारत और सिंगापुर के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। साथ ही साथ दोनों देशों के द्वारा एक दूसरे के प्रति सहयोग बढ़ाने का निर्णय भी लिया गया। सिंगापुर के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद भारतीय राष्ट्रपति ने सिंगापुर को भारत का खास दोस्त बताया। उन्होंने कहा कि इंडो पेसिफिक के साथ-साथ ईस्ट पॉलिसी के लिए यह जरूरी है। दोनों देशों के बीच दोस्ती के 60 वर्ष पूरे हो गए हैं।

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बड़े स्तर पर भारत में निवेश कर रहा सिंगापुर

द्रोपति मुर्मू ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद बताया कि सिंगापुर के द्वारा भारत में बड़े स्तर पर निवेश किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच लगातार सैन्य अभ्यास ट्रेनिंग तथा रक्षा क्षेत्र में सहयोग उच्च स्तर पर पहुंच रहा है। सिंगापुर में निवास कर रहे भारतीय नागरिकों की तारीफ में भारतीय राष्ट्रपति ने कहा है कि वहां संस्कृति और दोस्ती को आगे बढ़ाने में इन लोगों के द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री के द्वारा मिलकर दोस्ती को आगे बढ़ाने को लेकर योजना बनाई जा रही है। सिंगापुर तथा भारत के संबंधों को 60 वर्ष पूरे होने के बाद भारत तथा सिंगापुर के मंत्रियों की बैठक आयोजित की गई थी।

भारत और सिंगापुर के बीच कई समझौते

सिंगापुर के प्रधानमंत्री इस समय भारत यात्रा पर हैं। अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों देशों के प्रधानमंत्री की मुलाकात नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई। इस मुलाकात के दौरान सिंगापुर तथा भारत के संबंधों को लेकर चर्चा की गई तथा अधिक से अधिक सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर इस मुलाकात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा सिंगापुर तथा भारत दोनों के द्वारा आपसी सांस्कृतिक रिश्तों स्वास्थ्य व्यापार निवेश मैन्युफैक्चरिंग तथा दूसरे क्षेत्रों में मिलकर कार्य करने की योजना बनाई गई। सिंगापुर तथा भारत के प्रधानमंत्री की मौजूदगी मे विभिन्न समझौता पर हस्ताक्षर किए गए। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा की आने वाले समय में भारत का स्किल डेवलपमेंट तथा मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में सिंगापुर के द्वारा सहयोग किया जाएगा।

विदेश मंत्री से भी हुई मुलाकात

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात में रिश्तों को और मजबूत बनाने को लेकर चर्चा हुई। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के बाद कहा की वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ क्षेत्रीय मुद्दों पर प्रगति को लेकर चर्चा की गई है। दूसरी तरफ भारतीय विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सिंगापुर के प्रधानमंत्री की मुलाकात को एक नए रोड मैप की आधारशिला बताया। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने इससे पहले सिंगापुर के नागरिकों से मुलाकात की। अपनी पत्नी के साथ राजघाट पहुंचकर उनके द्वारा महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी उन्होंने मुलाकात की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ सिंगापुर के प्रधानमंत्री की हुई। मुलाकात में उन्होंने निवेश व्यापार कौशल विकास स्वास्थ्य तथा दूसरे क्षेत्रों में मिलकर कार्य करने की इच्छा व्यक्त की।

Singapore PM India दौरे पर, राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी से मुलाकात, निवेश, रक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग पर कई अहम समझौते किए गए।
Singapore PM India दौरे पर, राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी से मुलाकात, निवेश, रक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग पर कई अहम समझौते किए गए।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों में मध्यस्थता किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी। इस बारे में हम बहुत स्पष्ट हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका के द्वारा संघर्ष विराम करने पर भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि जब भी दो देशों के बीच संघर्ष होता है तो वह एक दूसरे से बात करते हैं। दूसरे देशों के द्वारा भी फोन किए गए थे। यह कोई सीक्रेट बात नहीं है। रूस यूक्रेन तथा इजरायल ईरान के दौरान हमने भी विभिन्न फोन किए थे। आज के ग्लोबल रिश्तो में यह आम बात हो गई है लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम किसी तीसरे देश की वजह से हुआ था यह स्वीकार नहीं है।

अमेरिका भूल रहा अपने पुराने रिश्ते

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर अमेरिका पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ अपने पुराने रिश्तों को भूल रहा है। पाकिस्तान के द्वारा लगातार आतंकवादी को बढ़ावा दिया जा रहा है। दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी पाकिस्तान में ही 2011 में मिला था। कुछ देश लगातार राजनीति और रणनीतिक फायदे के लिए इतिहास को नजरअंदाज करते हैं। पाकिस्तान और अमेरिका का एक लंबा इतिहास है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर बोलते हुए भारतीय विदेश मंत्री ने कहा है कि उनके द्वारा विदेश नीति को बिल्कुल अलग तरीके से चलाया जा रहा है। किसी भी पूर्व राष्ट्रपति के द्वारा यह कार्य नहीं किया गया था। डोनाल्ड ट्रंप का यह रवैया सिर्फ भारत के साथ सीमित नहीं है बल्कि पूरी दुनिया के साथ उनके द्वारा ऐसा व्यवहार किया जा रहा है।

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