Shubhanshu Shukla Astronaut अंतरिक्ष यात्रा के बाद भारत लौटे। 18 दिन अंतरिक्ष में रहे और अब मोदी से मुलाकात कर राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस में शामिल होंगे।

चार दिन आगे बढ़ा शुभांशु शुक्ला का मिशन, अब 14 जुलाई को धरती पर लौटेंगे शुभांशु

Subhanshu Shukla Mission : भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला अब तय समय से चार दिन बाद पृथ्वी पर लौटेंगे। शुभांशु शुक्ला के इस मिशन को चार दिन आगे बढ़ा दिया गया है। ऐसे में शुभांशु शुक्ला की अब जमीन पर वापसी 14 जुलाई को होगी। अमेरिकी स्पेस एजेंसी के द्वारा दी गई जानकारी के बाद यह स्पष्ट हो पाया है। आपको बता दे की शुभांशु शुक्ला सहित चार क्रू सदस्य इस मिशन में शामिल हैं। इस मिशन को कई बार स्थगित किया गया था लेकिन फिर अंत में 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से इसे लॉन्च किया गया था। मिशन की सफल लॉन्चिंग होने के बाद सभी भारतीय लोग  इस मिशन से काफी ज्यादा मात्रा में उम्मीद लगाए हुए हैं। भारत आने वाले समय में गगनयान मिशन पर कार्य करेगा। ऐसे में शुभांशु शुक्ला के द्वारा अंतरिक्ष में प्राप्त किए गए अनुभव इसमें काम आएंगे। 2027 तक भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजने को लेकर कार्य कर रहा है। अंतरिक्ष में मानव भेजना और उसे वापस सुरक्षित पृथ्वी पर लाना इन सभी में शुभांशु शुक्ला के द्वारा अर्जित किए जाने वाले अनुभव काम आएंगे।

14 दिन का था मिशन

शुभांशु शुक्ला और उसके साथियों को इस मिशन पर 14 दिनों के लिए भेजा गया था लेकिन अब इसे और आगे बढ़ा दिया गया है। यही कारण है कि अब चारों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी चार दिन बाद होगी। अंतरिक्ष में जाने के बाद सुभांशु शुक्ला की कई तस्वीरें सामने आई है। जिनमें वह अलग-अलग एंगल से अंतरिक्ष में नजर आ रहे हैं। कपोल मॉड्यूल की खिड़कियों से शुभांशु शुक्ला के द्वारा धरती का खूबसूरत नजारा देखा जा रहा है। अंतरिक्ष से मिल रही तस्वीरें यह स्पष्ट कर रही है कि शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में स्वस्थ और खुश हैं।

इंग्लैंड पहले दिन चार विकेट पर 251 रन, रूट शतक से एक रन दूर

कपिल शर्मा के कनाडा स्थित कैफ़े पर फायरिंग, 7 जुलाई को हुआ था उद्घाटन

रूस ने यूक्रेन पर किया बड़ा हमला, 18 मिसाइल और 400 ड्रोन दागे

ट्रंप की सुरक्षा में चूक को लेकर सीक्रेट सर्विस के छह एजेंट सस्पेंड

पायलट की भूमिका में है शुभांशु शुक्ला

जिस मिशन की सफलतम लॉन्चिंग हुई है उस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभाष शुक्ला के अलावा दूसरे देशों के भी अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की भूमिका एक पायलट के तौर पर है। शुभांशु शुक्ला के अतिरिक्त पोलैंड अमेरिका और हंगरी के भी एक-एक अंतरिक्ष यात्री इस मिशन में शामिल हैं। आपको बता दे की भारत में एस्ट्रोनॉट को गगन यात्री के नाम से जाना जाता है जबकि चीन में इसे ताईकोनोट और रूस में कॉस्मोनोट के नाम से जाना जाता है। लगभग 41 साल बाद किसी भी भारतीय के द्वारा अंतरिक्ष यात्रा पर जाने की खुशी सभी के चेहरे पर दिखाई दे रही है। सुभांशु  शुक्ला के माता और पिता अपने बेटे की इस यात्रा को लेकर बहुत चिंतित थे लेकिन सफलतम लॉन्चिंग के बाद वह खुश नजर आये थे।

 

अंतरिक्ष पहुंचने पर सुभांशु ने जारी किया था संदेश

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के मिशन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग हो जाने के बाद अंतरिक्ष से देशवासियों के नाम संदेश भेजते हुए उन्होंने कहा था कि मेरे सभी प्यारे देशवासियों को नमस्कार यह एक ऐतिहासिक सफर है। क्या सफर है। उन्होंने कहा कि 41 साल बाद एक बार फिर हम अंतरिक्ष में है। यह सफर वास्तव में शानदार और अद्भुत है। उन्होंने कहा कि हम पृथ्वी के चारों ओर 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से लगातार चक्कर लगा रहे हैं।

Subhanshu Shukla Mission की अवधि 4 दिन बढ़ाई गई। अब 14 जुलाई को पृथ्वी पर लौटेंगे। अंतरिक्ष से भेजा संदेश, भारत के मानव मिशन को मिलेगा लाभ।
Subhanshu Shukla Mission की अवधि 4 दिन बढ़ाई गई। अब 14 जुलाई को पृथ्वी पर लौटेंगे। अंतरिक्ष से भेजा संदेश, भारत के मानव मिशन को मिलेगा लाभ।

उन्होंने अपने आप के भारतवासी होने पर गर्व जताते हुए कहा कि मेरे कंधों पर लगा तिरंगा मुझे लगातार बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं। मेरी यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन की ही शुरुआत नहीं है बल्कि भारत के द्वारा मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की भी शुरुआत है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला ने बातचीत करते हुए बताया कि मैं चाहता हूं कि आप सभी इस यात्रा का हिस्सा बने। आपके सीने में भी गर्व की अनुभूति होनी चाहिए क्योंकि लंबे समय बाद यह होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आइये मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद जय भारत।

 

अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने शुभांशु

शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंचने के साथ ही यह उपलब्धि प्राप्त करने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में पहुंचने का गौरव राकेश शर्मा को प्राप्त था। भारतीय अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला भी अंतरिक्ष यात्रा पर गई थी लेकिन वापस लौटते समय उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उनकी मौत हो गई थी। भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला का यह मिशन एक के बाद एक कई बार विभिन्न कारणों से स्थगित किया गया था लेकिन लगातार किए गए प्रयासों से शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने में सफल हो गए हैं। सुभाष शुक्ला के अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने के बाद संपूर्ण भारतवर्ष उनकी सफलता के लिए दुआ कर रहा है।

 

भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा मिशन

आज मिशन की सफल लॉन्चिंग होने के बाद सभी भारतीय लोग  इस मिशन से काफी ज्यादा मात्रा में उम्मीद लगाए हुए हैं। भारत आने वाले समय में गगनयान मिशन पर कार्य करेगा। ऐसे में शुभांशु शुक्ला के द्वारा अंतरिक्ष में प्राप्त किए गए अनुभव इसमें काम आएंगे। 2027 तक भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजने को लेकर कार्य कर रहा है। अंतरिक्ष में मानव भेजना और उसे वापस सुरक्षित पृथ्वी पर लाना इन सभी में शुभांशु शुक्ला के द्वारा अर्जित किए जाने वाले अनुभव काम आएंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *