Sudhanshu Shukla Mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला का एक बार फिर अंतरिक्ष में जाने का मिशन टल गया है। शुभांशु शुक्ला का यह मिशन पांचवीं बार टाला जा चुका है। बताया जा रहा है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर सुरक्षा जांच के चलते हुए इसे स्थगित किया गया है। एक बार फिर इस मिशन के टाले जाने से इसमें लगातार देरी हो रही है।
स्पेस स्टेशन पर हो रही सुरक्षा जांच
बताया जा रहा है कि हाल ही में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के एक हिस्से की मरम्मत की गई है। सर्विस मॉड्यूल में की गई मरम्मत की अभी समीक्षा की जानी बाकी है। समीक्षा के साथ-साथ सुरक्षा जांच करने में समय लगेगा इसी को देखते हुए भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का मिशन एक बार फिर टाला गया है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की कई तंत्र प्रणाली आपस में जुड़ी हुई है। मरम्मत के बाद सभी अलग-अलग तकनीकी सिस्टम को एक साथ कार्य करने के लिए तैयार किया जा रहा है। मरम्मत पूरी होने तथा जांच होने के बाद ही इसे अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खोला जाएगा।
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शुभांशु शुक्ला के साथ जाएंगे कल 4 सदस्य
शुभांशु शुक्ला के साथ अंतरिक्ष मिशन पर अन्य लोग भी पहुंचेंगे। शुभांशु शुक्ला के साथ इस मिशन में तीन अन्य लोग भी शामिल हैं। शुभांशु शुक्ला के अतिरिक्त मिशन विशेषज्ञ tibor कापू, कमांडर पेगी और slavosj शामिल है। अंतरिक्ष में जाने के लिए तैयार इस समूह ने 8 जून को फुल रिहर्सल भी कर ली थी इसके बाद अचानक इस मिशन को स्थगित कर दिया गया था। इस समूह के द्वारा की गई रिहर्सल में रॉकेट में बैठने और दूसरे कार्यों को लेकर पूरी तरह से रिहर्सल किया गया था।
चार बार पहले स्थगित हो चुका मिशन
यह पहली बार नहीं है जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन को स्थगित किया गया है इससे पहले भी इस मिशन को कई बार स्थगित किया जा चुका है। यह मिशन सर्वप्रथम 29 मई को लांच होने वाला था लेकिन इसे अचानक बाद में स्थगित कर दिया गया।
इसके बाद में इसकी नई लांच होने की तारीख 8 जून दी गई 8 जून को भी इसे सफलता नहीं मिल पाई और फिर इसके बाद लगातार 10 जून और 11 जून को भी संभावना होने के बाद इस मिशन को स्थगित कर दिया गया। 11 जून के बाद इस मिशन के 22 जून को लांच होने की संभावना थी लेकिन एक बार फिर इस मिशन को लॉन्च नहीं किया गया है।इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में चल रही विभिन्न तरह की सुरक्षा जांच के कारण इस बार इस मिशन को स्थगित किया जा चुका है। जबकि इससे पहले खराब मौसम तथा अलग-अलग कारणों को देखते हुए मिशन को लॉन्च नहीं किया गया था।

29 मई को इस मिशन को ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट तैयार नहीं होने के कारण स्थगित किया गया था जबकि 8 जून और 10 जून को खराब मौसम के चलते इस मिशन की लॉन्चिंग नहीं हो सकी। 11 जून को ऑक्सीजन लीक हो जाने के कारण इसे टाला गया जबकि 22 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में सुरक्षा जांच का हवाला देते हुए स्थगित किया गया। आपको बता दे की चार देशों के चार यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में 14 दिन तक रुकेंगे।
राकेश शर्मा के बाद दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे शुभांशु शुक्ला
भारतीय इतिहास में यह दूसरी बार होगा जब कोई अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष की सैर पर जाने की तैयारी कर रहा है। शुभांशु शुक्ला से पहले राकेश शर्मा ने सर्वप्रथम भारत की तरफ से अंतरिक्ष यात्रा की थी। इसके बाद कल्पना चावला ने भी अंतरिक्ष यात्रा की थी लेकिन लौटते समय उनके विमान का दुर्घटनाग्रस्त हो जाना उनकी मौत का कारण बना था।
शुभांशु शुक्ला का जन्म 1986 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में हुआ था।
उन्होंने अपनी पढ़ाई करने के बाद एनडीए ज्वाइन की। शुभांशु शुक्ला भारतीय एयरफोर्स में फाइटर जेट्स उड़ाने में सक्षम है। इसरो के द्वारा शुभांशु शुक्ला को गगनयान मिशन के लिए चयनित किया गया है। इसरो के द्वारा सुभांशु शुक्ला का चयन किए जाने के बाद उन्होंने अमेरिका और रूस में भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए विशेष ट्रेनिंग ली थी।
भारतीय अंतरिक्ष प्रोग्राम के लिए हम यह मिशन
शुभांशु शुक्ला समेत चार अंतरिक्ष यात्रियों के मिशन को लेकर भारत बेसब्री से इंतजार कर रहा है क्योंकि इस मिशन से भारत का भी संबंध है। शुभांशु शुक्ला के द्वारा अंतरिक्ष में प्राप्त किए गए अनुभव के आधार पर भारत का गगणयान मिशन आगे बढ़ेगा।
भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में शुभांशु शुक्ला के द्वारा प्राप्त किए गए अनुभव और डाटा कारगर साबित होंगे। इस अंतरिक्ष मिशन का उद्देश्य विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग करना, माइक्रो ग्रेविटी में काम करना तथा अन्य इमरजेंसी हैंडलिंग सीखना है। यदि यह मिशन अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर लेता है तो भारत के गगनयान मिशन में यह बहुत लाभदायक होगा।
गगनयान मिशन के लिए भी शुभांशु शुक्ला चयनित
शुभांशु शुक्ला का चयन न सिर्फ अंतरिक्ष यात्रा के लिए किया गया है बल्कि उनका चयन इसरो के द्वारा गगनयान मिशन के लिए भी किया जा चुका है। गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। भारत अपना पहला मानव अंतरिक्ष मिशन 2027 में लॉन्च करने को लेकर तैयारी कर रहा है। शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष यात्रा से वापस लौटने पर उनके द्वारा प्राप्त किए गए अनुभव और एकत्रित किए गए डाटा के आधार पर गगनयान मिशन को लॉन्च करने में सहायता मिलेगी।