US Tariff Dispute के चलते ब्राजील, भारत, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश अमेरिका की नीतियों का विरोध कर रहे हैं, जिससे तनाव बढ़ा है।

दुनिया में 6 बड़े युद्ध मैंने रोके : डोनाल्ड ट्रंप; एक बार फिर किया भारत-पाकिस्तान संघर्ष का जिक्र

Thailand Cambodia Conflict : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उनके द्वारा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में चल रहे तनाव को खत्म करने को लेकर कार्य किया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा की यदि मैं नहीं होता तो इस समय दुनिया में 6 बड़े युद्ध चल रहे होते। जिसमें भारत और पाकिस्तान संघर्ष भी शामिल हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ने यह बयान स्कॉटलैंड में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की मौजूदगी में दिया। हाल ही में थाईलैंड और कंबोडिया के द्वारा कई दिनों तक संघर्ष की स्थिति बनी रहने के बाद संघर्ष विराम पर सहमति जताई गई थी। अमेरिका और चीन के द्वारा इसमें मध्यस्थता की गई थी। इसे लेकर ही अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा यह बयान दिया गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब तक 28 बार भारत और पाकिस्तान के संघर्ष को रोकने का दावा कर चुके हैं।

एक बार फिर व्यापार को बनाया संघर्ष विराम का जरिया- ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हाल ही में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध विराम की घोषणा की गई है। इसमें हमारे द्वारा बड़ी भूमिका निभाई गई थी। थाईलैंड और कंबोडिया के विवाद को खत्म करने के लिए उन्होंने व्यापार को जरिया बनाया था। व्यापार वार्ता के जरिए दोनों देशों के विवाद को शांत किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि मैं नहीं होता तो वर्तमान में 6 बड़े युद्ध चल रहे होते। भारत और पाकिस्तान संघर्ष भी लगातार जारी रहता और भारत और पाकिस्तान लगातार एक दूसरे पर हमला कर रहे होते। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा भारत पाकिस्तान थाईलैंड कंबोडिया रवांडा डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो के बीच समझौता और सर्बिया कोशिया के संघर्ष का भी जिक्र किया। थाईलैंड और कंबोडिया में दो शिव मंदिर को लेकर विवाद पैदा हो गया था। जिसके बाद दोनों देशों में कई दिनों तक युद्ध की स्थिति बनी रही थी। आखिर में चीन और अमेरिका के द्वारा मध्यस्थ की भूमिका निभाते हुए इस युद्ध को और आगे बढ़ने से रोका गया।

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गाजा संकट का ढूंढ रहे हल -ट्रंप

गाजा में लंबे समय से चल रहे इजराइल और हमास के संघर्ष को रोकने को लेकर भी अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा कोशिश की जा रही है। यह दावा अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा किया जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के द्वारा गाजा में बड़े स्तर पर आर्थिक मदद दी गई लेकिन हमास के द्वारा इस मदद का बड़ा हिस्सा चोरी कर लिया गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ की गई मुलाकात का उद्देश्य उन्होंने गाजा में पैदा हुए संकट को खत्म करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि हम मिलकर गाजा में शांति स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।

 

थाइलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष विराम पर सहमति

कई दिनों से चल रहे थाइलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है। कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने थाईलैंड के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर युद्ध विराम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि थाइलैंड और कंबोडिया दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को कम करने के लिए तत्काल लड़ाई रोकने पर सहमत हो गए हैं। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष विराम करने में चीन और अमेरिका की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चीन और अमेरिका के द्वारा लगातार यह कोशिश की जा रही थी कि थाइलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे संघर्ष को जल्द से जल्द रोका जाए। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष विराम को लेकर शांति वार्ता का आयोजन मलेशिया की राजधानी में किया गया। मलेशिया के प्रधानमंत्री की मौजूदगी में सीज फायर की घोषणा की गई।

Thailand Cambodia Conflict को लेकर ट्रंप ने मध्यस्थता का दावा किया, चीन-अमेरिका की मदद से संघर्ष विराम हुआ और व्यापार को बनाया जरिया।
Thailand Cambodia Conflict को लेकर ट्रंप ने मध्यस्थता का दावा किया, चीन-अमेरिका की मदद से संघर्ष विराम हुआ और व्यापार को बनाया जरिया।
मलेशिया की अध्यक्षता में हुई शांति वार्ता

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे संघर्ष को रोकने के लिए शांति वार्ता का आयोजन मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में किया गया। इस शांति वार्ता की अध्यक्षता मलेशिया के प्रधानमंत्री के द्वारा की गई। कंबोडिया की तरफ से कंबोडिया के प्रधानमंत्री और थाईलैंड की तरफ से कार्यवाहक प्रधानमंत्री के द्वारा इस शांति वार्ता में हिस्सा लिया गया। दोनों देशों के बीच हुई शांति वार्ता में थाईलैंड और कंबोडिया के द्वारा तुरंत संघर्ष विराम पर सहमति जताई गई। जिसके बाद दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हो गए और संघर्ष विराम की घोषणा की गई। कई दिनों से चल रहे थाईलैंड और कंबोडिया के संघर्ष में अब तक 30 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है। दोनों देशों के बीच संघर्ष में हुई मौत में अधिकतर आम नागरिकों के होने की खबर सामने आ रही है।

 

अमेरिका और चीन की कोशिश कारगर

थाईलैंड और कंबोडिया के संघर्ष को रोकने में अमेरिका और चीन की कोशिश कारगर साबित हुई है। अमेरिका और चीन के द्वारा लगातार इस संघर्ष को रोकने की कोशिश की जा रही थी। चीन के द्वारा विभिन्न स्तर पर थाईलैंड और कंबोडिया से बातचीत की जा रही थी। दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा हाल ही में यह बयान दिया गया था कि भारत और पाकिस्तान संघर्ष की तरह जल्द ही थाईलैंड और कंबोडिया के युद्ध को रोक दिया जाएगा। उन्होंने दोनों देशों को धमकी भी दी थी कि यदि थाईलैंड और कंबोडिया ने संघर्ष विराम पर सहमति नहीं जताई तो दोनों देशों के साथ व्यापार समझौता नहीं किया जाएगा।

 

दो मंदिरों से पैदा हुआ विवाद

पड़ोसी मुल्क थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विवाद का कारण दो मंदिरों को माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि दो शिव मंदिरों को लेकर थाईलैंड और कंबोडिया में तनाव पैदा हुआ है। यह दोनों मंदिर थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर स्थित हैं। दोनों देशों के बीच 1960 में सीमा का निर्धारण हुआ था। सीमा के निर्धारण से लेकर वर्तमान तक लगातार इनको लेकर विरोध चल रहा है। शिव मंदिर को लेकर दोनों ही देश के द्वारा अपनी-अपनी सीमा में होने का दावा किया जाता रहा है। जिस स्थान पर मंदिर बना हुआ है वहां पर सीमा का निर्धारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। इसी कारण दोनों देशों में तनाव पैदा होता है। थाईलैंड के द्वारा यह दावा किया जाता रहा है कि मंदिर कंबोडिया का हो सकता है लेकिन मंदिर के आसपास की जमीन पर थाईलैंड का अधिकार है। इसी कारण थाईलैंड और कंबोडिया दोनों ही देश की सेनाओ के द्वारा इस मंदिर के आसपास गस्त की जाती है। ऐसे कई मौके देखने को मिले हैं जब थाईलैंड और कंबोडिया की सेना एक दूसरे के आमने-सामने हो जाने के कारण झड़प हो गई थी।

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